Haggai 1:9
तुम ने बहुत उपज की आशा रखी, परन्तु देखो थेड़ी ही है; और जब तुम उसे घर ले आए, तब मैं ने उसको उड़ा दिया। सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, ऐसा क्यों हुआ? क्या इसलिये नहीं, कि मेरा भवन उजाड़ पड़ा है और तुम में से प्रत्येक अपने अपने घर को दौड़ा चला जाता है?
Ye looked | פָּנֹ֤ה | pānō | pa-NOH |
for | אֶל | ʾel | el |
much, | הַרְבֵּה֙ | harbēh | hahr-BAY |
and, lo, | וְהִנֵּ֣ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
little; to came it | לִמְעָ֔ט | limʿāṭ | leem-AT |
brought ye when and | וַהֲבֵאתֶ֥ם | wahăbēʾtem | va-huh-vay-TEM |
it home, | הַבַּ֖יִת | habbayit | ha-BA-yeet |
blow did I | וְנָפַ֣חְתִּי | wĕnāpaḥtî | veh-na-FAHK-tee |
upon it. Why? | ב֑וֹ | bô | voh |
יַ֣עַן | yaʿan | YA-an | |
saith | מֶ֗ה | me | meh |
the Lord | נְאֻם֙ | nĕʾum | neh-OOM |
of hosts. | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
Because | צְבָא֔וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
of mine house | יַ֗עַן | yaʿan | YA-an |
that | בֵּיתִי֙ | bêtiy | bay-TEE |
waste, is | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
and ye | ה֣וּא | hûʾ | hoo |
run | חָרֵ֔ב | ḥārēb | ha-RAVE |
man every | וְאַתֶּ֥ם | wĕʾattem | veh-ah-TEM |
unto his own house. | רָצִ֖ים | rāṣîm | ra-TSEEM |
אִ֥ישׁ | ʾîš | eesh | |
לְבֵיתֽוֹ׃ | lĕbêtô | leh-vay-TOH |