Matthew 13:52 in Hindi

Hindi Hindi Bible Matthew Matthew 13 Matthew 13:52

Matthew 13:52
उन्होंने उस से कहा, हां; उस ने उन से कहा, इसलिये हर एक शास्त्री जो स्वर्ग के राज्य का चेला बना है, उस गृहस्थ के समान है जो अपने भण्डार से नई और पुरानी वस्तुएं निकालता है॥

Matthew 13:51Matthew 13Matthew 13:53

Matthew 13:52 in Other Translations

King James Version (KJV)
Then said he unto them, Therefore every scribe which is instructed unto the kingdom of heaven is like unto a man that is an householder, which bringeth forth out of his treasure things new and old.

American Standard Version (ASV)
And he said unto them, Therefore every scribe who hath been made a disciple to the kingdom of heaven is like unto a man that is a householder, who bringeth forth out of his treasure things new and old.

Bible in Basic English (BBE)
And he said to them, For this reason every scribe who has become a disciple of the kingdom of heaven is like the owner of a house, who gives out from his store things new and old.

Darby English Bible (DBY)
And he said to them, For this reason every scribe discipled to the kingdom of the heavens is like a man [that is] a householder who brings out of his treasure things new and old.

World English Bible (WEB)
He said to them, "Therefore, every scribe who has been made a disciple in the Kingdom of Heaven is like a man who is a householder, who brings out of his treasure new and old things."

Young's Literal Translation (YLT)
And he said to them, `Because of this every scribe having been discipled in regard to the reign of the heavens, is like to a man, a householder, who doth bring forth out of his treasure things new and old.'

Then
hooh
said
δὲdethay
he
εἶπενeipenEE-pane
unto
them,
αὐτοῖςautoisaf-TOOS
Therefore
Διὰdiathee-AH

τοῦτοtoutoTOO-toh
every
πᾶςpaspahs
scribe
γραμματεὺςgrammateusgrahm-ma-TAYFS
instructed
is
which
μαθητευθεὶςmathēteutheisma-thay-tayf-THEES
unto
εἰςeisees
the
τὴνtēntane
kingdom
βασιλείανbasileianva-see-LEE-an

τῶνtōntone
of
heaven
οὐρανῶνouranōnoo-ra-NONE
is
ὅμοιόςhomoiosOH-moo-OSE
unto
like
ἐστινestinay-steen
a
man
ἀνθρώπῳanthrōpōan-THROH-poh
that
is
an
householder,
οἰκοδεσπότῃoikodespotēoo-koh-thay-SPOH-tay
which
ὅστιςhostisOH-stees
forth
bringeth
ἐκβάλλειekballeiake-VAHL-lee
out
of
ἐκekake
his
τοῦtoutoo

θησαυροῦthēsaurouthay-sa-ROO
treasure
αὐτοῦautouaf-TOO
things
new
καινὰkainakay-NA
and
καὶkaikay
old.
παλαιάpalaiapa-lay-AH

Cross Reference

नीतिवचन 15:7
बुद्धिमान लोग बातें करने से ज्ञान को फैलाते हैं, परन्तु मूर्खों का मन ठीक नहीं रहता।

नीतिवचन 18:4
मनुष्य के मुंह के वचन गहिरा जल, वा उमण्डने वाली नदी वा बुद्धि के सोते हैं।

मत्ती 12:35
भला, मनुष्य मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है।

मत्ती 23:34
इसलिये देखो, मैं तुम्हारे पास भविष्यद्वक्ताओं और बुद्धिमानों और शास्त्रियों को भेजता हूं; और तुम उन में से कितनों को मार डालोगे, और क्रूस पर चढ़ाओगे; और कितनों को अपनी सभाओं में कोड़े मारोगे, और एक नगर से दूसरे नगर में खदेड़ते फिरोगे।

1 तीमुथियुस 3:15
कि यदि मेरे आने में देर हो तो तू जान ले, कि परमेश्वर का घर, जो जीवते परमेश्वर की कलीसिया है, और जो सत्य का खंभा, और नेव है; उस में कैसा बर्ताव करना चाहिए।

2 तीमुथियुस 3:16
हर एक पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है।

तीतुस 1:9
और विश्वासयोग्य वचन पर जो धर्मोपदेश के अनुसार है, स्थिर रहे; कि खरी शिक्षा से उपदेश दे सके; और विवादियों का मुंह भी बन्द कर सके॥

तीतुस 2:6
ऐसे ही जवान पुरूषों को भी समझाया कर, कि संयमी हों।

1 यूहन्ना 2:7
हे प्रियों, मैं तुम्हें कोई नई आज्ञा नहीं लिखता, पर वही पुरानी आज्ञा जो आरम्भ से तुम्हें मिली है; यह पुरानी आज्ञा वह वचन है, जिसे तुम ने सुना है।

1 तीमुथियुस 3:6
फिर यह कि नया चेला न हो, ऐसा न हो, कि अभिमान करके शैतान का सा दण्ड पाए।

कुलुस्सियों 3:16
मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।

कुलुस्सियों 1:7
उसी की शिक्षा तुम ने हमारे प्रिय सहकर्मी इपफ्रास से पाई, जो हमारे लिये मसीह का विश्वास योग्य सेवक है।

इफिसियों 3:8
मुझ पर जो सब पवित्र लोगों में से छोटे से भी छोटा हूं, यह अनुग्रह हुआ, कि मैं अन्यजातियों को मसीह के अगम्य धन का सुसमाचार सुनाऊं।

इफिसियों 3:4
जिस से तुम पढ़ कर जान सकते हो, कि मैं मसीह का वह भेद कहां तक समझता हूं।

2 कुरिन्थियों 4:5
क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं।

एज्रा 7:6
यही एज्रा मूसा की व्यवस्था के विष्य जिसे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने दी थी, निपुण शास्त्री था। और उसके परमेश्वर यहोवा की कृपादृष्टि जो उस पर रही, इसके कारण राजा ने उसका मुंह मांगा वर दे दिया।

एज्रा 7:10
क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ बूझ लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था।

एज्रा 7:21
मैं अर्तक्षत्र राजा यह आज्ञा देता हूँ, कि तुम महानद के पार के सब खजांचियों से जो कुछ एज्रा याजक, जो स्वर्ग के परमेश्वर की व्यवस्था का शास्त्री है, तुम लोगों से चाहे, वह फुतीं के साथ किया जाए।

नीतिवचन 10:20
धर्मी के वचन तो उत्तम चान्दी हैं; परन्तु दुष्टों का मन बहुत हलका होता है।

नीतिवचन 11:30
धर्मी का प्रतिफल जीवन का वृक्ष होता है, और बुद्धिमान मनुष्य लोगों के मन को मोह लेता है।

नीतिवचन 16:20
जो वचन पर मन लगाता, वह कल्याण पाता है, और जो यहोवा पर भरोसा रखता, वह धन्य होता है।

नीतिवचन 22:17
कान लगा कर बुद्धिमानों के वचन सुन, और मेरी ज्ञान की बातों की ओर मन लगा;

सभोपदेशक 12:9
उपदेशक जो बुद्धिमान था, वह प्रजा को ज्ञान भी सिखाता रहा, और ध्यान लगाकर और पूछपाछ कर के बहुत से नीतिवचन क्रम से रखता था।

श्रेष्ठगीत 7:13
दोदाफलों से सुगन्ध आ रही है, और हमारे द्वारों पर सब भांति के उत्तम फल हैं, नये और पुराने भी, जो, हे मेरे प्रेमी, मैं ने तेरे लिये इकट्ठे कर रखे हैं॥

लूका 11:49
इसलिये परमेश्वर की बुद्धि ने भी कहा है, कि मैं उन के पास भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों को भेजूंगी: और वे उन में से कितनों को मार डालेंगे, और कितनों को सताएंगे।

यूहन्ना 13:34
मैं तुम्हें एक नई आज्ञा देता हूं, कि एक दूसरे से प्रेम रखो: जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा है, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो।

2 कुरिन्थियों 3:4
हम मसीह के द्वारा परमेश्वर पर ऐसा ही भरोसा रखते हैं।

2 कुरिन्थियों 6:10
शोक करने वालों के समान हैं, परन्तु सर्वदा आनन्द करते हैं, कंगालों के जैसे हैं, परन्तु बहुतों को धनवान बना देते हैं; ऐसे हैं जैसे हमारे पास कुछ नहीं तौभी सब कुछ रखते हैं।