John 5:38 in Hindi

Hindi Hindi Bible John John 5 John 5:38

John 5:38
और उसके वचन को मन में स्थिर नहीं रखते क्योंकि जिसे उस ने भेजा उस की प्रतीति नहीं करते।

John 5:37John 5John 5:39

John 5:38 in Other Translations

King James Version (KJV)
And ye have not his word abiding in you: for whom he hath sent, him ye believe not.

American Standard Version (ASV)
And ye have not his word abiding in you: for whom he sent, him ye believe not.

Bible in Basic English (BBE)
And you have not kept his word in your hearts, because you have not faith in him whom he has sent.

Darby English Bible (DBY)
and ye have not his word abiding in you; for whom *he* hath sent, him ye do not believe.

World English Bible (WEB)
You don't have his word living in you; because you don't believe him whom he sent.

Young's Literal Translation (YLT)
and His word ye have not remaining in you, because whom He sent, him ye do not believe.

And
καὶkaikay
ye
have
τὸνtontone
not
λόγονlogonLOH-gone
his
αὐτοῦautouaf-TOO

οὐκoukook
word
ἔχετεecheteA-hay-tay
abiding
μένονταmenontaMAY-none-ta
in
ἐνenane
you:
ὑμῖνhyminyoo-MEEN
for
ὅτιhotiOH-tee
whom
ὃνhonone
he
ἀπέστειλενapesteilenah-PAY-stee-lane
hath
sent,
ἐκεῖνοςekeinosake-EE-nose
him
τούτῳtoutōTOO-toh
ye
ὑμεῖςhymeisyoo-MEES
believe
οὐouoo
not.
πιστεύετεpisteuetepee-STAVE-ay-tay

Cross Reference

1 यूहन्ना 2:14
हे पितरों, मैं ने तुम्हें इसलिये लिखा है, कि जो आदि से है तुम उसे जान गए हो: हे जवानो, मैं ने तुम्हें इसलिये लिखा है, कि तुम बलवन्त हो, और परमेश्वर का वचन तुम में बना रहता है, और तुम ने उस दुष्ट पर जय पाई है।

व्यवस्थाविवरण 6:6
और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;

याकूब 1:21
इसलिये सारी मलिनता और बैर भाव की बढ़ती को दूर करके, उस वचन को नम्रता से ग्रहण कर लो, जो हृदय में बोया गया और जो तुम्हारे प्राणों का उद्धार कर सकता है।

कुलुस्सियों 3:16
मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।

यूहन्ना 15:7
यदि तुम मुझ में बने रहो, और मेरी बातें तुम में बनी रहें तो जो चाहो मांगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा।

यूहन्ना 12:44
यीशु ने पुकारकर कहा, जो मुझ पर विश्वास करता है, वह मुझ पर नहीं, वरन मेरे भेजने वाले पर विश्वास करता है।

यूहन्ना 8:46
तुम में से कौन मुझे पापी ठहराता है? और यदि मैं सच बोलता हूं, तो तुम मेरी प्रतीति क्यों नहीं करते?

यूहन्ना 8:37
मैं जानता हूं कि तुम इब्राहीम के वंश से हो; तौभी मेरा वचन तुम्हारे ह्रृदय में जगह नहीं पाता, इसलिये तुम मुझे मार डालना चाहते हो।

यूहन्ना 5:46
क्योंकि यदि तुम मूसा की प्रतीति करते, तो मेरी भी प्रतीति करते, इसलिये कि उस ने मेरे विषय में लिखा है।

यूहन्ना 5:42
परन्तु मैं तुम्हें जानता हूं, कि तुम में परमेश्वर का प्रेम नहीं।

यूहन्ना 3:17
परमेश्वर ने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा, कि जगत पर दंड की आज्ञा दे परन्तु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए।

यूहन्ना 1:11
वह अपने घर आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया।

यशायाह 53:1
जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?

यशायाह 49:7
जो मनुष्यों से तुच्छ जाना जाता, जिस से जातियों को घृणा है, और, जो अपराधियों का दास है, इस्राएल का छुड़ाने वाला और उसका पवित्र अर्थात यहावो यों कहता है, कि राजा उसे देखकर खड़े हो जाएंगे और हाकिम दण्डवत करेंगे; यह यहोवा के निमित्त होगा, जो सच्चा और इस्राएल का पवित्र है और जिसने तुझे चुन लिया है॥

नीतिवचन 7:1
हे मेरे पुत्र, मेरी बातों को माना कर, और मेरी आज्ञाओं को अपने मन में रख छोड़।

नीतिवचन 2:1
हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचन ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने हृदय में रख छोड़े,

भजन संहिता 119:11
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं।

यहोशू 1:8
व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा।