Deuteronomy 27:15
कि शापित हो वह मनुष्य जो कोई मूर्ति कारीगर से खुदवाकर वा ढलवाकर निराले स्थान में स्थापन करे, क्योंकि इस से यहोवा को घृणा लगती है। तब सब लोग कहें, आमीन॥
Cursed | אָר֣וּר | ʾārûr | ah-ROOR |
be the man | הָאִ֡ישׁ | hāʾîš | ha-EESH |
that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
maketh | יַֽעֲשֶׂה֩ | yaʿăśeh | ya-uh-SEH |
any graven | פֶ֨סֶל | pesel | FEH-sel |
image, molten or | וּמַסֵּכָ֜ה | ûmassēkâ | oo-ma-say-HA |
an abomination | תּֽוֹעֲבַ֣ת | tôʿăbat | toh-uh-VAHT |
unto the Lord, | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
the work | מַֽעֲשֵׂ֛ה | maʿăśē | ma-uh-SAY |
hands the of | יְדֵ֥י | yĕdê | yeh-DAY |
of the craftsman, | חָרָ֖שׁ | ḥārāš | ha-RAHSH |
putteth and | וְשָׂ֣ם | wĕśām | veh-SAHM |
it in a secret | בַּסָּ֑תֶר | bassāter | ba-SA-ter |
all And place. | וְעָנ֧וּ | wĕʿānû | veh-ah-NOO |
the people | כָל | kāl | hahl |
shall answer | הָעָ֛ם | hāʿām | ha-AM |
and say, | וְאָֽמְר֖וּ | wĕʾāmĕrû | veh-ah-meh-ROO |
Amen. | אָמֵֽן׃ | ʾāmēn | ah-MANE |