2 Samuel 16:23
उन दिनों जो सम्मति अहीतोपेल देता था, वह ऐसी होती थी कि मानो कोई परमेश्वर का वचन पूछ लेता हो; अहीतोपेल चाहे दाऊद को चाहे अबशलोम को, जो जो सम्मति देता वह ऐसी ही होती थी।
2 Samuel 16:23 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the counsel of Ahithophel, which he counseled in those days, was as if a man had inquired at the oracle of God: so was all the counsel of Ahithophel both with David and with Absalom.
American Standard Version (ASV)
And the counsel of Ahithophel, which he gave in those days, was as if a man inquired at the oracle of God: so was all the counsel of Ahithophel both with David and with Absalom.
Bible in Basic English (BBE)
In those days the opinions of Ahithophel were valued as highly as if through him a man might get direction from God; so were they valued by David as much as by Absalom.
Darby English Bible (DBY)
And the counsel of Ahithophel, which he counselled in those days, was as if a man had inquired of the word of God: so was all the counsel of Ahithophel both with David and with Absalom.
Webster's Bible (WBT)
And the counsel of Ahithophel, which he counseled in those days, was as if a man had inquired at the oracle of God: so was all the counsel of Ahithophel both with David and with Absalom.
World English Bible (WEB)
The counsel of Ahithophel, which he gave in those days, was as if a man inquired at the oracle of God: so was all the counsel of Ahithophel both with David and with Absalom.
Young's Literal Translation (YLT)
And the counsel of Ahithophel which he counselled in those days `is' as `when' one inquireth at the word of God; so `is' all the counsel of Ahithophel both to David and to Absalom.
| And the counsel | וַֽעֲצַ֣ת | waʿăṣat | va-uh-TSAHT |
| of Ahithophel, | אֲחִיתֹ֗פֶל | ʾăḥîtōpel | uh-hee-TOH-fel |
| which | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
| he counselled | יָעַץ֙ | yāʿaṣ | ya-ATS |
| those in | בַּיָּמִ֣ים | bayyāmîm | ba-ya-MEEM |
| days, | הָהֵ֔ם | hāhēm | ha-HAME |
| was as | כַּֽאֲשֶׁ֥ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| inquired had man a if | יִשְׁאַל | yišʾal | yeesh-AL |
| oracle the at | אִ֖ישׁ | ʾîš | eesh |
| of God: | בִּדְבַ֣ר | bidbar | beed-VAHR |
| so | הָֽאֱלֹהִ֑ים | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
| was all | כֵּ֚ן | kēn | kane |
| the counsel | כָּל | kāl | kahl |
| Ahithophel of | עֲצַ֣ת | ʿăṣat | uh-TSAHT |
| both | אֲחִיתֹ֔פֶל | ʾăḥîtōpel | uh-hee-TOH-fel |
| with David | גַּם | gam | ɡahm |
| and | לְדָוִ֖ד | lĕdāwid | leh-da-VEED |
| with Absalom. | גַּ֥ם | gam | ɡahm |
| לְאַבְשָׁלֹֽם׃ | lĕʾabšālōm | leh-av-sha-LOME |
Cross Reference
2 Samuel 15:12
फिर जब अबशालोम का यज्ञ हुआ, तब उसने गीलोवासी अहीतोपेल को, जो दाऊद का मंत्री था, बुलवा भेजा कि वह अपने नगर गीलो से आए। और राजद्रोह की गोष्ठी ने बल पकड़ा, क्योंकि अबशालोम के पक्ष के लोग बराबर बढ़ते गए।
2 Samuel 17:23
जब अहीतोपेल ने देखा कि मेरी सम्मति के अनुसार काम नहीं हुआ, तब उसने अपने गदहे पर काठी कसी, और अपने नगर में जा कर अपने घर में गया। और अपने घराने के विषय जो जो आज्ञा देनी थी वह देकर अपने को फांसी लगा ली; और वह मर गया, और उसके पिता के कब्रिस्तान में उसे मिट्टी दे दी गई।
2 Samuel 17:14
तब अबशालोम और सब इस्राएली पुरुषों ने कहा, एरेकी हूशै की सम्मति अहीतोपेल की सम्मति से उम्तम है। यहोवा ने तो अहीतोपेल की अच्छी सम्मति को निष्फल करने के लिये ठाना था, कि यह अबशालोम ही पर विपत्ति डाले।
1 Peter 4:11
यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन॥
James 3:13
तुम में ज्ञानवान और समझदार कौन है? जो ऐसा हो वह अपने कामों को अच्छे चालचलन से उस नम्रता सहित प्रगट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
1 Corinthians 3:19
क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है, जैसा लिखा है; कि वह ज्ञानियों को उन की चतुराई में फंसा देता है।
Romans 1:22
वे अपने आप को बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए।
Luke 16:8
स्वामी ने उस अधर्मी भण्डारी को सराहा, कि उस ने चतुराई से काम किया है; क्योंकि इस संसार के लोग अपने समय के लोगों के साथ रीति व्यवहारों में ज्योति के लोगों से अधिक चतुर हैं।
Matthew 11:25
उसी समय यीशु ने कहा, हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु; मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है।
Jeremiah 8:9
बुद्धिमान लज्जित हो गए, वे विस्मित हुए और पकड़े गए; देखो, उन्होंने यहोवा के वचन को निकम्मा जाना है, उन में बुद्धि कहां रही?
Jeremiah 4:22
क्योंकि मेरी प्रजा मूढ़ है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख लड़के हैं जिन में कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।
Ecclesiastes 10:1
मरी हुई मक्खियों के कारण गन्धी का तेल सड़ने और बसाने लगता है; और थोड़ी सी मूर्खता बुद्धि और प्रतिष्ठा को घटा देती है।
Psalm 28:2
जब मैं तेरी दोहाई दूं, और तेरे पवित्र स्थान की भीतरी कोठरी की ओर अपने हाथ उठाऊं, तब मेरी गिड़गिड़ाहट की बात सुन ले।
Psalm 19:7
यहोवा की व्यवस्था खरी है, वह प्राण को बहाल कर देती है; यहोवा के नियम विश्वासयोग्य हैं, साधारण लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं;
Job 28:28
तब उस न मनुष्य से कहा, देख, प्रभु का भय मानना यही बुद्धि है: और बुराई से दूर रहना यही समझ है।
Job 5:12
वह तो धूर्त्त लोगों की कल्पनाएं व्यर्थ कर देता है, और उनके हाथों से कुछ भी बन नहीं पड़ता।
1 Samuel 30:8
और दाऊद ने यहोवा से पूछा, क्या मैं इस दल का पीछा करूं? क्या उसको जा पकडूंगा? उसने उस से कहा, पीछा कर; क्योंकि तू निश्चय उसको पकड़ेगा, और निसन्देह सब कुछ छुड़ा लाएगा;
Numbers 27:21
और वह एलीआजर याजक के साम्हने खड़ा हुआ करे, और एलीआजर उसके लिये यहोवा से ऊरीम की आज्ञा पूछा करे; और वह इस्त्राएलियों की सारी मण्डली समेत उसके कहने से जाया करे, और उसी के कहने से लौट भी आया करे।