Psalm 103:5
वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है॥
Psalm 103:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
Who satisfieth thy mouth with good things; so that thy youth is renewed like the eagle's.
American Standard Version (ASV)
Who satisfieth thy desire with good things, `So that' thy youth is renewed like the eagle.
Bible in Basic English (BBE)
He makes your mouth full of good things, so that your strength is made new again like the eagle's.
Darby English Bible (DBY)
Who satisfieth thine old age with good [things]; thy youth is renewed like the eagle's.
World English Bible (WEB)
Who satisfies your desire with good things, So that your youth is renewed like the eagle's.
Young's Literal Translation (YLT)
Who is satisfying with good thy desire, Renew itself as an eagle doth thy youth.
| Who satisfieth | הַמַּשְׂבִּ֣יַע | hammaśbiyaʿ | ha-mahs-BEE-ya |
| thy mouth | בַּטּ֣וֹב | baṭṭôb | BA-tove |
| with good | עֶדְיֵ֑ךְ | ʿedyēk | ed-YAKE |
| youth thy that so things; | תִּתְחַדֵּ֖שׁ | titḥaddēš | teet-ha-DAYSH |
| is renewed | כַּנֶּ֣שֶׁר | kannešer | ka-NEH-sher |
| like the eagle's. | נְעוּרָֽיְכִי׃ | nĕʿûrāyĕkî | neh-oo-RA-yeh-hee |
Cross Reference
यशायाह 40:31
परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों की नाईं उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे॥
भजन संहिता 107:9
क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्ट करता है, और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है॥
1 तीमुथियुस 6:17
इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है।
होशे 2:15
और वहीं मैं उसको दाख की बारियां दूंगा, और आकोर की तराई को आशा का द्वार कर दूंगा और वहां वह मुझ से ऐसी बातें कहेगी जैसी अपनी जवानी के दिनों में अर्थात मिस्र देश से चले आने के समय कहती थी।
भजन संहिता 104:28
तू उन्हें देता हे, वे चुन लेते हैं; तू अपनी मुट्ठी खोलता है और वे उत्तम पदार्थों से तृप्त होते हैं।
भजन संहिता 65:4
क्या ही धन्य है वह; जिस को तू चुनकर अपने समीप आने देता है, कि वह तेरे आंगनों में बास करे! हम तेरे भवन के, अर्थात तेरे पवित्र मन्दिर के उत्तम उत्तम पदार्थों से तृप्त होंगे॥
भजन संहिता 63:5
मेरा जीव मानो चर्बी और चिकने भोजन से तृप्त होगा, और मैं जयजयकार करके तेरी स्तुति करूंगा।
2 कुरिन्थियों 4:16
इसलिये हम हियाव नहीं छोड़ते; यद्यपि हमारा बाहरी मनुष्यत्व नाश भी होता जाता है, तौभी हमारा भीतरी मनुष्यत्व दिन प्रतिदिन नया होता जाता है।
भजन संहिता 115:15
यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है, उसकी ओर से तुम अशीष पाए हो॥
भजन संहिता 23:5
तू मेरे सताने वालों के साम्हने मेरे लिये मेज बिछाता है; तू ने मेरे सिर पर तेल मला है, मेरा कटोरा उमण्ड रहा है।