Psalm 42:4
मैं भीड़ के संग जाया करता था, मैं जयजयकार और धन्यवाद के साथ उत्सव करने वाली भीड़ के बीच में परमेश्वर के भवन को धीरे धीरे जाया करता था; यह स्मरण करके मेरा प्राण शोकित हो जाता है।
Psalm 42:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
When I remember these things, I pour out my soul in me: for I had gone with the multitude, I went with them to the house of God, with the voice of joy and praise, with a multitude that kept holyday.
American Standard Version (ASV)
These things I remember, and pour out my soul within me, How I went with the throng, and led them to the house of God, With the voice of joy and praise, a multitude keeping holyday.
Bible in Basic English (BBE)
Let my soul be overflowing with grief when these things come back to my mind, how I went in company to the house of God, with the voice of joy and praise, with the song of those who were keeping the feast.
Darby English Bible (DBY)
These things I remember and have poured out my soul within me: how I passed along with the multitude, how I went on with them to the house of God, with the voice of joy and praise, a festive multitude.
Webster's Bible (WBT)
My tears have been my food day and night, while they continually say to me, Where is thy God?
World English Bible (WEB)
These things I remember, and pour out my soul within me, How I used to go with the crowd, and led them to the house of God, With the voice of joy and praise, a multitude keeping a holy day.
Young's Literal Translation (YLT)
These I remember, and pour out my soul in me, For I pass over into the booth, I go softly with them unto the house of God, With the voice of singing and confession, The multitude keeping feast!
| When I remember | אֵ֤לֶּה | ʾēlle | A-leh |
| these | אֶזְכְּרָ֨ה׀ | ʾezkĕrâ | ez-keh-RA |
| out pour I things, | וְאֶשְׁפְּכָ֬ה | wĕʾešpĕkâ | veh-esh-peh-HA |
| my soul | עָלַ֨י׀ | ʿālay | ah-LAI |
| in | נַפְשִׁ֗י | napšî | nahf-SHEE |
| me: for | כִּ֤י | kî | kee |
| I had gone | אֶֽעֱבֹ֨ר׀ | ʾeʿĕbōr | eh-ay-VORE |
| with the multitude, | בַּסָּךְ֮ | bassok | ba-soke |
| went I | אֶדַּדֵּ֗ם | ʾeddaddēm | eh-da-DAME |
| with them to | עַד | ʿad | ad |
| the house | בֵּ֥ית | bêt | bate |
| of God, | אֱלֹ֫הִ֥ים | ʾĕlōhîm | ay-LOH-HEEM |
| voice the with | בְּקוֹל | bĕqôl | beh-KOLE |
| of joy | רִנָּ֥ה | rinnâ | ree-NA |
| and praise, | וְתוֹדָ֗ה | wĕtôdâ | veh-toh-DA |
| multitude a with | הָמ֥וֹן | hāmôn | ha-MONE |
| that kept holyday. | חוֹגֵֽג׃ | ḥôgēg | hoh-ɡAɡE |
Cross Reference
यशायाह 30:29
तब तुम पवित्र पर्व की रात का सा गीत गाओगे, और जैसा लोग यहोवा के पर्वत की ओर उस से मिलने को, जो इस्राएल की चट्टान है, बांसुली बजाते हुए जाते हैं, वैसे ही तुम्हारे मन में भी आनन्द होगा।
भजन संहिता 62:8
हे लोगो, हर समय उस पर भरोसा रखो; उससे अपने अपने मन की बातें खोलकर कहो; परमेश्वर हमारा शरणस्थान है।
भजन संहिता 122:1
जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।
लूका 16:25
परन्तु इब्राहीम ने कहा; हे पुत्र स्मरण कर, कि तू अपने जीवन में अच्छी वस्तुएं ले चुका है, और वैसे ही लाजर बुरी वस्तुएं: परन्तु अब वह यहां शान्ति पा रहा है, और तू तड़प रहा है।
नहूम 1:15
देखो, पहाड़ों पर शुभसमाचार का सुनाने वाला और शान्ति का प्रचार करने वाला आ रहा है! अब हे यहूदा, अपने पर्व मान, और अपनी मन्नतें पूरी कर, क्योंकि वह ओछा फिर कभी तेरे बीच में हो कर न चलेगा, और पूरी रीति से नाश हुआ है॥
विलापगीत 4:1
सोना कैसे खोटा हो गया, अत्यन्त खरा सोना कैसे बदल गया है? पवित्रस्थान के पत्थर तो हर एक सड़क के सिरे पर फेंक दिए गए हैं।
विलापगीत 2:19
रात के हर पहर के आरम्भ में उठ कर चिल्लाया कर! प्रभु के सम्मुख अपने मन की बातों को धारा की नाईं उण्डेल! तेरे बाल-बच्चे जो हर एक सड़क के सिरे पर भूख के कारण मूर्च्छित हो रहे हैं, उनके प्राण के निमित्त अपने हाथ उसकी ओर फैला।
भजन संहिता 100:4
उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
भजन संहिता 81:1
परमेश्वर जो हमारा बल है, उसका गीत आनन्द से गाओ; याकूब के परमेश्वर का जयजयकार करो!
भजन संहिता 55:14
हम दोनों आपस में कैसी मीठी मीठी बातें करते थे; हम भीड़ के साथ परमेश्वर के भवन को जाते थे।
अय्यूब 29:2
भला होता, कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती, जिन दिनों में ईश्वर मेरी रक्षा करता था,
2 इतिहास 30:23
तब सारी सभा ने सम्मति की कि हम और सात दिन पर्व्व मानेंगे; सो उन्होंने और सात दिन आनन्द से पर्व्व मनाया।
2 इतिहास 7:10
निदान सातवें महीने के तेइसवें दिन को उसने प्रजा के लोगों को विदा किया, कि वे अपने अपने डेरे को जाएं, और वे उस भलाई के कारण जो यहोवा ने दाऊद और सुलैमान और अपनी प्रजा इस्राएल पर की थी आनन्दित थे।
1 इतिहास 16:1
तब परमेश्वर का सन्दूक ले आकर उस तम्बू में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था; और परमेश्वर के साम्हने होमबलि और मेलबलि चढ़ाए गए।
1 इतिहास 15:15
तब उस आज्ञा के अनुसार जो मूसा ने यहोवा का वचन सुन कर दी थी, लेवियों ने सन्दूक को डंडों के बल अपने कंधों पर उठा लिया।
1 शमूएल 1:15
हन्ना ने कहा, नहीं, हे मेरे प्रभु, मैं तो दु:खिया हूं; मैं ने न तो दाखमधु पिया है और न मदिरा, मैं ने अपने मन की बात खोल कर यहोवा से कही है।
रूत 1:21
मैं भरी पूरी चली गई थी, परन्तु यहोवा ने मुझे छूछी करके लौटाया है। सो जब कि यहोवा ही ने मेरे विरुद्ध साक्षी दी, और सर्वशक्तिमान ने मुझे दु:ख दिया है, फिर तुम मुझे क्यों नाओमी कहती हो?
व्यवस्थाविवरण 16:14
और अपने इस पर्व्व में अपने अपने बेटे बेटियों, दास-दासियों समेत तू और जो लेवीय, और परदेशी, और अनाथ, और विधवाएं तेरे फाटकों के भीतर होंवे भी आनन्द करें।
व्यवस्थाविवरण 16:11
और उस स्थान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपने अपने बेटे-बेटियों, दास-दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों, और जो जो परदेशी, और अनाथ, और विधवाएं तेरे बीच में हों, वे सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने आनन्द करें।