Mark 15:10 in Hindi

Hindi Hindi Bible Mark Mark 15 Mark 15:10

Mark 15:10
क्योंकि वह जानता था, कि महायाजकों ने उसे डाह से पकड़वाया था।

Mark 15:9Mark 15Mark 15:11

Mark 15:10 in Other Translations

King James Version (KJV)
For he knew that the chief priests had delivered him for envy.

American Standard Version (ASV)
For he perceived that for envy the chief priests had delivered him up.

Bible in Basic English (BBE)
For he saw that the chief priests had given him up through envy.

Darby English Bible (DBY)
for he knew that the chief priests had delivered him up through envy.

World English Bible (WEB)
For he perceived that for envy the chief priests had delivered him up.

Young's Literal Translation (YLT)
for he knew that because of envy the chief priests had delivered him up;

For
ἐγίνωσκενeginōskenay-GEE-noh-skane
he
knew
γὰρgargahr
that
ὅτιhotiOH-tee
the
διὰdiathee-AH
priests
chief
φθόνονphthononFTHOH-none
had
delivered
παραδεδώκεισανparadedōkeisanpa-ra-thay-THOH-kee-sahn
him
αὐτὸνautonaf-TONE
for
οἱhoioo
envy.
ἀρχιερεῖςarchiereisar-hee-ay-REES

Cross Reference

उत्पत्ति 4:4
और हाबिल भी अपनी भेड़-बकरियों के कई एक पहिलौठे बच्चे भेंट चढ़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट चढ़ाई; तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया,

याकूब 4:5
क्या तुम यह समझते हो, कि पवित्र शास्त्र व्यर्थ कहता है जिस आत्मा को उस ने हमारे भीतर बसाया है, क्या वह ऐसी लालसा करता है, जिस का प्रतिफल डाह हो?

याकूब 3:14
पर यदि तुम अपने अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो, तो सत्य के विरोध में घमण्ड न करना, और न तो झूठ बोलना।

तीतुस 3:3
क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।

प्रेरितों के काम 13:45
परन्तु यहूदी भीड़ को देख कर डाह से भर गए, और निन्दा करते हुए पौलुस की बातों के विरोध में बोलने लगे।

मत्ती 27:18
क्योंकि वह जानता था कि उन्होंने उसे डाह से पकड़वाया है।

सभोपदेशक 4:4
तब में ने सब परिश्रम के काम और सब सफल कामों को देखा जो लोग अपने पड़ोसी से जलन के कारण करते हैं। यह भी व्यर्थ और मन का कुढ़ना है॥

नीतिवचन 27:4
क्रोध तो क्रूर, और प्रकोप धारा के समान होता है, परन्तु जब कोई जल उठता है, तब कौन ठहर सकता है?

1 शमूएल 18:8
तब शाऊल अति क्रोधित हुआ, और यह बात उसको बुरी लगी; और वह कहने लगा, उन्होंने दाऊद के लिये तो लाखों और मेरे लिये हजारों को ठहराया; इसलिये अब राज्य को छोड़ उसको अब क्या मिलना बाकी है?

उत्पत्ति 37:11
उसके भाई तो उससे डाह करते थे; पर उसके पिता ने उसके उस वचन को स्मरण रखा।

1 यूहन्ना 3:12
और कैन के समान न बनें, जो उस दुष्ट से था, और जिस ने अपने भाई को घात किया: और उसे किस कारण घात किया? इस कारण कि उसके काम बुरे थे, और उसके भाई के काम धर्म के थे॥