Psalm 130:1
हे यहोवा, मैं ने गहिरे स्थानों में से तुझ को पुकारा है!
Psalm 130:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Out of the depths have I cried unto thee, O LORD.
American Standard Version (ASV)
Out of the depths have I cried unto thee, O Jehovah.
Bible in Basic English (BBE)
<A Song of the going up.> Out of the deep have I sent up my cry to you, O Lord.
Darby English Bible (DBY)
{A Song of degrees.} Out of the depths do I call upon thee, Jehovah.
World English Bible (WEB)
> Out of the depths I have cried to you, Yahweh.
Young's Literal Translation (YLT)
A Song of the Ascents. From depths I have called Thee, Jehovah.
| Out of the depths | מִמַּעֲמַקִּ֖ים | mimmaʿămaqqîm | mee-ma-uh-ma-KEEM |
| cried I have | קְרָאתִ֣יךָ | qĕrāʾtîkā | keh-ra-TEE-ha |
| unto thee, O Lord. | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |
Cross Reference
भजन संहिता 42:7
तेरी जलधाराओं का शब्द सुनकर जल, जल को पुकारता है; तेरी सारी तरंगों और लहरों में मैं डूब गया हूं।
भजन संहिता 124:1
इस्राएल यह कहे, कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता,
भजन संहिता 125:1
जो यहोवा पर भरोसा रखते हैं, वे सिय्योन पर्वत के समान हैं, जो टलता नहीं, वरन सदा बना रहता है।
भजन संहिता 126:1
जब यहोवा सिय्योन से लौटने वालों को लौटा ले आया, तब हम स्वप्न देखने वाले से हो गए।
भजन संहिता 127:1
यदि घर को यहोवा न बनाए, तो उसके बनाने वालों को परिश्रम व्यर्थ होगा। यदि नगर की रक्षा यहोवा न करे, तो रखवाले का जागना व्यर्थ ही होगा।
भजन संहिता 128:1
क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है, और उसके मार्गों पर चलता है!
भजन संहिता 129:1
इस्राएल अब यह कहे, कि मेरे बचपन से लोग मुझे बार बार क्लेश देते आए हैं,
विलापगीत 3:53
उन्होंने मुझे गड़हे में डाल कर मेरे जीवन का अन्त करने के लिये मेरे ऊपर पत्थर लुढ़काए हैं;
योना 2:2
मैं ने संकट में पड़े हुए यहोवा की दोहाई दी, और उसने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तू ने मेरी सुन ली।
इब्रानियों 5:7
उस ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊंचे शब्द से पुकार पुकार कर, और आंसू बहा बहा कर उस से जो उस को मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएं और बिनती की और भक्ति के कारण उस की सुनी गई।
भजन संहिता 123:1
हे स्वर्ग में विराजमान मैं अपनी आंखें तेरी ओर लगाता हूं!
भजन संहिता 122:1
जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।
भजन संहिता 18:16
उसने ऊपर से हाथ बढ़ाकर मुझे थाम लिया, और गहिरे जल में से खींच लिया।
भजन संहिता 25:16
हे यहोवा मेरी ओर फिरकर मुझ पर अनुग्रह कर; क्योंकि मैं अकेला और दीन हूं।
भजन संहिता 40:2
उसने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा करके मेरे पैरों को दृढ़ किया है।
भजन संहिता 69:1
हे परमेश्वर, मेरा उद्धार कर, मैं जल में डूबा जाता हूं।
भजन संहिता 69:14
मुझ को दलदल में से उबार, कि मैं धंस न जाऊं; मैं अपने बैरियों से, और गहिरे जल में से बच जाऊं।
भजन संहिता 71:20
तू ने तो हम को बहुत से कठिन कष्ट दिखाए हैं परन्तु अब तू फिर से हम को जिलाएगा; और पृथ्वी के गहिरे गड़हे में से उबार लेगा।
भजन संहिता 88:6
तू ने मुझे गड़हे के तल ही में, अन्धेरे और गहिरे स्थान में रखा है।
भजन संहिता 116:3
मृत्यु की रस्सियां मेरे चारोंओर थीं; मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था; मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा।
भजन संहिता 121:1
मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी?
भजन संहिता 18:4
मृत्यु की रस्सियों से मैं चारो ओर से घिर गया हूं, और अधर्म की बाढ़ ने मुझ को भयभीत कर दिया;