Ruth 1:1
जिन दिनों में न्यायी लोग न्याय करते थे उन दिनों में देश में अकाल पड़ा, तब यहूदा के बेतलेहेम का एक पुरूष अपनी स्त्री और दोनों पुत्रों को संग ले कर मोआब के देश में परदेशी हो कर रहने के लिये चला।
Ruth 1:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now it came to pass in the days when the judges ruled, that there was a famine in the land. And a certain man of Bethlehemjudah went to sojourn in the country of Moab, he, and his wife, and his two sons.
American Standard Version (ASV)
And it came to pass in the days when the judges judged, that there was a famine in the land. And a certain man of Bethlehem-judah went to sojourn in the country of Moab, he, and his wife, and his two sons.
Bible in Basic English (BBE)
Now there came a time, in the days of the judges, when there was no food in the land. And a certain man went from Beth-lehem-judah, he and his wife and his two sons, to make a living-place in the country of Moab.
Darby English Bible (DBY)
And it came to pass in the days when the judges ruled, that there was a famine in the land. And a certain man went from Bethlehem-Judah, to sojourn in the country of Moab, he, and his wife, and his two sons.
Webster's Bible (WBT)
Now it came to pass in the days when the judges ruled, that there was a famine in the land. And a certain man of Beth-lehem-judah went to dwell in the country of Moab, he, and his wife, and his two sons.
World English Bible (WEB)
It happened in the days when the judges judged, that there was a famine in the land. A certain man of Bethlehem Judah went to sojourn in the country of Moab, he, and his wife, and his two sons.
Young's Literal Translation (YLT)
And it cometh to pass, in the days of the judging of the judges, that there is a famine in the land, and there goeth a man from Beth-Lehem-Judah to sojourn in the fields of Moab, he, and his wife, and his two sons.
| Now it came to pass | וַיְהִ֗י | wayhî | vai-HEE |
| days the in | בִּימֵי֙ | bîmēy | bee-MAY |
| when the judges | שְׁפֹ֣ט | šĕpōṭ | sheh-FOTE |
| ruled, | הַשֹּֽׁפְטִ֔ים | haššōpĕṭîm | ha-shoh-feh-TEEM |
| that there was | וַיְהִ֥י | wayhî | vai-HEE |
| a famine | רָעָ֖ב | rāʿāb | ra-AV |
| land. the in | בָּאָ֑רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
| man certain a And | וַיֵּ֨לֶךְ | wayyēlek | va-YAY-lek |
| of Bethlehem-judah | אִ֜ישׁ | ʾîš | eesh |
| מִבֵּ֧ית | mibbêt | mee-BATE | |
| went | לֶ֣חֶם | leḥem | LEH-hem |
| to sojourn | יְהוּדָ֗ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
| country the in | לָגוּר֙ | lāgûr | la-ɡOOR |
| of Moab, | בִּשְׂדֵ֣י | biśdê | bees-DAY |
| he, | מוֹאָ֔ב | môʾāb | moh-AV |
| wife, his and | ה֥וּא | hûʾ | hoo |
| and his two | וְאִשְׁתּ֖וֹ | wĕʾištô | veh-eesh-TOH |
| sons. | וּשְׁנֵ֥י | ûšĕnê | oo-sheh-NAY |
| בָנָֽיו׃ | bānāyw | va-NAIV |
Cross Reference
उत्पत्ति 12:10
और उस देश में अकाल पड़ा: और अब्राम मिस्र देश को चला गया कि वहां परदेशी हो कर रहे -- क्योंकि देश में भयंकर अकाल पड़ा था।
उत्पत्ति 26:1
और उस देश में अकाल पड़ा, वह उस पहिले अकाल से अलग था जो इब्राहीम के दिनों में पड़ा था। सो इसहाक गरार को पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गया।
उत्पत्ति 43:1
और अकाल देश में और भी भयंकर होता गया।
न्यायियों 17:8
वह यहूदा के बेतलेहेम नगर से इसिलिये निकला, कि जहां कहीं स्थान मिले वहां जा रहे। चलते चलते वह एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर पर आ निकला।
भजन संहिता 105:16
फिर उसने उस देश में अकाल भेजा, और अन्न के सब आधार को दूर कर दिया।
यहेजकेल 14:13
हे मनुष्य के सन्तान, जब किसी देश के लोग मुझ से विश्वासघात कर के पापी हो जाएं, और मैं अपना हाथ उस देश के विरुद्ध बढ़ा कर उसका अन्नरूपी आधार दूर करूं, और उस में अकाल डालकर उस में से मनुष्य और पशु दोनों को नाश करूं,
आमोस 4:6
मैं ने तुम्हारे सब नगरों में दांत की सफाई करा दी, और तुम्हारे सब स्थानों में रोटी की घटी की है, तौभी तुम मेरी ओर फिरकर न आए, यहोवा की यही वाणी है॥
योएल 1:16
क्या भोजन वस्तुएं हमारे देखते नाश नहीं हुईं? क्या हमारे परमेश्वर के भवन का आनन्द और मगन जाता नहीं रहा?
योएल 1:10
खेती मारी गई, भूमि विलाप करती है; क्योंकि अन्न नाश हो गया, नया दाखमधु सूख गया, तेल भी सूख गया है॥
यहेजकेल 14:21
क्योंकि प्रभु यहोवा यों कहता है, मैं यरूशलेम पर अपने चारों दण्ड पहुंचाऊंगा, अर्थात तलवार, अकाल, दुष्ट जन्तु और मरी, जिन से मनुष्य और पशु सब उस में से नाश हों।
यिर्मयाह 14:1
यहोवा का वचन जो यिर्मयाह के पास सूखे वर्ष के विषय में पहुंचा:
भजन संहिता 107:34
वह फलवन्त भूमि को नोनी करता है, यह वहां के रहने वालों की दुष्टता के कारण होता है।
व्यवस्थाविवरण 28:23
और तेरे सिर के ऊपर आकाश पीतल का, और तेरे पांव के तले भूमि लोहे की हो जाएगी।
व्यवस्थाविवरण 28:38
तू खेत में बीज तो बहुत सा ले जाएगा, परन्तु उपज थोड़ी ही बटोरेगा; क्योंकि टिड्डियां उसे खा जाएंगी।
न्यायियों 2:16
तौभी यहोवा उनके लिये न्यायी ठहराता था जो उन्हें लूटने वाले के हाथ से छुड़ाते थे।
न्यायियों 12:8
उसके बाद बेतलेहेम का निवासी इबसान इस्राएल का न्याय करने लगा।
न्यायियों 19:1
उन दिनों में जब इस्राएलियों का कोई राजा न था, तब एक लेवीय पुरूष एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर परदेशी हो कर रहता था, जिसने यहूदा के बेतलेहेम में की एक सुरैतिन रख ली थी।
2 शमूएल 21:1
दाऊद के दिनों में लगातार तीन बरस तक अकाल पड़ा; तो दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की। यहोवा ने कहा, यह शाऊल और उसके खूनी घराने के कारण हुआ, क्योंकि उसने गिबोनियों को मरवा डाला था।
1 राजा 17:1
और तिशबी एलिय्याह जो गिलाद के परदेसियों में से था उसने अहाब से कहा, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहता हूँ, उसके जीवन की शपथ इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।
1 राजा 18:2
तब एलिय्याह अपने आप को अहाब को दिखाने गया। उस समय शोमरोन में अकाल भारी था।
2 राजा 8:1
जिस स्त्री के बेटे को एलीशा ने जिलाया था, उस से उसने कहा था कि अपने घराने समेत यहां से जा कर जहां कहीं तू रह सके वहां रह; क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि अकाल पड़े, और वह इस देश में सात वर्ष तक बना रहेगा।
लैव्यवस्था 26:19
और मैं तुम्हारे बल का घमण्ड तोड़ डालूंगा, और तुम्हारे लिये आकाश को मानो लोहे का और भूमि को मानो पीतल की बना दूंगा;