Psalm 106:45 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 106 Psalm 106:45

Psalm 106:45
और उनके हित अपनी वाचा को स्मरण करके अपनी अपार करूणा के अनुसार तरस खाया,

Psalm 106:44Psalm 106Psalm 106:46

Psalm 106:45 in Other Translations

King James Version (KJV)
And he remembered for them his covenant, and repented according to the multitude of his mercies.

American Standard Version (ASV)
And he remembered for them his covenant, And repented according to the multitude of his lovingkindnesses.

Bible in Basic English (BBE)
And kept in mind his agreement with them, and in his great mercy gave them forgiveness.

Darby English Bible (DBY)
And he remembered for them his covenant, and repented according to the multitude of his loving-kindnesses;

World English Bible (WEB)
He remembered for them his covenant, And repented according to the multitude of his loving kindnesses.

Young's Literal Translation (YLT)
And remembereth for them His covenant, And is comforted, According to the abundance of His kindness.

And
he
remembered
וַיִּזְכֹּ֣רwayyizkōrva-yeez-KORE
for
them
his
covenant,
לָהֶ֣םlāhemla-HEM
repented
and
בְּרִית֑וֹbĕrîtôbeh-ree-TOH
according
to
the
multitude
וַ֝יִּנָּחֵ֗םwayyinnāḥēmVA-yee-na-HAME
of
his
mercies.
כְּרֹ֣בkĕrōbkeh-ROVE
חֲסָדָֽו׃ḥăsādāwhuh-sa-DAHV

Cross Reference

भजन संहिता 105:8
वह अपनी वाचा को सदा स्मरण रखता आया है, यह वही वचन है जो उसने हजार पीढ़ीयों के लिये ठहराया है;

भजन संहिता 69:16
हे यहोवा, मेरी सुन ले, क्योंकि तेरी करूणा उत्तम है; अपनी दया की बहुतायत के अनुसार मेरी ओर ध्यान दे।

न्यायियों 2:18
और जब जब यहोवा उनके लिये न्यायी को ठहराता तब तब वह उस न्यायी के संग रहकर उसके जीवन भर उन्हें शत्रुओं के हाथ से छुड़ाता था; क्योंकि यहोवा उनका कराहना जो अन्धेर और उपद्रव करने वालों के कारण होता था सुनकर दु:खी था।

विलापगीत 3:32
चाहे वह दु:ख भी दे, तौभी अपनी करुणा की बहुतायत के कारण वह दया भी करता है;

यशायाह 63:7
जितना उपकार यहोवा ने हम लोगों का किया अर्थात इस्राएल के घराने पर दया और अत्यन्त करूणा कर के उसने हम से जितनी भलाई, कि उस सब के अनुसार मैं यहोवा के करूणामय कामों का वर्णन और उसका गुणानुवाद करूंगा।

भजन संहिता 90:13
हे यहोवा लौट आ! कब तक? और अपने दासों पर तरस खा!

भजन संहिता 51:1
हे परमेश्वर, अपनी करूणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर; अपनी बड़ी दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे।

लूका 1:71
अर्थात हमारे शत्रुओं से, और हमारे सब बैरियों के हाथ से हमारा उद्धार किया है।

आमोस 7:6
इसके विषय में भी यहोवा पछताया; और परमेश्वर यहोवा ने कहा, ऐसी बात फिर न होगी॥

आमोस 7:3
इसके विषय में यहोवा पछताया, और उस से कहा, ऐसी बात अब न होगी॥

होशे 11:8
हे एप्रैम, मैं तुझे क्योंकर छोड़ दूं? हे इस्राएल, मैं क्योंकर तुझे शत्रु के वश में कर दूं? मैं क्योंकर तुझे अदमा की नाईं छोड़ दूं, और सबोयीम के समान कर दूं? मेरा हृदय तो उलट पुलट हो गया, मेरा मन स्नेह के मारे पिघल गया है।

भजन संहिता 135:14
यहोवा तो अपनी प्रजा का न्याय चुकाएगा, और अपने दासों की दुर्दशा देख कर तरस खाएगा।

2 राजा 13:23
परन्तु यहोवा ने उन पर अनुग्रह किया, और उन पर दया कर के अपनी उस वाचा के कारण जो उसने इब्राहीम, इसहाक और याकूब से बान्धी थी, उन पर कृपा दृष्टि की, और न तो उन्हें नाश किया, और न अपने साम्हने से निकाल दिया।

2 शमूएल 24:16
परन्तु जब दूत ने यरूशलेम का नाश करने को उस पर अपना हाथ बढ़ाया, तब यहोवा वह विपत्ति डालकर शोकित हुआ, और प्रजा के नाश करने वाले दूत से कहा, बस कर; अब अपना हाथ खींच। और यहोवा का दूत उस समय अरौना नाम एक यबूसी के खलिहान के पास था।

व्यवस्थाविवरण 32:36
क्योंकि जब यहोवा देखेगा कि मेरी प्रजा की शक्ति जाती रही, और क्या बन्धुआ और क्या स्वाधीन, उन में कोई बचा नहीं रहा, तब यहोवा अपने लोगों का न्याय करेगा, और अपने दासों के विषय में तरस खाएगा॥

लैव्यवस्था 26:40
तब वे अपने और अपने पितरों के अधर्म को मान लेंगे, अर्थात उस विश्वासघात को जो वे मेरा करेंगे, और यह भी मान लेंगे, कि हम यहोवा के विरुद्ध चले थे,

निर्गमन 32:14
तब यहोवा अपनी प्रजा की हानि करने से जो उस ने कहा था पछताया॥