Psalm 147:8
वह आकाश को मेघों से छा देता है, और पृथ्वी के लिये मेंह की तैयारी करता है, और पहाड़ों पर घास उगाता है।
Psalm 147:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
Who covereth the heaven with clouds, who prepareth rain for the earth, who maketh grass to grow upon the mountains.
American Standard Version (ASV)
Who covereth the heavens with clouds, Who prepareth rain for the earth, Who maketh grass to grow upon the mountains.
Bible in Basic English (BBE)
By his hand the heaven is covered with clouds and rain is stored up for the earth; he makes the grass tall on the mountains.
Darby English Bible (DBY)
Who covereth the heavens with clouds, who prepareth rain for the earth, who maketh grass to grow upon the mountains;
World English Bible (WEB)
Who covers the sky with clouds, Who prepares rain for the earth, Who makes grass grow on the mountains.
Young's Literal Translation (YLT)
Who is covering the heavens with clouds, Who is preparing for the earth rain, Who is causing grass to spring up `on' mountains,
| Who covereth | הַֽמְכַסֶּ֬ה | hamkasse | hahm-ha-SEH |
| the heaven | שָׁמַ֨יִם׀ | šāmayim | sha-MA-yeem |
| clouds, with | בְּעָבִ֗ים | bĕʿābîm | beh-ah-VEEM |
| who prepareth | הַמֵּכִ֣ין | hammēkîn | ha-may-HEEN |
| rain | לָאָ֣רֶץ | lāʾāreṣ | la-AH-rets |
| earth, the for | מָטָ֑ר | māṭār | ma-TAHR |
| who maketh grass | הַמַּצְמִ֖יחַ | hammaṣmîaḥ | ha-mahts-MEE-ak |
| to grow | הָרִ֣ים | hārîm | ha-REEM |
| upon the mountains. | חָצִֽיר׃ | ḥāṣîr | ha-TSEER |
Cross Reference
अय्यूब 5:10
वही पृथ्वी के ऊपर वर्षा करता, और खेतों पर जल बरसाता है।
भजन संहिता 104:13
तू अपनी अटारियों में से पहाड़ों को सींचता है तेरे कामों के फल से पृथ्वी तृप्त रहती है॥
अय्यूब 26:8
वह जल को अपनी काली घटाओं में बान्ध रखता, और बादल उसके बोझ से नहीं फटता।
उत्पत्ति 9:14
और जब मैं पृथ्वी पर बादल फैलाऊं जब बादल में धनुष देख पड़ेगा।
याकूब 5:17
एलिय्याह भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा।
प्रेरितों के काम 14:17
तौभी उस ने अपने आप को बे-गवाह न छोड़ा; किन्तु वह भलाई करता रहा, और आकाश से वर्षा और फलवन्त ऋतु देकर, तुम्हारे मन को भोजन और आनन्द से भरता रहा।
मत्ती 5:45
जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे क्योंकि वह भलों और बुरों दोनो पर अपना सूर्य उदय करता है, और धमिर्यों और अधमिर्यों दोनों पर मेंह बरसाता है।
आमोस 5:7
हे न्याय के बिगाड़ने वालों और धर्म को मिट्टी में मिलाने वालों!
योएल 2:23
हे सिय्योनियों, तुम अपने परमेश्वर यहोवा के कारण मगन हो, और आनन्द करो; क्योंकि तुम्हारे लिये वह वर्षा, अर्थात बरसात की पहिली वर्षा बहुतायत से देगा; और पहिले के समान अगली और पिछली वर्षा को भी बरसाएगा॥
यिर्मयाह 14:22
क्या अन्यजातियों की मूरतों में से कोई वर्षा कर सकता है? क्या आकाश झडिय़ां लगा सकता है? हे हमारे परमेश्वर यहोवा, क्या तू ही इन सब बातों का करने वाला नहीं है? हम तेरा ही आसरा देखते रहेंगे, क्योंकि इन सारी वस्तुओं का सृजनहार तू ही है।
यशायाह 5:6
मैं उसे उजाड़ दूंगा; वह न तो फिर छांटी और न खोदी जाएगी और उस में भांति भांति के कटीले पेड़ उगेंगे; मैं मेघों को भी आज्ञा दूंगा कि उस पर जल न बरसाएं॥
भजन संहिता 135:1
याह की स्तुति करो, यहोवा के नाम की स्तुति करो, हे यहोवा के सेवकों तुम स्तुति करो,
भजन संहिता 65:9
तू भूमि की सुधि लेकर उसको सींचता हैं, तू उसको बहुत फलदायक करता है; परमेश्वर की नहर जल से भरी रहती है; तू पृथ्वी को तैयार करके मनुष्यों के लिये अन्न को तैयार करता है।
अय्यूब 38:24
किस मार्ग से उजियाला फैलाया जाता है, ओर पुरवाई पृथ्वी पर बहाई जाती है?
अय्यूब 36:27
क्योंकि वह तो जल की बूंदें ऊपर को खींच लेता है वे कुहरे से मेंह हो कर टपकती हैं,
1 राजा 18:44
सातवीं बार उसने कहा, देख समुद्र में से मनुष्य का हाथ सा एक छोटा बादल उठ रहा है। एलिय्याह ने कहा, अहाब के पास जा कर कह, कि रथ जुतवा कर नीचे जा, कहीं ऐसा न हो कि तू वर्षा के कारण रुक जाए।