हितोपदेश 22:14
व्यभिचारी पापको जाल हो यसर्थ परमप्रभु यस्तो जालमा फँस्नेसित अत्यन्तै क्रोधित हुनुहुन्छ।
The mouth | שׁוּחָ֣ה | šûḥâ | shoo-HA |
of strange women | עֲ֭מֻקָּה | ʿămuqqâ | UH-moo-ka |
deep a is | פִּ֣י | pî | pee |
pit: | זָר֑וֹת | zārôt | za-ROTE |
abhorred is that he | זְע֥וּם | zĕʿûm | zeh-OOM |
of the Lord | יְ֝הוָ֗ה | yĕhwâ | YEH-VA |
shall fall | יִפָּול | yippāwl | yee-PAHV-L |
therein. | שָֽׁם׃ | šām | shahm |