Song Of Solomon 6:2
मेरा प्रेमी अपनी बारी में अर्थात बलसान की क्यारियों की ओर गया है, कि बारी में अपनी भेड़-बकरियां चराए और सोसन फूल बटोरे।
Song Of Solomon 6:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
My beloved is gone down into his garden, to the beds of spices, to feed in the gardens, and to gather lilies.
American Standard Version (ASV)
My beloved is gone down to his garden, To the beds of spices, To feed in the gardens, and to gather lilies.
Bible in Basic English (BBE)
My loved one is gone down into his garden, to the beds of spices, to take food in the gardens, and to get lilies.
Darby English Bible (DBY)
My beloved is gone down into his garden, to the beds of spices, To feed in the gardens and to gather lilies.
World English Bible (WEB)
My beloved has gone down to his garden, To the beds of spices, To feed in the gardens, and to gather lilies.
Young's Literal Translation (YLT)
My beloved went down to his garden, To the beds of the spice, To delight himself in the gardens, and to gather lilies.
| My beloved | דּוֹדִי֙ | dôdiy | doh-DEE |
| is gone down | יָרַ֣ד | yārad | ya-RAHD |
| garden, his into | לְגַנּ֔וֹ | lĕgannô | leh-ɡA-noh |
| to the beds | לַעֲרוּג֖וֹת | laʿărûgôt | la-uh-roo-ɡOTE |
| spices, of | הַבֹּ֑שֶׂם | habbōśem | ha-BOH-sem |
| to feed | לִרְעוֹת֙ | lirʿôt | leer-OTE |
| gardens, the in | בַּגַּנִּ֔ים | baggannîm | ba-ɡa-NEEM |
| and to gather | וְלִלְקֹ֖ט | wĕlilqōṭ | veh-leel-KOTE |
| lilies. | שֽׁוֹשַׁנִּֽים׃ | šôšannîm | SHOH-sha-NEEM |
Cross Reference
श्रेष्ठगीत 5:13
उसके गाल फूलों की फुलवारी और बलसान की उभरी हुई क्यारियां हैं। उसके होंठ सोसन फूल हैं जिन से पिघला हुआ गन्धरस टपकता है॥
प्रकाशित वाक्य 7:17
क्योंकि मेम्ना जो सिंहासन के बीच में है, उन की रखवाली करेगा; और उन्हें जीवन रूपी जल के सोतों के पास ले जाया करेगा, और परमेश्वर उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा॥
1 थिस्सलुनीकियों 4:13
हे भाइयों, हम नहीं चाहते, कि तुम उनके विषय में जो सोते हैं, अज्ञान रहो; ऐसा न हो, कि तुम औरों की नाईं शोक करो जिन्हें आशा नहीं।
फिलिप्पियों 1:21
क्योंकि मेरे लिये जीवित रहना मसीह है, और मर जाना लाभ है।
यूहन्ना 17:24
हे पिता, मैं चाहता हूं कि जिन्हें तू ने मुझे दिया है, जहां मैं हूं, वहां वे भी मेरे साथ हों कि वे मेरी उस महिमा को देखें जो तू ने मुझे दी है, क्योंकि तू ने जगत की उत्पत्ति से पहिले मुझ से प्रेम रखा।
यूहन्ना 14:3
और यदि मैं जाकर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो।
यूहन्ना 4:34
यीशु ने उन से कहा, मेरा भोजन यह है, कि अपने भेजने वाले की इच्छा के अनुसार चलूं और उसका काम पूरा करूं।
मत्ती 28:20
और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं॥
मत्ती 18:20
क्योंकि जहां दो या तीन मेरे नाम पर इकट्ठे होते हैं वहां मैं उन के बीच में होता हूं॥
सपन्याह 3:17
तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है, वह उद्धार करने में पराक्रमी है; वह तेरे कारण आनन्द से मगन होगा, वह अपने प्रेम के मारे चुपका रहेगा; फिर ऊंचे स्वर से गाता हुआ तेरे कारण मगन होगा॥
यहेजकेल 34:23
और मैं उन पर ऐसा एक चरवाहा ठहराऊंगा जो उनकी चरवाही करेगा, वह मेरा दास दाऊद होगा, वही उन को चराएगा, और वही उनका चरवाहा होगा।
यशायाह 61:11
क्योंकि जैसे भूमि अपनी उपज को उगाती, और बारी में जो कुछ बोया जाता है उसको वह उपजाती है, वैसे ही प्रभु यहोवा सब जातियों के साम्हने धामिर्कता और धन्यवाद को बढ़ाएगा॥
यशायाह 58:11
और यहोवा तुझे लगातार लिए चलेगा, और काल के समय तुझे तृप्त और तेरी हड्डियों को हरी भरी करेगा; और तू सींची हुई बारी और ऐसे सोते के समान होगा जिसका जल कभी नहीं सूखता।
यशायाह 57:1
धर्मी जन नाश होता है, और कोई इस बात की चिन्ता नहीं करता; भक्त मनुष्य उठा लिए जाते हैं, परन्तु कोई नहीं सोचता। धर्मी जन इसलिये उठा लिया गया कि आने वाली आपत्ति से बच जाए,
यशायाह 40:11
वह चरवाहे की नाईं अपने झुण्ड को चराएगा, वह भेड़ों के बच्चों को अंकवार में लिए रहेगा और दूध पिलानेवालियों को धीरे धीरे ले चलेगा॥
श्रेष्ठगीत 6:11
मैं अखरोट की बारी में उत्तर गई, कि तराई के फूल देखूं, और देखूं की दाखलता में कलियें लगीं, और अनारों के फूल खिले कि नहीं।
श्रेष्ठगीत 4:12
मेरी बहिन, मेरी दुल्हिन, किवाड़ लगाई हुई बारी के समान, किवाड़ बन्द किया हुआ सोता, ओर छाप लगाया हुआ झरना है।
श्रेष्ठगीत 2:1
मैं शारोन देश का गुलाब और तराइयों में का सोसन फूल हूं॥
श्रेष्ठगीत 1:7
हे मेरे प्राणप्रिय मुझे बता, तू अपनी भेड़-बकरियां कहां चराता है, दोपहर को तू उन्हें कहां बैठाता है; मैं क्यों तेरे संगियों की भेड़-बकरियों के पास घूंघट काढ़े हुए भटकती फिरूं?