Zechariah 1:6
परन्तु मेरे वचन और मेरी आज्ञाएं जिन को मैं ने अपने दास नबियों को दिया था, क्या वे तुम्हारे पुरखाओं पर पूरी न हुई? तब उन्होंने मन फिराया और कहा, सेनाओं के यहोवा ने हमारे चालचलन और कामों के अनुसार हम से जैसा व्यवहार करने को कहा था, वैसा ही उसने हम को बदला दिया है॥
Zechariah 1:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
But my words and my statutes, which I commanded my servants the prophets, did they not take hold of your fathers? and they returned and said, Like as the LORD of hosts thought to do unto us, according to our ways, and according to our doings, so hath he dealt with us.
American Standard Version (ASV)
But my words and my statutes, which I commanded my servants the prophets, did they not overtake your fathers? and they turned and said, Like as Jehovah of hosts thought to do unto us, according to our ways, and according to our doings, so hath he dealt with us.
Bible in Basic English (BBE)
But my words and my orders, which I gave to my servants the prophets, have they not overtaken your fathers? and turning back they said, As it was the purpose of the Lord of armies to do to us, in reward for our ways and our doings, so has he done.
Darby English Bible (DBY)
But my words and my statutes, which I commanded my servants the prophets, did they not overtake your fathers? And they turned and said, Like as Jehovah of hosts thought to do unto us, according to our ways and according to our doings, so hath he dealt with us.
World English Bible (WEB)
But my words and my decrees, which I commanded my servants the prophets, didn't they overtake your fathers? "Then they repented and said, 'Just as Yahweh of Hosts determined to do to us, according to our ways, and according to our practices, so he has dealt with us.'"
Young's Literal Translation (YLT)
Only, My words, and My statutes, That I commanded My servants the prophets, Have they not overtaken your fathers, And they turn back and say: As Jehovah of Hosts designed to do to us, According to our ways, and according to our doings, So He hath done to us?'
| But | אַ֣ךְ׀ | ʾak | ak |
| my words | דְּבָרַ֣י | dĕbāray | deh-va-RAI |
| and my statutes, | וְחֻקַּ֗י | wĕḥuqqay | veh-hoo-KAI |
| which | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
| I commanded | צִוִּ֙יתִי֙ | ṣiwwîtiy | tsee-WEE-TEE |
| אֶת | ʾet | et | |
| my servants | עֲבָדַ֣י | ʿăbāday | uh-va-DAI |
| prophets, the | הַנְּבִיאִ֔ים | hannĕbîʾîm | ha-neh-vee-EEM |
| did they not | הֲל֥וֹא | hălôʾ | huh-LOH |
| take hold | הִשִּׂ֖יגוּ | hiśśîgû | hee-SEE-ɡoo |
| fathers? your of | אֲבֹתֵיכֶ֑ם | ʾăbōtêkem | uh-voh-tay-HEM |
| and they returned | וַיָּשׁ֣וּבוּ | wayyāšûbû | va-ya-SHOO-voo |
| said, and | וַיֹּאמְר֗וּ | wayyōʾmĕrû | va-yoh-meh-ROO |
| Like as | כַּאֲשֶׁ֨ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| the Lord | זָמַ֜ם | zāmam | za-MAHM |
| hosts of | יְהוָ֤ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| thought | צְבָאוֹת֙ | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
| to do | לַעֲשׂ֣וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
| ways, our to according us, unto | לָ֔נוּ | lānû | LA-noo |
| doings, our to according and | כִּדְרָכֵ֙ינוּ֙ | kidrākênû | keed-ra-HAY-NOO |
| so | וּכְמַ֣עֲלָלֵ֔ינוּ | ûkĕmaʿălālênû | oo-heh-MA-uh-la-LAY-noo |
| hath he dealt | כֵּ֖ן | kēn | kane |
| with | עָשָׂ֥ה | ʿāśâ | ah-SA |
| us. | אִתָּֽנוּ׃ | ʾittānû | ee-ta-NOO |
Cross Reference
विलापगीत 2:17
यहोवा ने जो कुछ ठाना था वही किया भी है, जो वचन वह प्राचीनकाल से कहता आया है वही उसने पूरा भी किया है; उसने निठुरता से तुझे ढा दिया है, उसने शत्रुओं को तुझ पर आनन्दित किया, और तेरे द्रोहियों के सींग को ऊंचा किया हे।
मत्ती 24:35
आकाश और पृथ्वी टल जाएंगे, परन्तु मेरी बातें कभी न टलेंगी।
आमोस 9:10
मेरी प्रजा में के सब पापी जो कहते हैं कि वह विपत्ति हम पर न पड़ेगी, और न हमें घेरेगी, वे सब तलवार से मारे जाएंगे।
यिर्मयाह 44:28
और जो तलवार से बच कर और मिस्र देश से लौट कर यहूदा देश में पहुंचेंगे, वे थोड़े ही होंगे; और मिस्र देश में रहने के लिये आए हुए सब यहूदियों में से जो बच पाएंगे, वे जान लेंगे कि किसका वचन पूरा हुआ, मेरा वा उनका।
व्यवस्थाविवरण 28:15
परन्तु यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा की बात न सुने, और उसकी सारी आज्ञाओं और विधियों के पालने में जो मैं आज सुनाता हूं चौकसी नहीं करेगा, तो ये सब शाप तुझ पर आ पड़ेंगे।
विलापगीत 4:11
यहोवा ने अपनी पूरी जलजलाहट प्रगट की, उसने अपना कोप बहुत ही भड़काया; और सिय्योन में ऐसी आग लगाई जिस से उसकी नेव तक भस्म हो गई हे।
यहेजकेल 12:25
क्योंकि मैं यहोवा हूँ; जब मैं बोलूं, तब जो वचन मैं कहूं, वह पूरा हो जाएगा। उस में विलम्ब न होगा, परन्तु, हे बलवा करने वाले घराने तुम्हारे ही दिनों में मैं वचन कहूंगा, और वह पूरा हो जाएगा, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।
यहेजकेल 20:43
और वहां तुम अपनी चाल चलन और अपने सब कामों को जिनके करने से तुम अशुद्ध हुए हो स्मरण करोगे, और अपने सब बुरे कामों के कारण अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरोगे।
यहेजकेल 37:11
फिर उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, ये हड्डियां इस्राएल के सारे घराने की उपमा हैं। वे कहत हैं, हमारी हड्डियां सूख गई, और हमारी आशा जाती रही; हम पूरी रीति से कट चुके हैं।
दानिय्येल 9:11
वरन सब इस्राएलियों ने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया, और ऐसे हट गए कि तेरी नहीं सुनी। इस कारण जिस शाप की चर्चा परमेश्वर के दास मूसा की व्यवस्था में लिखी हुई है, वह शाप हम पर घट गया, क्योंकि हम ने उसके विरुद्ध पाप किया है।
होशे 2:6
इसलिये देखो, मैं उसके मार्ग को कांटों से घेरूंगा, और ऐसा बाड़ा खड़ा करूंगा कि वह राह न पा सकेगी।
होशे 9:15
उनकी सारी बुराई गिल्गाल में है; वहीं मैं ने उन से घृणा की। उनके बुरे कामों के कारण मैं उन को अपने घर से निकाल दूंगा। और उन से फिर प्रीति न रखूंगा, क्योंकि उनके सब हाकिम बलवा करने वाले हैं।
मलाकी 3:18
तब तुम फिरकर धर्मी और दुष्ट का भेद, अर्थात जो परमेश्वर की सेवा करता है, और जो उसकी सेवा नहीं करता, उन दोनों को भेद पहिचान सकोगे॥
1 थिस्सलुनीकियों 5:4
पर हे भाइयों, तुम तो अन्धकार में नहीं हो, कि वह दिन तुम पर चोर की नाईं आ पड़े।
विलापगीत 1:18
यहोवा सच्चाई पर है, क्योंकि मैं ने उसकी आज्ञा का उल्लंघन किया है; हे सब लोगो, सुनो, और मेरी पीड़ा को देखो! मेरे कुमार और कुमारियां बंधुआई में चली गई हैं।
यिर्मयाह 26:15
पर यह निश्चय जानो, कि, यदि तुम मुझे मार डालोगे, तो अपने को और इस नगर को और इसके निवासियों निर्दोष के हत्यारे बनाओगे; क्योंकि सचमुच यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास ये सब वचन सुनाने के लिये भेजा हे।
गिनती 32:23
और यदि तुम ऐसा न करो, तो यहोवा के विरुद्ध पापी ठहरोगे; और जान रखो कि तुम को तुम्हारा पाप लगेगा।
गिनती 33:56
और उन से जैसा बर्ताव करने की मनसा मैं ने की है वैसा ही तुम से करूंगा।
व्यवस्थाविवरण 28:20
फिर जिस जिस काम में तू हाथ लगाए, उस में यहोवा तब तक तुझ को शाप देता, और भयातुर करता, और धमकी देता रहेगा, जब तक तू मिट न जाए, और शीघ्र नष्ट न हो जाए; यह इस कारण होगा कि तू यहोवा को त्यागकर दुष्ट काम करेगा।
व्यवस्थाविवरण 28:45
तू जो अपने परमेश्वर यहोवा की दी हुई आज्ञाओं और विधियों के मानने को उसकी न सुनेगा, इस कारण ये सब शाप तुझ पर आ पड़ेंगे, और तेरे पीछे पड़े रहेंगे, और तुझ को पकड़ेंगे, और अन्त में तू नष्ट हो जाएगा।
2 इतिहास 36:17
तब उसने उन पर कसदियों के राजा से चढ़ाई करवाई, और इस ने उनके जवानों को उनके पवित्र भवन ही में तलवार से मार डाला। और क्या जवान, क्या कुंवारी, क्या बूढ़े, क्या पक्के बाल वाले, किसी पर भी कोमलता न की; यहोवा ने सभों को उसके हाथ में कर दिया।
अय्यूब 6:29
फिर कुछ अन्याय न होने पाए; फिर इस मुक़द्दमे में मेरा धर्म ज्यों का त्यों बना है, मैं सत्य पर हूँ।
यशायाह 3:8
यरूशलेम तो डगमगाया और यहूदा गिर गया है; क्योंकि उनके वचन और उनके काम यहोवा के विरुद्ध हैं, जो उसकी तेजोमय आंखों के साम्हने बलवा करने वाले ठहरे हैं॥
यशायाह 44:26
और अपने दास के वचन को पूरा करता और अपने दूतों की युक्ति को सफल करता हूं; जो यरूशलेम के विषय कहता है, वह फिर बसाई जाएगी और यहूदा के नगरों के विषय, वे फिर बनाए जाएंगे और मैं उनके खण्डहरों को सुधारूंगा;
यशायाह 55:1
अहो सब प्यासे लोगो, पानी के पास आओ; और जिनके पास रूपया न हो, तुम भी आकर मोल लो और खाओ! दाखमधु और दूध बिन रूपए और बिना दाम ही आकर ले लो।
यिर्मयाह 4:4
हे यहूदा के लोगो और यरूशलेम के निवासियों, यहोवा के लिये अपना खतना करो; हां, अपने मन का खतना करो; नहीं तो तुम्हारे बुरे कामों के कारण मेरा क्रोध आग की नाईं भड़केगा, और ऐसा होगा की कोई उसे बुझा न सकेगा।
यिर्मयाह 12:16
और यदि वे मेरी प्रजा की चाल सीखकर मेरे ही नाम की सौगन्ध, यहोवा के जीवन की सौगन्ध, खाने लगें, जिस प्रकार से उन्होंने मेरी प्रजा को बाल की सौगन्ध खाना सिखलाया था, तब मेरी प्रजा के बीच उनका भी वंश बढ़ेगा।
यिर्मयाह 18:8
तब यदि उस जाति के लोग जिसके विषय मैं ने कह बात कही हो अपनी बुराई से फिरें, तो मैं उस विपत्ति के विषय जो मैं ने उन पर डालने को ठाना हो पछताऊंगा।
यिर्मयाह 23:20
जब तक यहोवा अपना काम और अपनी युक्तियों को पूरी न कर चुके, तब तक उसका क्रोध शान्त न होगा। अन्त के दिनों में तुम इस बात को भली भांति समझ सकोगे।
गिनती 23:19
ईश्वर मनुष्य नहीं, कि झूठ बोले, और न वह आदमी है, कि अपनी इच्छा बदले। क्या जो कुछ उसने कहा उसे न करे? क्या वह वचन देकर उस पूरा न करे?