Micah 1:1
यहोवा का वचन, जो यहूदा के राजा योताम, आहाज और हिजकिय्याह के दिनों में मीका मोरेशेती को पहुंचा, जिस को उसने शोमरोन और यरूशलेम के विषय में पाया॥
Micah 1:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
The word of the LORD that came to Micah the Morasthite in the days of Jotham, Ahaz, and Hezekiah, kings of Judah, which he saw concerning Samaria and Jerusalem.
American Standard Version (ASV)
The word of Jehovah that came to Micah the Morashtite in the days of Jotham, Ahaz, and Hezekiah, kings of Judah, which he saw concerning Samaria and Jerusalem.
Bible in Basic English (BBE)
The word of the Lord which came to Micah the Morashtite, in the days of Jotham, Ahaz, and Hezekiah, kings of Judah: his vision about Samaria and Jerusalem.
Darby English Bible (DBY)
The word of Jehovah that came to Micah the Morasthite in the days of Jotham, Ahaz, [and] Hezekiah, kings of Judah, which he saw concerning Samaria and Jerusalem.
World English Bible (WEB)
The word of Yahweh that came to Micah the Morashtite in the days of Jotham, Ahaz, and Hezekiah, kings of Judah, which he saw concerning Samaria and Jerusalem.
Young's Literal Translation (YLT)
A word of Jehovah that hath been unto Micah the Morashite in the days of Jotham, Ahaz, Hezekiah, kings of Judah, that he hath seen concerning Samaria and Jerusalem:
| The word | דְּבַר | dĕbar | deh-VAHR |
| of the Lord | יְהוָ֣ה׀ | yĕhwâ | yeh-VA |
| that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| came | הָיָ֗ה | hāyâ | ha-YA |
| to | אֶל | ʾel | el |
| Micah | מִיכָה֙ | mîkāh | mee-HA |
| the Morasthite | הַמֹּ֣רַשְׁתִּ֔י | hammōraštî | ha-MOH-rahsh-TEE |
| in the days | בִּימֵ֥י | bîmê | bee-MAY |
| Jotham, of | יוֹתָ֛ם | yôtām | yoh-TAHM |
| Ahaz, | אָחָ֥ז | ʾāḥāz | ah-HAHZ |
| and Hezekiah, | יְחִזְקִיָּ֖ה | yĕḥizqiyyâ | yeh-heez-kee-YA |
| kings | מַלְכֵ֣י | malkê | mahl-HAY |
| of Judah, | יְהוּדָ֑ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
| which | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| he saw | חָזָ֥ה | ḥāzâ | ha-ZA |
| concerning | עַל | ʿal | al |
| Samaria | שֹׁמְר֖וֹן | šōmĕrôn | shoh-meh-RONE |
| and Jerusalem. | וִירֽוּשָׁלִָֽם׃ | wîrûšāloim | vee-ROO-sha-loh-EEM |
Cross Reference
यशायाह 1:1
आमोस के पुत्र यशायाह का दर्शन, जिस को उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में उज्जियाह, योताम, आहाज, और हिजकिय्याह नाम यहूदा के राजाओं के दिनों में पाया।
यिर्मयाह 26:18
यहूदा के राजा हिजकिय्याह के दिनों में मोरसेती मीकायाह भविष्यद्वाणी कहता था, उसने यहूदा के सारे लोगों से कहा, सेनाओं का यहोवा यों कहता है कि सिय्योन जोतकर खेत बनाया जाएगा और यरूशलेम खएडहर हो जाएगा, और भवन वाला पर्वत जंगली स्थान हो जाएगा।
होशे 1:1
यहूदा के राजा उज्जियाह, योताम, आहाज, और हिजकिय्याह के दिनों में और इस्राएल के राजा योआश के पुत्र यारोबाम के दिनों में, यहोवा का वचन बेरी के पुत्र होशे के पास पहुंचा॥
आमोस 1:1
आमोस तकोई जो भेड़-बकरियों के चराने वालों में से था, उसके ये वचन हैं जो उसने यहूदा के राजा उज्जियाह के, और योआश के पुत्र इस्राएल के राजा यरोबाम के दिनों में, भुईंडोल से दो वर्ष पहिले, इस्राएल के विषय में दर्शन देखकर कहे॥
2 इतिहास 27:1
जब योताम राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था, और यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य करता रहा। और उसकी माता का नाम यरूशा था, जो सादोक की बेठी थी।
हबक्कूक 1:1
भारी वचन जिस को हबक्कूक नबी ने दर्शन में पाया॥
मीका 1:14
इस कारण तू गात के मोरेशेत को दान देकर दूर कर देगा; अकजीब के घर से इस्राएल के राजा धोखा ही खाएंगे।
मीका 1:5
यह सब याकूब के अपराध, और इस्राएल के घराने के पाप के कारण से होता है। याकूब का अपराध क्या है? क्या सामरिया नहीं? और यहूदा के ऊंचे स्थान क्या हैं? क्या यरूशलेम नहीं?
आमोस 6:1
हाय उन पर जो सिय्योन में सुख से रहते, और उन पर जो सामरिया के पर्वत पर निश्चिन्त रहते हैं, वे जो श्रेष्ट जाति में प्रसिद्ध हैं, जिन के पास इस्राएल का घराना आता है!
आमोस 3:1
हे इस्राएलियो, यह वचन सुनो जो यहोवा ने तुम्हारे विषय में अर्थात उस सारे कुल के विषय में कहा है जिस मैं मिस्र देश से लाया हूं:
आमोस 2:4
यहोवा यों कहता है, यहूदा के तीन क्या, वरन चार अपराधों के कारण, मैं उसका दण्ड न छोडूंगा; क्योंकि उनहोंने यहोवा की व्यवस्था को तुच्छ जाना और मेरी विधियों को नहीं माना; और अपने झूठे देवताओं के कारण जिनके पीछे उनके पुरखा चलते थे, वे भी भटक गए हैं।
होशे 12:1
एप्रैम पानी पीटता और पुरवाई का पीछा करता रहता है; वह लगातार झूठ और उत्पात को बढ़ाता रहता है; वे अश्शूर के साथ वाचा बान्धते और मिस्र में तेल भेजते हैं।
होशे 8:14
क्योंकि इस्राएल ने अपने कर्त्ता को बिसरा कर महल बनाए, और यहूदा ने बहुत से गढ़ वाले नगरों को बसाया है; परन्तु मैं उनके नगरों में आग लगाऊंगा, और उस से उन के गढ़ भस्म हो जाएंगे।
होशे 6:10
इस्राएल के घराने में मैं ने रोएं खड़े होने का कारण देखा है; उस में एप्रैम का छिनाला और इस्राएल की अशुद्धता पाई जाती है॥
होशे 5:5
इस्त्राएल का गर्व उसी के विरुद्ध साक्षी देता है, और इस्त्राएल और एप्रैम अपने अधर्म के कारण ठोकर खाएंगे, और यहूदा भी उनके संग ठोकर खाएगा।
होशे 4:15
हे इस्राएल, यद्यपि तू छिनाला करता है, तौभी यहूदा दोषी न बने। गिलगाल को न आओ; और न बेतावेन को चढ़ जाओ; और यहोवा के जीवन की सौगन्ध कह कर शपथ न खाओ।
यशायाह 7:9
पैंसठ वर्ष के भीतर एप्रैम का बल इतना टूट जाएगा कि वह जाति बनी न रहेगी। यदि तुम लोग इस बात की प्रतीति न करो; तो निश्चय तुम स्थिर न रहोगे॥