गन्ती 20:5
अनि किन यस्तो खराब ठाँउमा ल्याउन हामीलाई मिश्र देशदेखि अगुवाई गर्यो? यस ठाँउमा अन्न हुँदैन, नेभारा, दाख अनि अनारहरू पनि हुँदैन। अनि यहाँ पिउनको निम्ति पानी पनि छैन।”
And wherefore | וְלָמָ֤ה | wĕlāmâ | veh-la-MA |
up come to us made ye have | הֶֽעֱלִיתֻ֙נוּ֙ | heʿĕlîtunû | heh-ay-lee-TOO-NOO |
Egypt, of out | מִמִּצְרַ֔יִם | mimmiṣrayim | mee-meets-RA-yeem |
to bring | לְהָבִ֣יא | lĕhābîʾ | leh-ha-VEE |
in us | אֹתָ֔נוּ | ʾōtānû | oh-TA-noo |
unto | אֶל | ʾel | el |
this | הַמָּק֥וֹם | hammāqôm | ha-ma-KOME |
evil | הָרָ֖ע | hārāʿ | ha-RA |
place? | הַזֶּ֑ה | hazze | ha-ZEH |
no is it | לֹ֣א׀ | lōʾ | loh |
place | מְק֣וֹם | mĕqôm | meh-KOME |
of seed, | זֶ֗רַע | zeraʿ | ZEH-ra |
figs, of or | וּתְאֵנָ֤ה | ûtĕʾēnâ | oo-teh-ay-NA |
or of vines, | וְגֶ֙פֶן֙ | wĕgepen | veh-ɡEH-FEN |
pomegranates; of or | וְרִמּ֔וֹן | wĕrimmôn | veh-REE-mone |
neither | וּמַ֥יִם | ûmayim | oo-MA-yeem |
is there any water | אַ֖יִן | ʾayin | AH-yeen |
to drink. | לִשְׁתּֽוֹת׃ | lištôt | leesh-TOTE |