Proverbs 17:5
जो निर्धन को ठट्ठों में उड़ाता है, वह उसके कर्त्ता की निन्दा करता है; और जो किसी की विपत्ति पर हंसता, वह निर्दोष नहीं ठहरेगा।
Proverbs 17:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
Whoso mocketh the poor reproacheth his Maker: and he that is glad at calamities shall not be unpunished.
American Standard Version (ASV)
Whoso mocketh the poor reproacheth his Maker; `And' he that is glad at calamity shall not be unpunished.
Bible in Basic English (BBE)
Whoever makes sport of the poor puts shame on his Maker; and he who is glad because of trouble will not go free from punishment.
Darby English Bible (DBY)
Whoso mocketh a poor [man] reproacheth his Maker; he that is glad at calamity shall not be held innocent.
World English Bible (WEB)
Whoever mocks the poor reproaches his Maker. He who is glad at calamity shall not be unpunished.
Young's Literal Translation (YLT)
Whoso is mocking at the poor Hath reproached his Maker, Whoso is rejoicing at calamity is not acquitted.
| Whoso mocketh | לֹעֵ֣ג | lōʿēg | loh-AɡE |
| the poor | לָ֭רָשׁ | lāroš | LA-rohsh |
| reproacheth | חֵרֵ֣ף | ḥērēp | hay-RAFE |
| his Maker: | עֹשֵׂ֑הוּ | ʿōśēhû | oh-SAY-hoo |
| glad is that he and | שָׂמֵ֥חַ | śāmēaḥ | sa-MAY-ak |
| at calamities | לְ֝אֵ֗יד | lĕʾêd | LEH-ADE |
| shall not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| be unpunished. | יִנָּקֶֽה׃ | yinnāqe | yee-na-KEH |
Cross Reference
नीतिवचन 14:31
जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निन्दा करता है, परन्तु जो दरिद्र पर अनुग्रह करता, वह उसकी महिमा करता है।
अय्यूब 31:29
यदि मैं अपने बैरी के नाश से आनन्दित होता, वा जब उस पर विपत्ति पड़ी तब उस पर हंसा होता;
रोमियो 12:15
आनन्द करने वालों के साथ आनन्द करो; और रोने वालों के साथ रोओ।
ओबद्दाह 1:11
जिस दिन परदेशी लोग उसकी धन सम्पत्ति छीन कर ले गए, और बिराने लोगों ने उसके फाटकों से घुस कर यरूशलेम पर चिट्ठी डाली, उस दिन तू भी उन में से एक था।
नीतिवचन 16:5
सब मन के घमण्डियों से यहोवा घृणा करता है करता है; मैं दृढ़ता से कहता हूं, ऐसे लोग निर्दोष न ठहरेंगे।
1 यूहन्ना 3:17
पर जिस किसी के पास संसार की संपत्ति हो और वह अपने भाई को कंगाल देख कर उस पर तरस न खाना चाहे, तो उस में परमेश्वर का प्रेम क्योंकर बना रह सकता है?
ओबद्दाह 1:16
जिस प्रकार तू ने मेरे पवित्र पर्वत पर पिया, उसी प्रकार से सारी अन्यजातियां लगातार पीती रहेंगी, वरन वे सुड़क-सुड़ककर पीएंगी, और एसी हो जाएंगी जैसी कभी हुई ही नहीं।
यिर्मयाह 17:16
परन्तु तू मेरा हाल जानता है, मैं ने तेरे पीछे चलते हुए उतावली कर के चरवाहे का काम नहीं छोड़ा; न मैं ने उस आने वाली विपत्ति के दिन की लालसा की है; जो कुछ मैं बोला वह तुझ पर प्रगट था।
नीतिवचन 24:17
जब तेरा शत्रु गिर जाए तब तू आनन्दित न हो, और जब वह ठोकर खाए, तब तेरा मन मगन न हो।
नीतिवचन 14:21
जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता, वह पाप करता है, परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता, वह धन्य होता है।
भजन संहिता 69:9
क्योंकि मैं तेरे भवन के निमित्त जलते जलते भस्म हुआ, और जो निन्दा वे तेरी करते हैं, वही निन्दा मुझ को सहनी पड़ी है।