Jonah 2:10 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jonah Jonah 2 Jonah 2:10

Jonah 2:10
और यहोवा ने मगरमच्छ को आज्ञा दी, और उसने योना को स्थल पर उगल दिया॥

Jonah 2:9Jonah 2

Jonah 2:10 in Other Translations

King James Version (KJV)
And the LORD spake unto the fish, and it vomited out Jonah upon the dry land.

American Standard Version (ASV)
And Jehovah spake unto the fish, and it vomited out Jonah upon the dry land.

Bible in Basic English (BBE)
But I will make an offering to you with the voice of praise; I will give effect to my oaths. Salvation is the Lord's.

Darby English Bible (DBY)
And Jehovah commanded the fish, and it vomited out Jonah upon the dry [land].

World English Bible (WEB)
Yahweh spoke to the fish, and it vomited out Jonah on the dry land.

Young's Literal Translation (YLT)
And Jehovah saith to the fish, and it vomiteth out Jonah on the dry land.

And
the
Lord
וַיֹּ֥אמֶרwayyōʾmerva-YOH-mer
spake
יְהוָ֖הyĕhwâyeh-VA
unto
the
fish,
לַדָּ֑גladdāgla-DAHɡ
out
vomited
it
and
וַיָּקֵ֥אwayyāqēʾva-ya-KAY

אֶתʾetet
Jonah
יוֹנָ֖הyônâyoh-NA
upon
אֶלʾelel
the
dry
הַיַּבָּשָֽׁה׃hayyabbāšâha-ya-ba-SHA

Cross Reference

मत्ती 8:8
सूबेदार ने उत्तर दिया; कि हे प्रभु मैं इस योग्य नहीं, कि तू मेरी छत के तले आए, पर केवल मुख से कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाएगा।

योना 1:17
यहोवा ने एक बड़ा सा मगरमच्छ ठहराया था कि योना को निगल ले; और योना उस मगरमच्छ के पेट में तीन दिन और तीन रात पड़ा रहा॥

मत्ती 8:26
उस ने उन से कहा; हे अल्पविश्वासियों, क्यों डरते हो? तब उस ने उठकर आन्धी और पानी को डांटा, और सब शान्त हो गया।

यशायाह 50:2
इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैं ने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूं, उनकी मछलियां जल बिना मर जाती और बसाती हैं।

भजन संहिता 105:34
उसने आज्ञा दी तब अनगिनत टिडि्डयां, और कीड़े आए,

भजन संहिता 105:31
उसने आज्ञा दी, तब डांस आ गए, और उनके सारे देश में कुटकियां आ गईं।

भजन संहिता 33:9
क्योंकि जब उसने कहा, तब हो गया; जब उसने आज्ञा दी, तब वास्तव में वैसा ही हो गया॥

उत्पत्ति 1:14
फिर परमेश्वर ने कहा, दिन को रात से अलग करने के लिये आकाश के अन्तर में ज्योतियां हों; और वे चिन्हों, और नियत समयों, और दिनों, और वर्षों के कारण हों।

उत्पत्ति 1:11
फिर परमेश्वर ने कहा, पृथ्वी से हरी घास, तथा बीज वाले छोटे छोटे पेड़, और फलदाई वृक्ष भी जिनके बीज उन्ही में एक एक की जाति के अनुसार होते हैं पृथ्वी पर उगें; और वैसा ही हो गया।

उत्पत्ति 1:9
फिर परमेश्वर ने कहा, आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे; और वैसा ही हो गया।

उत्पत्ति 1:7
तब परमेश्वर ने एक अन्तर करके उसके नीचे के जल और उसके ऊपर के जल को अलग अलग किया; और वैसा ही हो गया।

उत्पत्ति 1:3
तब परमेश्वर ने कहा, उजियाला हो: तो उजियाला हो गया।