ਹਿਜ਼ ਕੀ ਐਲ 29:12
ਮੈਂ ਮਿਸਰ ਨੂੰ ਬਰਬਾਦ ਕਰ ਦਿਆਂਗਾ। ਚਾਲੀ ਸਾਲਾਂ ਤੀਕ ਸ਼ਹਿਰ ਵੀਰਾਨ ਰਹਿਣਗੇ! ਮੈਂ ਮਿਸਰ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕੌਮਾਂ ਦਰਮਿਆਨ ਖਿੰਡਾ ਦਿਆਂਗਾ। ਮੈਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਧਰਤੀਆਂ ਉੱਤੇ ਅਜਨਬੀ ਬਣਾ ਦਿਆਂਗਾ।”
And I will make | וְנָתַתִּ֣י | wĕnātattî | veh-na-ta-TEE |
אֶת | ʾet | et | |
the land | אֶרֶץ֩ | ʾereṣ | eh-RETS |
Egypt of | מִצְרַ֨יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
desolate | שְׁמָמָ֜ה | šĕmāmâ | sheh-ma-MA |
in the midst | בְּת֣וֹךְ׀ | bĕtôk | beh-TOKE |
countries the of | אֲרָצ֣וֹת | ʾărāṣôt | uh-ra-TSOTE |
that are desolate, | נְשַׁמּ֗וֹת | nĕšammôt | neh-SHA-mote |
cities her and | וְעָרֶ֙יהָ֙ | wĕʿārêhā | veh-ah-RAY-HA |
among | בְּת֨וֹךְ | bĕtôk | beh-TOKE |
the cities | עָרִ֤ים | ʿārîm | ah-REEM |
waste laid are that | מָֽחֳרָבוֹת֙ | māḥŏrābôt | ma-hoh-ra-VOTE |
shall be | תִּֽהְיֶ֣יןָ | tihĕyênā | tee-heh-YAY-na |
desolate | שְׁמָמָ֔ה | šĕmāmâ | sheh-ma-MA |
forty | אַרְבָּעִ֖ים | ʾarbāʿîm | ar-ba-EEM |
years: | שָׁנָ֑ה | šānâ | sha-NA |
and I will scatter | וַהֲפִצֹתִ֤י | wahăpiṣōtî | va-huh-fee-tsoh-TEE |
אֶת | ʾet | et | |
Egyptians the | מִצְרַ֙יִם֙ | miṣrayim | meets-RA-YEEM |
among the nations, | בַּגּוֹיִ֔ם | baggôyim | ba-ɡoh-YEEM |
disperse will and | וְֽזֵרִיתִ֖ים | wĕzērîtîm | veh-zay-ree-TEEM |
them through the countries. | בָּאֲרָצֽוֹת׃ | bāʾărāṣôt | ba-uh-ra-TSOTE |