उपदेशक 2:15
मैले आफ्नो मनमा सोचें, ‘कुनै’ मूर्ख मानिसलाई जे परिआउँछ त्यो मलाई पनि परिआउँनेछ भने यति बुद्धिमान बन्नाको लागि यति कठिन परिश्रम मैले किन गरें?” मैले आफैलाई भनें, “बुद्धिमान बन्नु पनि बेकार रहेछ।”
Then said | וְאָמַ֨רְתִּֽי | wĕʾāmartî | veh-ah-MAHR-tee |
I | אֲנִ֜י | ʾănî | uh-NEE |
heart, my in | בְּלִבִּ֗י | bĕlibbî | beh-lee-BEE |
As it happeneth | כְּמִקְרֵ֤ה | kĕmiqrē | keh-meek-RAY |
fool, the to | הַכְּסִיל֙ | hakkĕsîl | ha-keh-SEEL |
so it happeneth | גַּם | gam | ɡahm |
even | אֲנִ֣י | ʾănî | uh-NEE |
why and me; to | יִקְרֵ֔נִי | yiqrēnî | yeek-RAY-nee |
was I | וְלָ֧מָּה | wĕlāmmâ | veh-LA-ma |
then | חָכַ֛מְתִּי | ḥākamtî | ha-HAHM-tee |
more | אֲנִ֖י | ʾănî | uh-NEE |
wise? | אָ֣ז | ʾāz | az |
said I Then | יוֹתֵ֑ר | yôtēr | yoh-TARE |
in my heart, | וְדִבַּ֣רְתִּי | wĕdibbartî | veh-dee-BAHR-tee |
that this | בְלִבִּ֔י | bĕlibbî | veh-lee-BEE |
also | שֶׁגַּם | šeggam | sheh-ɡAHM |
is vanity. | זֶ֖ה | ze | zeh |
הָֽבֶל׃ | hābel | HA-vel |