1 Kings 19:4
ਫ਼ਿਰ ਉਹ ਸਾਰਾ ਦਿਨ ਏਲੀਯਾਹ ਉਜਾੜ ਵਿੱਚ ਚਲਦਾ ਰਿਹਾ। ਥੱਕ ਕੇ ਉਹ ਇੱਕ ਝਾੜੀ ਹੇਠ ਬੈਠ ਗਿਆ। ਉਸ ਨੇ ਬੈਠ ਕੇ ਮੌਤ ਮੰਗੀ ਤੇ ਆਖਿਆ, “ਹੇ ਯਹੋਵਾਹ! ਮੈਂ ਬਹੁਤ ਜੀਅ ਲਿਆ। ਹੁਣ ਮੈਨੂੰ ਮੌਤ ਦੇ ਦੇਹ ਕਿਉਂ ਜੋ ਮੈਂ ਆਪਣੇ ਪੁਰਖਿਆਂ ਨਾਲੋਂ ਕਿਤੇ ਚੰਗਾ ਨਹੀਂ ਹਾਂ।”
But he himself | וְהֽוּא | wĕhûʾ | veh-HOO |
went | הָלַ֤ךְ | hālak | ha-LAHK |
a day's | בַּמִּדְבָּר֙ | bammidbār | ba-meed-BAHR |
journey | דֶּ֣רֶךְ | derek | DEH-rek |
into the wilderness, | י֔וֹם | yôm | yome |
and came | וַיָּבֹ֕א | wayyābōʾ | va-ya-VOH |
down sat and | וַיֵּ֕שֶׁב | wayyēšeb | va-YAY-shev |
under | תַּ֖חַת | taḥat | TA-haht |
a | רֹ֣תֶם | rōtem | ROH-tem |
juniper tree: | אֶחָ֑ת | ʾeḥāt | eh-HAHT |
requested he and | וַיִּשְׁאַ֤ל | wayyišʾal | va-yeesh-AL |
אֶת | ʾet | et | |
himself for | נַפְשׁוֹ֙ | napšô | nahf-SHOH |
that he might die; | לָמ֔וּת | lāmût | la-MOOT |
said, and | וַיֹּ֣אמֶר׀ | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
It is enough; | רַ֗ב | rab | rahv |
now, | עַתָּ֤ה | ʿattâ | ah-TA |
Lord, O | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
take away | קַ֣ח | qaḥ | kahk |
my life; | נַפְשִׁ֔י | napšî | nahf-SHEE |
for | כִּֽי | kî | kee |
I | לֹא | lōʾ | loh |
am not | ט֥וֹב | ṭôb | tove |
better | אָֽנֹכִ֖י | ʾānōkî | ah-noh-HEE |
than my fathers. | מֵֽאֲבֹתָֽי׃ | mēʾăbōtāy | MAY-uh-voh-TAI |