Leviticus 27:30 in Hindi

Hindi Hindi Bible Leviticus Leviticus 27 Leviticus 27:30

Leviticus 27:30
फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।

Leviticus 27:29Leviticus 27Leviticus 27:31

Leviticus 27:30 in Other Translations

King James Version (KJV)
And all the tithe of the land, whether of the seed of the land, or of the fruit of the tree, is the LORD's: it is holy unto the LORD.

American Standard Version (ASV)
And all the tithe of the land, whether of the seed of the land, or of the fruit of the tree, is Jehovah's: it is holy unto Jehovah.

Bible in Basic English (BBE)
And every tenth part of the land, of the seed planted, or of the fruit of trees, is holy to the Lord.

Darby English Bible (DBY)
And as to every tithe of the land, of the seed of the land, and of the fruit of the tree, it is Jehovah's: it is holy to Jehovah.

Webster's Bible (WBT)
And all the tithe of the land, whether of the seed of the land, or of the fruit of the tree, is the LORD'S: it is holy to the LORD.

World English Bible (WEB)
"'All the tithe of the land, whether of the seed of the land or of the fruit of the trees, is Yahweh's. It is holy to Yahweh.

Young's Literal Translation (YLT)
And all tithe of the land, of the seed of the land, of the fruit of the tree, is Jehovah's -- holy to Jehovah.

And
all
וְכָלwĕkālveh-HAHL
the
tithe
מַעְשַׂ֨רmaʿśarma-SAHR
of
the
land,
הָאָ֜רֶץhāʾāreṣha-AH-rets
seed
the
of
whether
מִזֶּ֤רַעmizzeraʿmee-ZEH-ra
of
the
land,
הָאָ֙רֶץ֙hāʾāreṣha-AH-RETS
fruit
the
of
or
מִפְּרִ֣יmippĕrîmee-peh-REE
of
the
tree,
הָעֵ֔ץhāʿēṣha-AYTS
Lord's:
the
is
לַיהוָ֖הlayhwâlai-VA
it
is
holy
ה֑וּאhûʾhoo
unto
the
Lord.
קֹ֖דֶשׁqōdešKOH-desh
לַֽיהוָֽה׃layhwâLAI-VA

Cross Reference

उत्पत्ति 28:22
और यह पत्थर, जिसका मैं ने खम्भा खड़ा किया है, परमेश्वर का भवन ठहरेगा: और जो कुछ तू मुझे दे उसका दशमांश मैं अवश्य ही तुझे दिया करूंगा॥

नहेमायाह 13:12
तब से सब यहूदी अनाज, नये दाखमधु और टटके तेल के दशमांश भणडारों में लाने लगे।

2 इतिहास 31:5
यह आज्ञा सुनते ही इस्राएली अन्न, नया दाखमधु, टटका तेल, मधु आादि खेती की सब भांति की पहिली उपज बहुतायत से देने, और सब वस्तुओं का दशमांश अधिक मात्रा में लाने लगे।

उत्पत्ति 14:20
और धन्य है परमप्रधान ईश्वर, जिसने तेरे द्रोहियों को तेरे वश में कर दिया है। तब अब्राम ने उसको सब का दशमांश दिया।

लूका 18:12
मैं सप्ताह में दो बार उपवास करता हूं; मैं अपनी सब कमाई का दसवां अंश भी देता हूं।

लूका 11:42
पर हे फरीसियों, तुम पर हाय ! तुम पोदीने और सुदाब का, और सब भांति के साग-पात का दसवां अंश देते हो, परन्तु न्याय को और परमेश्वर के प्रेम को टाल देते हो: चाहिए तो था कि इन्हें भी करते रहते और उन्हें भी न छोड़ते।

मत्ती 23:23
हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवां अंश देते हो, परन्तु तुम ने व्यवस्था की गम्भीर बातों को अर्थात न्याय, और दया, और विश्वास को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इन्हें भी करते रहते, और उन्हें भी न छोड़ते।

नहेमायाह 13:5
उसने तोबिय्याह के लिये एक बड़ी कोठरी तैयार की थी जिस में पहिले अन्नबलि का सामान और लोबान और पात्र और अनाज, नये दाखमधु और टटके तेल के दशमांश, जिन्हें लेवियों, गवैयों और द्वारपालों को देने की आज्ञा थी, रखी हुई थी; और याजकों के लिये उठाई हुई भेंट भी रखी जाती थीं।

नहेमायाह 12:44
उसी दिन खज़ानों के, उठाई हुई भेंटों के, पहिली पहिली उपज के, और दशमांशों की कोठरियों के अधिकारी ठहराए गए, कि उन में नगर नगर के खेतों के अनुसार उन वस्तुओं को जमा करें, जो व्यवस्था के अनुसार याजकों और लेवियों के भाग में की थीं; क्योंकि यहूदी उपस्थित याजकों और लेवियों के कारण आनन्दित थे।

2 इतिहास 31:12
तब लोगों ने उठाई हुई भेंटें, दशमांश और पवित्र की हुई वस्तुएं, सच्चाई से पहुंचाई और उनके मुख्य अधिकारी तो कोनन्याह नाम एक लेवीय और दूसरा उसका भाई शिमी नायब था।

इब्रानियों 7:5
लेवी की संतान में से जो याजक का पद पाते हैं, उन्हें आज्ञा मिली है, कि लोगों, अर्थात अपने भाइयों से चाहे, वे इब्राहीम ही की देह से क्यों न जन्मे हों, व्यवस्था के अनुसार दसवां अंश लें।

मलाकी 3:8
क्या मनुष्य परमेश्वर को धोखा दे सकता है? देखो, तुम मुझ को धोखा देते हो, और तौभी पूछते हो कि हम ने किस बात में तुझे लूटा है? दशमांश और उठाने की भेंटों में।

नहेमायाह 10:37
और अपना पहिला गूंधा हुआ आटा, और उठाई हुई भेंटे, और सब प्रकार के वृक्षों के फल, और नया दाखमधु, और टटका तेल, अपने परमेश्वर के भवन की कोठरियों में याजकों के पास, और अपनी अपनी भूमि की उपज का दशमांश लेवियों के पास लाया करेंगे; क्योंकि वे लेवीय हैं, जो हमारी खेती के सब नगरों में दशमांश लेते हैं।

व्यवस्थाविवरण 14:22
बीज की सारी उपज में से जो प्रतिवर्ष खेत में उपके उसका दंशमांश अवश्य अलग करके रखना।

व्यवस्थाविवरण 12:5
किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहां अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवासस्थान के पास जाया करना;

गिनती 18:21
फिर मिलापवाले तम्बू की जो सेवा लेवी करते हैं उसके बदले मैं उन को इस्त्राएलियों का सब दशमांश उनका निज भाग कर देता हूं।