Psalm 12:2
उन में से प्रत्येक अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है; वे चापलूसी के ओठों से दो रंगी बातें करते हैं॥
Psalm 12:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
They speak vanity every one with his neighbour: with flattering lips and with a double heart do they speak.
American Standard Version (ASV)
They speak falsehood every one with his neighbor: With flattering lip, and with a double heart, do they speak.
Bible in Basic English (BBE)
Everyone says false words to his neighbour: their tongues are smooth in their talk, and their hearts are full of deceit.
Darby English Bible (DBY)
They speak falsehood every one with his neighbour: [with] flattering lip, with a double heart, do they speak.
Webster's Bible (WBT)
To the chief Musician upon Sheminith. A Psalm of David. Help, LORD; for the godly man ceaseth; for the faithful fail from among the children of men.
World English Bible (WEB)
Everyone lies to his neighbor. They speak with flattering lips, and with a double heart.
Young's Literal Translation (YLT)
Vanity they speak each with his neighbour, Lip of flattery! With heart and heart they speak.
| They speak | שָׁ֤וְא׀ | šāwĕʾ | SHA-veh |
| vanity | יְֽדַבְּרוּ֮ | yĕdabbĕrû | yeh-da-beh-ROO |
| every one | אִ֤ישׁ | ʾîš | eesh |
| with | אֶת | ʾet | et |
| his neighbour: | רֵ֫עֵ֥הוּ | rēʿēhû | RAY-A-hoo |
| flattering with | שְׂפַ֥ת | śĕpat | seh-FAHT |
| lips | חֲלָק֑וֹת | ḥălāqôt | huh-la-KOTE |
| double a with and | בְּלֵ֖ב | bĕlēb | beh-LAVE |
| heart | וָלֵ֣ב | wālēb | va-LAVE |
| do they speak. | יְדַבֵּֽרוּ׃ | yĕdabbērû | yeh-da-bay-ROO |
Cross Reference
रोमियो 16:18
क्योंकि ऐसे लोग हमारे प्रभु मसीह की नहीं, परन्तु अपने पेट की सेवा करते है; और चिकनी चुपड़ी बातों से सीधे सादे मन के लोगों को बहका देते हैं।
भजन संहिता 41:6
और जब वह मुझ से मिलने को आता है, तब वह व्यर्थ बातें बकता है, जब कि उसका मन अपने अन्दर अधर्म की बातें संचय करता है; और बाहर जाकर उनकी चर्चा करता है।
यिर्मयाह 9:8
उनकी जीभ काल के तीर के समान बेधने वाली है, उस से छल की बातें निकलती हैं; वे मुंह से तो एक दूसरे से मेल की बात बोलते हैं पर मन ही मन एक दूसरे की घात में लगे रहते हैं।
भजन संहिता 10:7
उसका मुंह शाप और छल और अन्धेर से भरा है; उत्पात और अनर्थ की बातें उसके मुंह में हैं।
भजन संहिता 5:9
क्योंकि उनके मुंह में कोई सच्चाई नहीं; उनके मन में निरी दुष्टता है। उनका गला खुली हुई कब्र है, वे अपनी जीभ से चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं।
भजन संहिता 28:3
उन दुष्टों और अनर्थकारियों के संग मुझे न घसीट; जो अपने पड़ोसियों बातें तो मेल की बोलते हैं परन्तु हृदय में बुराई रखते हैं।
भजन संहिता 144:8
उनके मुंह से तो व्यर्थ बातें निकलती हैं, और उनके दाहिने हाथ से धोखे के काम होते हैं॥
याकूब 1:8
वह व्यक्ति दुचित्ता है, और अपनी सारी बातों में चंचल है॥
1 इतिहास 12:33
फिर जबूलून में से युद्ध के सब प्रकार के हथियार लिए हुए लड़ने को पांति बान्धने वाले योद्धा पचास हजार आए, वे पांति बान्ध्ने वाले थे: और चंचल न थे।
1 थिस्सलुनीकियों 2:5
क्योंकि तुम जानते हो, कि हम न तो कभी लल्लोपत्तो की बातें किया करते थे, और न लोभ के लिये बहाना करते थे, परमेश्वर गवाह है।
यहेजकेल 12:24
क्योंकि इस्राएल के घराने में न तो और अधिक झूठे दर्शन की कोई बात और न कोई चिकनी-चुपड़ी बात फिर कही जाएगी।
यिर्मयाह 9:2
भला होता कि मुझे जंगल में बटोहियों का कोई टिकाव मिलता कि मैं अपने लोगों को छोड़कर वहीं चला जाता! क्योंकि वे सब व्यभिचारी हैं, वे विश्वासघातियों का समाज हैं।
भजन संहिता 38:12
मेरे प्राण के ग्राहक मेरे लिये जाल बिछाते हैं, और मेरी हानि के यत्न करने वाले दुष्टता की बातें बोलते, और दिन भर छल की युक्ति सोचते हैं।
भजन संहिता 52:1
हे वीर, तू बुराई करने पर क्यों घमण्ड करता है? ईश्वर की करूणा तो अनन्त है।
भजन संहिता 55:21
उसके मुंह की बातें तो मक्खन सी चिकनी थी परन्तु उसके मन में लड़ाई की बातें थीं; उसके वचन तेल से अधिक नरम तो थे परन्तु नंगी तलवारें थीं॥
भजन संहिता 59:12
वह अपने मुंह के पाप, और ओठों के वचन, और शाप देने, और झूठ बोलने के कारण, अभिमान में फंसे हुए पकड़े जाएं।
भजन संहिता 62:4
सचमुच वे उसको, उसके ऊंचे पद से गिराने की सम्मति करते हैं; वे झूठ से प्रसन्न रहते हैं। मुंह से तो वे आशीर्वाद देते पर मन में कोसते हैं॥
भजन संहिता 144:11
तू मुझ को उबार और परदेशियों के वश से छुड़ा ले, जिन के मुंह से व्यर्थ बातें निकलती हैं, और जिनका दाहिना हाथ झूठ का दाहिना हाथ है॥
नीतिवचन 20:19
जो लुतराई करता फिरता है वह भेद प्रगट करता है; इसलिये बकवादी से मेल जोल न रखना।
नीतिवचन 29:5
जो पुरूष किसी से चिकनी चुपड़ी बातें करता है, वह उसके पैरों के लिये जाल लगाता है।
भजन संहिता 36:3
उसकी बातें अनर्थ और छल की हैं; उसने बुद्धि और भलाई के काम करने से हाथ उठाया है।