Proverbs 29:4 in Hindi

Hindi Hindi Bible Proverbs Proverbs 29 Proverbs 29:4

Proverbs 29:4
राजा न्याय से देश को स्थिर करता है, परन्तु जो बहुत घूस लेता है उस को उलट देता है।

Proverbs 29:3Proverbs 29Proverbs 29:5

Proverbs 29:4 in Other Translations

King James Version (KJV)
The king by judgment establisheth the land: but he that receiveth gifts overthroweth it.

American Standard Version (ASV)
The king by justice establisheth the land; But he that exacteth gifts overthroweth it.

Bible in Basic English (BBE)
A king, by right rule, makes the land safe; but one full of desires makes it a waste.

Darby English Bible (DBY)
A king by just judgment establisheth the land; but he that taketh gifts overthroweth it.

World English Bible (WEB)
The king by justice makes the land stable, But he who takes bribes tears it down.

Young's Literal Translation (YLT)
A king by judgment establisheth a land, And one receiving gifts throweth it down.

The
king
מֶ֗לֶךְmelekMEH-lek
by
judgment
בְּ֭מִשְׁפָּטbĕmišpoṭBEH-meesh-pote
establisheth
יַעֲמִ֣ידyaʿămîdya-uh-MEED
the
land:
אָ֑רֶץʾāreṣAH-rets
he
but
וְאִ֖ישׁwĕʾîšveh-EESH
that
receiveth
gifts
תְּרוּמ֣וֹתtĕrûmôtteh-roo-MOTE
overthroweth
יֶֽהֶרְסֶֽנָּה׃yehersennâYEH-her-SEH-na

Cross Reference

नीतिवचन 29:14
जो राजा कंगालों का न्याय सच्चाई से चुकाता है, उसकी गद्दी सदैव स्थिर रहती है।

मीका 7:3
वे अपने दोनों हाथों से मन लगा कर बुराई करते हैं; हाकिम घूस मांगता, और न्यायी घूस लेने को तैयार रहता है, और रईस अपने मन की दुष्टता वर्णन करता है; इसी प्रकार से वे सब मिल कर जालसाजी करते हैं।

दानिय्येल 11:20
तब उसके स्थान में कोई ऐसा उठेगा, जो शिरोमणि राज्य में अन्धेर करने वाले को घुमाएगा; परन्तु थोड़े दिन बीतने पर वह क्रोध वा युद्ध किए बिना ही नाश हो जाएगा।

यिर्मयाह 22:13
उस पर हाय जो अपने घर को अधर्म से और अपनी उपरौठी कोठरियों को अन्याय से बनवाता है; जो अपने पड़ोसी से बेगारी में काम कराता है और उसकी मज़दूरी नहीं देता।

यशायाह 49:8
यहोवा यों कहता है, अपनी प्रसन्नता के समय मैं ने तेरी सुन ली, उद्धार करने के दिन मैं ने तेरी सहायता की है; मैं तेरी रक्षा कर के तुझे लोगों के लिये एक वाचा ठहराऊंगा, ताकि देश को स्थिर करे और उजड़े हुए स्थानों को उनके अधिकारियों के हाथ में दे दे; और बंधुओं से कहे, बन्दीगृह से निकल आओ;

यशायाह 9:7
उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिये वे उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से ले कर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर संभाले रहेगा। सेनाओं के यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा॥

नीतिवचन 20:8
राजा जो न्याय के सिंहासन पर बैठा करता है, वह अपनी दृष्टि ही से सब बुराई को उड़ा देता है।

नीतिवचन 16:12
दुष्टता करना राजाओं के लिये घृणित काम है, क्योंकि उनकी गद्दी धर्म ही से स्थिर रहती है।

नीतिवचन 8:15
मेरे ही द्वारा राजा राज्य करते हैं, और अधिकारी धर्म से विचार करते हैं;

भजन संहिता 99:4
राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है, तू ही ने सीधाई को स्थापित किया; न्याय और धर्म को याकूब में तू ही ने चालू किया है।

भजन संहिता 89:14
तेरे सिंहासन का मूल, धर्म और न्याय है; करूणा और सच्चाई तेरे आगे आगे चलती है।

2 इतिहास 9:8
धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा, जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ, कि तुझे अपनी राजगद्दी पर इसलिये विराजमान किया कि तू अपने परमेश्वर यहोवा की ओर से राज्य करे; तेरा परमेश्वर जो इस्राएल से प्रेम कर के उन्हें सदा के लिये स्थिर करना चाहता था, उसी कारण उसने तुझे न्याय और धर्म करने को उनका राजा बना दिया।

2 राजा 15:18
उसने वह किया, जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था, अर्थात नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था, उसके पापों के अनुसार वह करता रहा, और उन से वह जीवन भर अलग न हुआ।

1 राजा 2:12
तब सुलैमान अपने पिता दाऊद की गद्दी पर विराजमान हुआ और उसका राज्य बहुत दृढ़ हुआ।

2 शमूएल 8:15
( दाऊद के कर्मचारियों की नामावली ) दाऊद तो समस्त इस्राएल पर राज्य करता था, और दाऊद अपनी समस्त प्रजा के साथ न्याय और धर्म के काम करता था।

1 शमूएल 13:13
शमूएल ने शाऊल से कहा, तू ने मूर्खता का काम किया है; तू ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता।