Psalm 129:1
इस्राएल अब यह कहे, कि मेरे बचपन से लोग मुझे बार बार क्लेश देते आए हैं,
Psalm 129:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Many a time have they afflicted me from my youth, may Israel now say:
American Standard Version (ASV)
Many a time have they afflicted me from my youth up, Let Israel now say,
Bible in Basic English (BBE)
<A Song of the going up.> Great have been my troubles from the time when I was young (let Israel now say);
Darby English Bible (DBY)
{A Song of degrees.} Many a time have they afflicted me from my youth -- oh let Israel say --
World English Bible (WEB)
> Many times they have afflicted me from my youth up. Let Israel now say,
Young's Literal Translation (YLT)
A Song of the Ascents. Often they distressed me from my youth, Pray, let Israel say:
| Many a time | רַ֭בַּת | rabbat | RA-baht |
| have they afflicted | צְרָר֣וּנִי | ṣĕrārûnî | tseh-ra-ROO-nee |
| youth, my from me | מִנְּעוּרַ֑י | minnĕʿûray | mee-neh-oo-RAI |
| may Israel | יֹֽאמַר | yōʾmar | YOH-mahr |
| now | נָ֝א | nāʾ | na |
| say: | יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
Cross Reference
भजन संहिता 124:1
इस्राएल यह कहे, कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता,
होशे 2:15
और वहीं मैं उसको दाख की बारियां दूंगा, और आकोर की तराई को आशा का द्वार कर दूंगा और वहां वह मुझ से ऐसी बातें कहेगी जैसी अपनी जवानी के दिनों में अर्थात मिस्र देश से चले आने के समय कहती थी।
यिर्मयाह 2:2
और यरूशलेम में पुकार कर यह सुना दे, यहोवा यह कहता है, तेरी जवानी का स्नेह और तेरे विवाह के समय का प्रेम मुझे स्मरण आता है कि तू कैसे जंगल में मेरे पीछे पीछे चली जहां भूमि जोती-बोई न गई थी।
होशे 11:1
जब इस्राएल बालक था, तब मैं ने उस से प्रेम किया, और अपने पुत्र को मिस्र से बुलाया।
भजन संहिता 120:1
संकट के समय मैं ने यहोवा को पुकारा, और उसने मेरी सुन ली।
भजन संहिता 127:1
यदि घर को यहोवा न बनाए, तो उसके बनाने वालों को परिश्रम व्यर्थ होगा। यदि नगर की रक्षा यहोवा न करे, तो रखवाले का जागना व्यर्थ ही होगा।
भजन संहिता 128:1
क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है, और उसके मार्गों पर चलता है!
यशायाह 47:12
अपने तन्त्र मन्त्र और बहुत से टोनहों को, जिनका तू ने बाल्यावस्था ही से अभ्यास किया है उपयोग में ला, सम्भव है तू उन से लाभ उठा सके या उनके बल से स्थिर रह सके।
यिर्मयाह 22:21
तेरे सुख के समय मैं ने तुझ को चिताया था, परन्तु तू ने कहा, मैं तेरी न सुनूंगी। युवावस्था ही से तेरी चाल ऐसी है कि तू मेरी बात नहीं सुनती।
विलापगीत 1:3
यहूदा दु:ख और कठिन दासत्व से बचने के लिये परदेश चली गई; परन्तु अन्यजातियों में रहती हुई वह चैन नहीं पाती; उसके सब खदेड़ने वालों ने उसकी सकेती में उसे पकड़ लिया है।
यहेजकेल 23:3
वे अपने बचपन ही में वेश्या का काम मिस्र में करने लगी; उनकी छातियां कुंवारपन में पहिले वहीं मींजी गई और उनका मरदन भी हुआ।
भजन संहिता 126:1
जब यहोवा सिय्योन से लौटने वालों को लौटा ले आया, तब हम स्वप्न देखने वाले से हो गए।
भजन संहिता 125:1
जो यहोवा पर भरोसा रखते हैं, वे सिय्योन पर्वत के समान हैं, जो टलता नहीं, वरन सदा बना रहता है।
भजन संहिता 123:1
हे स्वर्ग में विराजमान मैं अपनी आंखें तेरी ओर लगाता हूं!
निर्गमन 1:22
तब फिरौन ने अपनी सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी, कि इब्रियों के जितने बेटे उत्पन्न हों उन सभों को तुम नील नदी में डाल देना, और सब बेटियों को जीवित रख छोड़ना॥
निर्गमन 5:7
कि तुम जो अब तक ईटें बनाने के लिये लोगों को पुआल दिया करते थे सो आगे को न देना; वे आप ही जा कर अपने लिये पुआल इकट्ठा करें।
न्यायियों 2:15
जहां कहीं वे बाहर जाते वहां यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था, जैसे यहोवा ने उन से कहा था, वरन यहोवा ने शपथ खाई थी; इस प्रकार से बड़े संकट में पड़ गए।
न्यायियों 3:8
तब यहोवा का क्रोध इस्राएलियों पर भड़का, और उसने उन को अरम्नहरैम के राजा कूशत्रिशातैम के आधीन कर दिया; सो इस्राएली आठ वर्ष तक कूशत्रिशातैम के आधीन में रहे।
न्यायियों 10:8
और उस वर्ष थे इस्राएलियोंको सताते और पीसते रहे। वरन यरदन पार एमोरियोंके देश गिलाद में रहनेवाले सब इस्राएलियोंपर अठारह वर्ष तक अन्धेर करते रहे।
1 शमूएल 13:19
और इस्राएल के पूरे देश में लोहार कहीं नहीं मिलता था, क्योंकि पलिश्तियों ने कहा था, कि इब्री तलवार वा भाला बनाने न पांए;
एज्रा 4:1
जब यहूदा और बिन्यामीन के शत्रुओं ने यह सुना कि बन्धुआई से छूटे हुए लोग इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये मन्दिर बना रहे हैं,
भजन संहिता 88:15
मैं बचपन ही से दु:खी वरन अधमुआ हूं, तुझ से भय खाते मैं अति व्याकुल हो गया हूं।
भजन संहिता 121:1
मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी?
भजन संहिता 122:1
जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।
निर्गमन 1:12
पर ज्यों ज्यों वे उन को दु:ख देते गए त्यों त्यों वे बढ़ते और फैलते चले गए; इसलिये वे इस्राएलियों से अत्यन्त डर गए।