Proverbs 28:8
जो अपना धन ब्याज आदि बढ़ती से बढ़ाता है, वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है।
Proverbs 28:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
He that by usury and unjust gain increaseth his substance, he shall gather it for him that will pity the poor.
American Standard Version (ASV)
He that augmenteth his substance by interest and increase, Gathereth it for him that hath pity on the poor.
Bible in Basic English (BBE)
He who makes his wealth greater by taking interest, only gets it together for him who has pity on the poor.
Darby English Bible (DBY)
He that by usury and unjust gain increaseth his substance gathereth it for him that is gracious to the poor.
World English Bible (WEB)
He who increases his wealth by excessive interest Gathers it for one who has pity on the poor.
Young's Literal Translation (YLT)
Whoso is multiplying his wealth by biting and usury, For one favouring the poor doth gather it.
| He that by usury | מַרְבֶּ֣ה | marbe | mahr-BEH |
| gain unjust and | ה֭וֹנוֹ | hônô | HOH-noh |
| increaseth | בְּנֶ֣שֶׁךְ | bĕnešek | beh-NEH-shek |
| his substance, | וְבתַרְבִּ֑ית | wĕbtarbît | vev-tahr-BEET |
| gather shall he | לְחוֹנֵ֖ן | lĕḥônēn | leh-hoh-NANE |
| it for him that will pity | דַּלִּ֣ים | dallîm | da-LEEM |
| the poor. | יִקְבְּצֶֽנּוּ׃ | yiqbĕṣennû | yeek-beh-TSEH-noo |
Cross Reference
नीतिवचन 13:22
भला मनुष्य अपने नाती- पोतों के लिये भाग छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है।
लैव्यवस्था 25:36
उससे ब्याज वा बढ़ती न लेना; अपने परमेश्वर का भय मानना; जिस से तेरा भाईबन्धु तेरे संग जीवन निर्वाह कर सके।
नीतिवचन 14:31
जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निन्दा करता है, परन्तु जो दरिद्र पर अनुग्रह करता, वह उसकी महिमा करता है।
निर्गमन 22:25
यदि तू मेरी प्रजा में से किसी दीन को जो तेरे पास रहता हो रूपए का ऋण दे, तो उससे महाजन की नाईं ब्याज न लेना।
यहेजकेल 18:17
दीन जन की हानि करने से हाथ रोका हो, ब्याज और बढ़ती न ली हो, मेरे नियमों को माना हो, और मेरी विधियों पर चला हो, तो वह अपने पिता के अधर्म के कारण न मरेगा, वरन जीवित ही रहेगा।
यहेजकेल 18:13
ब्याज पर रुपया दिया हो, और बढ़ती ली हो, तो क्या वह जीवित रहेगा? वह जीवित न रहेगा; इसलिये कि उसने ये सब घिनौने काम किए हैं वह निश्चय मरेगा और उसका खून उसी के सिर पड़ेगा।
यहेजकेल 18:8
न ब्याज पर रुपया दिया हो, न रुपए की बढ़ती ली हो, और अपना हाथ कुटिल काम से रोका हो, मनुष्य के बीच सच्चाई से न्याय किया हो,
सभोपदेशक 2:26
जो मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में अच्छा है, उसको वह बुद्धि और ज्ञान और आनन्द देता है; परन्तु पापी को वह दु:खभरा काम ही देता है कि वह उसका देने के लिये संचय कर के ढेर लगाए जो परमेश्वर की दृष्टि में अच्छा हो। यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ना है॥
नीतिवचन 19:7
जब निर्धन के सब भाई उस से बैर रखते हैं, तो निश्चय है कि उसके मित्र उस से दूर हो जाएं। वह बातें करते हुए उनका पीछा करता है, परन्तु उन को नहीं पाता।
अय्यूब 27:16
चाहे वह रुपया धूलि के समान बटोर रखे और वस्त्र मिट्टी के किनकों के तुल्य अनगिनित तैयार कराए,
2 शमूएल 12:6
और उसको वह भेड़ की बच्ची का औगुणा भर देना होगा, क्योंकि उसने ऐसा काम किया, और कुछ दया नहीं की।