Deuteronomy 4:28 in Hindi

Hindi Hindi Bible Deuteronomy Deuteronomy 4 Deuteronomy 4:28

Deuteronomy 4:28
और वहां तुम मनुष्य के बनाए हुए लकड़ी और पत्थर के देवताओं की सेवा करोगे, जो न देखते, और न सुनते, और न खाते, और न सूंघते हैं।

Deuteronomy 4:27Deuteronomy 4Deuteronomy 4:29

Deuteronomy 4:28 in Other Translations

King James Version (KJV)
And there ye shall serve gods, the work of men's hands, wood and stone, which neither see, nor hear, nor eat, nor smell.

American Standard Version (ASV)
And there ye shall serve gods, the work of men's hands, wood and stone, which neither see, nor hear, nor eat, nor smell.

Bible in Basic English (BBE)
There you will be the servants of gods, made by men's hands, of wood and stone, having no power of seeing or hearing or taking food or smelling.

Darby English Bible (DBY)
And ye shall there serve gods, the work of men's hands, wood and stone, which neither see, nor hear, nor eat, nor smell.

Webster's Bible (WBT)
And there ye shall serve gods, the work of men's hands, wood and stone, which neither see, nor hear, nor eat, nor smell.

World English Bible (WEB)
There you shall serve gods, the work of men's hands, wood and stone, which neither see, nor hear, nor eat, nor smell.

Young's Literal Translation (YLT)
and ye have served there gods, work of man's hands, wood and stone, which see not, nor hear, nor eat, nor smell.

And
there
וַֽעֲבַדְתֶּםwaʿăbadtemVA-uh-vahd-tem
ye
shall
serve
שָׁ֣םšāmshahm
gods,
אֱלֹהִ֔יםʾĕlōhîmay-loh-HEEM
the
work
מַֽעֲשֵׂ֖הmaʿăśēma-uh-SAY
of
men's
יְדֵ֣יyĕdêyeh-DAY
hands,
אָדָ֑םʾādāmah-DAHM
wood
עֵ֣ץʿēṣayts
and
stone,
וָאֶ֔בֶןwāʾebenva-EH-ven
which
אֲשֶׁ֤רʾăšeruh-SHER
neither
לֹֽאlōʾloh
see,
יִרְאוּן֙yirʾûnyeer-OON
nor
וְלֹ֣אwĕlōʾveh-LOH
hear,
יִשְׁמְע֔וּןyišmĕʿûnyeesh-meh-OON
nor
וְלֹ֥אwĕlōʾveh-LOH
eat,
יֹֽאכְל֖וּןyōʾkĕlûnyoh-heh-LOON
nor
וְלֹ֥אwĕlōʾveh-LOH
smell.
יְרִיחֻֽן׃yĕrîḥunyeh-ree-HOON

Cross Reference

Jeremiah 16:13
इस कारण मैं तुम को इस देश से उखाड़ कर ऐसे देश में फेंक दूंगा, जिस को न तो तुम जानते हो और न तुम्हारे पुरखा जानते थे; और वहां तुम रात-दिन दूसरे देवताओं की उपासना करते रहोगे, क्योंकि वहां मैं तुम पर कुछ अनुग्रह न करूंगा।

Deuteronomy 28:64
और यहोवा तुझ को पृथ्वी के इस छोर से ले कर उस छोर तक के सब देशों के लोगों में तित्तर बित्तर करेगा; और वहां रहकर तू अपने और अपने पुरखाओं के अनजाने काठ और पत्थर के दूसरे देवताओं की उपासना करेगा।

Deuteronomy 28:36
यहोवा तुझ को उस राजा समेत, जिस को तू अपने ऊपर ठहराएगा, तेरी और तेरे पूर्वजों से अनजानी एक जाति के बीच पहुंचाएगा; और उसके मध्य में रहकर तू काठ और पत्थर के दूसरे देवताओं की उपासना और पूजा करेगा।

Isaiah 46:7
वे उसको कन्धे पर उठा कर लिए फिरते हैं, वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है; वह अपने स्थान से हट नहीं सकता; यदि कोई उसकी दोहाई भी दे, तौभी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है॥

Isaiah 44:9
जो मूरत खोदकर बनाते हैं, वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूंढते उन से कुछ लाभ न होगा; उसके साक्षी, न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं, इसलिये उन को लज्जित होना पड़ेगा।

1 Samuel 26:19
अब मेरा प्रभु राजा, अपने दास की बातें सुन ले। यदि यहोवा ने तुझे मेरे विरुद्ध उकसाया हो, तब तो वह भेंट ग्रहण करे; परन्तु यदि आदमियों ने ऐसा किया हो, तो वे यहोवा की ओर से शापित हों, क्योंकि उन्होंने अब मुझे निकाल दिया है कि मैं यहोवा के निज भाग में न रहूं, और उन्होंने कहा है, कि जा पराए देवताओं की उपासना कर।

Acts 7:42
सो परमेश्वर ने मुंह मोड़कर उन्हें छोड़ दिया, कि आकशगण पूजें; जैसा भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तक में लिखा है; कि हे इस्त्राएल के घराने, क्या तुम जंगल में चालीस वर्ष तक पशुबलि और अन्नबलि मुझ ही को चढ़ाते रहे?

Ezekiel 20:39
और हे इस्राएल के घराने तुम से तो प्रभु यहोवा यों कहता है कि जा कर अपनी अपनी मूरतों की उपासना करो; और यदि तुम मेरी न सुनोगे, तो आगे को भी यही किया करो; परन्तु मेरे पवित्र नाम को अपनी भेंटों और मूरतों के द्वारा फिर अपवित्र न करना।

Ezekiel 20:32
जो बात तुम्हारे मन में आती है कि हम काठ और पत्थर के उपासक हो कर अन्यजातियों और देश देश के कुलों के समान हो जाएंगे, वह किसी भांति पूरी नहीं होने की।

Jeremiah 10:9
पत्तर बनाईं हुई चान्दी तशींश से लाई जाती है, और उफाज से सोना। वे कारीगर और सुनार के हाथों की कारीगरी हैं; उनके पहिरावे नीले और बैंजनी रंग के वस्त्र हैं; उन में जो कुछ है वह निपुण कारीगरों की कारीगरी ही है।

Jeremiah 10:3
क्योंकि देशों के लोगों की रीतियां तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है।

Isaiah 45:20
हे अन्यजातियों में से बचे हुए लोगो, इकट्ठे हो कर आओ, एक संग मिलकर निकट आओ! वह जो अपनी लकड़ी की खोदी हुई मूरतें लिए फिरते हैं और ऐसे देवता से जिस से उद्धार नहीं हो सकता, प्रार्थना करते हैं, वे अज्ञान हैं।

Psalm 135:15
अन्यजातियों की मूरतें सोना- चान्दी ही हैं, वे मनुष्यों की बनाईं हुई हैं।

Psalm 115:4
उन लोगों की मूरतें सोने चान्दी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाईं हुई हैं।