Proverbs 18:13
जो बिना बात सुने उत्तर देता है, वह मूढ़ ठहरता है, और उसका अनादर होता है।
Proverbs 18:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
He that answereth a matter before he heareth it, it is folly and shame unto him.
American Standard Version (ASV)
He that giveth answer before he heareth, It is folly and shame unto him.
Bible in Basic English (BBE)
To give an answer before hearing is a foolish thing and a cause of shame.
Darby English Bible (DBY)
He that giveth answer before he heareth, it is folly and shame unto him.
World English Bible (WEB)
He who gives answer before he hears, That is folly and shame to him.
Young's Literal Translation (YLT)
Whoso is answering a matter before he heareth, Folly it is to him and shame.
| He that answereth | מֵשִׁ֣יב | mēšîb | may-SHEEV |
| a matter | דָּ֭בָר | dābor | DA-vore |
| before | בְּטֶ֣רֶם | bĕṭerem | beh-TEH-rem |
| he heareth | יִשְׁמָ֑ע | yišmāʿ | yeesh-MA |
| it it, | אִוֶּ֥לֶת | ʾiwwelet | ee-WEH-let |
| is folly | הִיא | hîʾ | hee |
| and shame | ל֝֗וֹ | lô | loh |
| unto him. | וּכְלִמָּֽה׃ | ûkĕlimmâ | oo-heh-lee-MA |
Cross Reference
यूहन्ना 7:51
क्या हमारी व्यवस्था किसी व्यक्ति को जब तक पहिले उस की सुनकर जान न ले, कि वह क्या करता है; दोषी ठहराती है?
व्यवस्थाविवरण 13:14
तो पूछपाछ करना, और खोजना, और भलीं भांति पता लगाना; और यदि यह बात सच हो, और कुछ भी सन्देह न रहे कि तेरे बीच ऐसा घिनौना काम किया जाता है,
नीतिवचन 20:25
जो मनुष्य बिना विचारे किसी वस्तु को पवित्र ठहराए, और जो मन्नत मान कर पूछ पाछ करने लगे, वह फन्दे में फंसेगा।
2 शमूएल 16:4
राजा ने सीबा से कहा, जो कुछ मपीबोशेत का था वह सब तुझे मिल गया। सीबा ने कहा, प्रणाम; हे मेरे प्रभु, हे राजा, मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि बनी रहे।
2 शमूएल 19:24
तब शाऊल का पोता मपीबोशेत राजा से भेंट करने को आया; उसने राजा के चले जाने के दिन से उसके कुशल क्षेम से फिर आने के दिन तक न अपने पावों के नाखून काटे, और न अपनी दाढी बनवाई, और न अपने कपड़े धुलवाए थे।
एस्तेर 3:10
तब राजा ने अपनी अंगूठी अपने हाथ से उतार कर अगागी हम्मदाता के पुत्र हामान को, जो यहूदियों का वैरी था दे दी।
एस्तेर 8:5
तब एस्तेर उठ कर राजा के साम्हने खड़ी हुई; और कहने लगी कि यदि राजा को स्वीकार हो और वह मुझ से प्रसन्न है और यह बात उसको ठीक जान पड़े, और मैं भी उसको अच्छी लगती हूँ, तो जो चिट्ठियां हम्मदाता अगागी के पुत्र हामान ने राजा के सब प्रान्तों के यहूदियों को नाश करने की युक्ति कर के लिखाई थीं, उन को पलटने के लिये लिखा जाए।