Psalm 6:6
मैं कराहते कराहते थक गया; मैं अपनी खाट आंसुओं से भिगोता हूं; प्रति रात मेरा बिछौना भीगता है।
Psalm 6:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
I am weary with my groaning; all the night make I my bed to swim; I water my couch with my tears.
American Standard Version (ASV)
I am weary with my groaning; Every night make I my bed to swim; I water my couch with my tears.
Bible in Basic English (BBE)
The voice of my sorrow is a weariness to me; all the night I make my bed wet with weeping; it is watered by the drops flowing from my eyes.
Darby English Bible (DBY)
I am wearied with my groaning; all the night make I my bed to swim; I dissolve my couch with my tears.
Webster's Bible (WBT)
For in death there is no remembrance of thee: in the grave who will give thee thanks?
World English Bible (WEB)
I am weary with my groaning; Every night I flood my bed; I drench my couch with my tears.
Young's Literal Translation (YLT)
I have been weary with my sighing, I meditate through all the night `on' my bed, With my tear my couch I waste.
| I am weary | יָגַ֤עְתִּי׀ | yāgaʿtî | ya-ɡA-tee |
| groaning; my with | בְּֽאַנְחָתִ֗י | bĕʾanḥātî | beh-an-ha-TEE |
| all | אַשְׂחֶ֣ה | ʾaśḥe | as-HEH |
| the night | בְכָל | bĕkāl | veh-HAHL |
| bed my I make | לַ֭יְלָה | laylâ | LA-la |
| to swim; | מִטָּתִ֑י | miṭṭātî | mee-ta-TEE |
| water I | בְּ֝דִמְעָתִ֗י | bĕdimʿātî | BEH-deem-ah-TEE |
| my couch | עַרְשִׂ֥י | ʿarśî | ar-SEE |
| with my tears. | אַמְסֶֽה׃ | ʾamse | am-SEH |
Cross Reference
भजन संहिता 69:3
मैं पुकारते पुकारते थक गया, मेरा गला सूख गया है; अपने परमेश्वर की बाट जोहते जोहते, मेरी आंखे रह गई हैं॥
भजन संहिता 42:3
मेरे आंसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं; और लोग दिन भर मुझ से कहते रहते हैं, तेरा परमेश्वर कहां है?
भजन संहिता 38:9
हे प्रभु मेरी सारी अभिलाषा तेरे सम्मुख है, और मेरा कराहना तुझ से छिपा नहीं।
लूका 7:38
और उसके पांवों के पास, पीछे खड़ी होकर, रोती हुई, उसके पांवों को आंसुओं से भिगाने और अपने सिर के बालों से पोंछने लगी और उसके पांव बारबार चूमकर उन पर इत्र मला।
विलापगीत 3:48
मेरी आंखों से मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण जल की धाराएं बह रही है।
विलापगीत 2:18
वे प्रभु की ओर तन मन से पुकारते हैं! हे सिय्योन की कुमारी (की शहरपनाह), अपने आंसू रात दिन नदी की नाईं बहाती रह! तनिक भी विश्राम न ले, न तेरी आंख की पुतली चैन ले!
विलापगीत 2:11
मेरी आंखें आंसू बहाते बहाते रह गई हैं; मेरी अन्तडिय़ां ऐंठी जाती हैं; मेरे लोगों की पुत्री के विनाश के कारण मेरा कलेजा फट गया है, क्योंकि बच्चे वरन दूधपिउवे बच्चे भी नगर के चौकों में मूर्च्छित होते हैं।
विलापगीत 1:16
इन बातों के कारण मैं रोती हूँ; मेरी आंखों से आंसू की धारा बहती रहती है; क्योंकि जिस शान्तिदाता के कारण मेरा जी हरा भरा हो जाता था, वह मुझ से दूर हो गया; मेरे लड़के-बाले अकेले हो गए, क्योंकि शत्रु प्रबल हुआ है।
विलापगीत 1:2
रात को वह फूट फूट कर रोती है, उसके आंसू गालों पर ढलकते हैं; उसके सब यारों में से अब कोई उसे शान्ति नहीं देता; उसके सब मित्रों ने उस से विश्वासघात किया, और उसके शत्रु बन गए हैं।
यिर्मयाह 14:17
तू उन से यह बात कह, मेरी आँखों से दिन रात आंसू लगातार बहते रहें, वे न रुकें क्योंकि मेरे लोगों की कुंवारी बेटी बहुत ही कुचली गई और घायल हुई है।
भजन संहिता 143:4
मेरी आत्मा भीतर से व्याकुल हो रही है मेरा मन विकल है॥
भजन संहिता 102:3
क्योंकि मेरे दिन धुएं की नाईं उड़े जाते हैं, और मेरी हडि्डयां लुकटी के समान जल गई हैं।
भजन संहिता 88:9
दु:ख भोगते भोगते मेरी आंखे धुन्धला गई। हे यहोवा मैं लगातार तुझे पुकारता और अपने हाथ तेरी ओर फैलाता आया हूं।
भजन संहिता 77:2
संकट के दिन मैं प्रभु की खोज में लगा रहा; रात को मेरा हाथ फैला रहा, और ढीला न हुआ, मुझ में शांति आई ही नहीं।
भजन संहिता 39:12
हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन, और मेरी दोहाई पर कान लगा; मेरा रोना सुनकर शांत न रह! क्योंकि मैं तेरे संग एक परदेशी यात्री की नाईं रहता हूं, और अपने सब पुरखाओं के समान परदेशी हूं।
अय्यूब 23:2
मेरी कुड़कुड़ाहट अब भी नहीं रुक सकती, मेरी मार मेरे कराहने से भारी है।
अय्यूब 16:20
मेरे मित्र मुझ से घृणा करते हैं, परन्तु मैं ईश्वर के साम्हने आंसू बहाता हूँ,
अय्यूब 10:1
मेरा प्राण जीवित रहने से उकताता है; मैं स्वतंत्रता पूर्वक कुड़कुड़ाऊंगा; और मैं अपने मन की कड़वाहट के मारे बातें करूंगा।
अय्यूब 7:3
वैसा ही मैं अनर्थ के महीनों का स्वामी बनाया गया हूँ, और मेरे लिये क्लेश से भरी रातें ठहराई गई हैं।