Jonah 2:8 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jonah Jonah 2 Jonah 2:8

Jonah 2:8
जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, वे अपने करूणानिधान को छोड़ देते हैं।

Jonah 2:7Jonah 2Jonah 2:9

Jonah 2:8 in Other Translations

King James Version (KJV)
They that observe lying vanities forsake their own mercy.

American Standard Version (ASV)
They that regard lying vanities Forsake their own mercy.

Bible in Basic English (BBE)
When my soul in me was overcome, I kept the memory of the Lord: and my prayer came in to you, into your holy Temple.

Darby English Bible (DBY)
They that observe lying vanities forsake their own mercy.

World English Bible (WEB)
Those who regard lying vanities forsake their own mercy.

Young's Literal Translation (YLT)
Those observing lying vanities their own mercy forsake.

They
that
observe
מְשַׁמְּרִ֖יםmĕšammĕrîmmeh-sha-meh-REEM
lying
הַבְלֵיhablêhahv-LAY
vanities
שָׁ֑וְאšāwĕʾSHA-veh
forsake
חַסְדָּ֖םḥasdāmhahs-DAHM
their
own
mercy.
יַעֲזֹֽבוּ׃yaʿăzōbûya-uh-zoh-VOO

Cross Reference

भजन संहिता 31:6
जो व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, उन से मैं घृणा करता हूं; परन्तु मेरा भरोसा यहोवा ही पर है।

2 राजा 17:15
और वे उसकी विधियों और अपने पुरखाओं के साथ उसकी वाचा, और जो चितौनियां उसने उन्हें दी थीं, उन को तुच्छ जान कर, निकम्मी बातों के पीछे हो लिए; जिस से वे आप निकम्मे हो गए, और अपने चारों ओर की उन जातियों के पीछे भी हो लिए जिनके विषय यहोवा ने उन्हें आज्ञा दी थी कि उनके से काम न करना।

यिर्मयाह 2:13
क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयां की हैं: उन्होंने मुझ बहते जल के सोते को त्याग दिया है, और, उन्होंने हौद बना लिए, वरन ऐसे हौद जो टूट गए हैं, और जिन में जल नहीं रह सकता।

1 शमूएल 12:21
और मत मुड़ना; नहीं तो ऐसी व्यर्थ वस्तुओं के पीछे चलने लगोगे जिन से न कुछ लाभ पहुंचेगा, और न कुछ छुटकारा हो सकता है, क्योंकि वे सब व्यर्थ ही हैं।

यिर्मयाह 10:8
परन्तु वे पशु सरीखे निरे मूर्ख हैं; मूर्त्तियों से क्या शिक्षा? वे तो काठ ही हैं!

यिर्मयाह 10:14
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित हैं; अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण सब सुनारों की आशा टूटती है; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें झूठी हैं, और उन में सांस ही नहीं है।

यिर्मयाह 16:19
हे यहोवा, हे मेरे बल और दृढ़ गढ़, संकट के समय मेरे शरणस्थान, जातिजाति के लोग पृथ्वी की चहुं ओर से तेरे पास आकर कहेंगे, निश्चय हमारे पुरखा झूठी, व्यर्थ और निष्फल वस्तुओं को अपनाते आए हैं।

हबक्कूक 2:18
खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देख कर बनाने वाले ने उसे खोदा है? फिर झूठ सिखाने वाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देख कर ढालने वाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलने वाली और निकम्मी मूरत बनाए?