John 1:38
यीशु ने फिरकर और उन को पीछे आते देखकर उन से कहा, तुम किस की खोज में हो? उन्होंने उस से कहा, हे रब्बी, अर्थात (हे गुरू) तू कहां रहता है? उस ने उन से कहा, चलो, तो देख लोगे।
John 1:38 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then Jesus turned, and saw them following, and saith unto them, What seek ye? They said unto him, Rabbi, (which is to say, being interpreted, Master,) where dwellest thou?
American Standard Version (ASV)
And Jesus turned, and beheld them following, and saith unto them, What seek ye? And they said unto him, Rabbi (which is to say, being interpreted, Teacher), where abideth thou?
Bible in Basic English (BBE)
And Jesus, turning round, saw them coming after him and said to them, What are you looking for? They said to him, Rabbi (which is to say, Master), where are you living?
Darby English Bible (DBY)
But Jesus having turned, and seeing them following, says to them, What seek ye? And *they* said to him, Rabbi (which, being interpreted, signifies Teacher), where abidest thou?
World English Bible (WEB)
Jesus turned, and saw them following, and said to them, "What are you looking for?" They said to him, "Rabbi" (which is to say, being interpreted, Teacher), "where are you staying?"
Young's Literal Translation (YLT)
And Jesus having turned, and having beheld them following, saith to them, `What seek ye?' and they said to them, `Rabbi, (which is, being interpreted, Teacher,) where remainest thou?'
| Then | στραφεὶς | strapheis | stra-FEES |
| δὲ | de | thay | |
| Jesus | ὁ | ho | oh |
| turned, | Ἰησοῦς | iēsous | ee-ay-SOOS |
| and | καὶ | kai | kay |
| saw | θεασάμενος | theasamenos | thay-ah-SA-may-nose |
| them | αὐτοὺς | autous | af-TOOS |
| following, | ἀκολουθοῦντας | akolouthountas | ah-koh-loo-THOON-tahs |
| and saith | λέγει | legei | LAY-gee |
| unto them, | αὐτοῖς | autois | af-TOOS |
| What | Τί | ti | tee |
| seek ye? | ζητεῖτε | zēteite | zay-TEE-tay |
| οἱ | hoi | oo | |
| said | δὲ | de | thay |
| unto him, | εἶπον | eipon | EE-pone |
| Rabbi, | αὐτῷ | autō | af-TOH |
| (which | Ῥαββί | rhabbi | rahv-VEE |
| to say, is | ὃ | ho | oh |
| being interpreted, | λέγεται | legetai | LAY-gay-tay |
| Master,) | ἑρμηνευόμενον, | hermēneuomenon | are-may-nave-OH-may-none |
| where | Διδάσκαλε | didaskale | thee-THA-ska-lay |
| dwellest thou? | ποῦ | pou | poo |
| They | μένεις | meneis | MAY-nees |
Cross Reference
यूहन्ना 1:49
नतनएल ने उस को उत्तर दिया, कि हे रब्बी, तू परमेश्वर का पुत्र है; तू इस्त्राएल का महाराजा है।
यूहन्ना 20:15
यीशु ने उस से कहा, हे नारी तू क्यों रोती है? किस को ढूंढ़ती है? उस ने माली समझकर उस से कहा, हे महाराज, यदि तू ने उसे उठा लिया है तो मुझ से कह कि उसे कहां रखा है और मैं उसे ले जाऊंगी।
यूहन्ना 18:7
तब उस ने फिर उन से पूछा, तुम किस को ढूंढ़ते हो।
यूहन्ना 18:4
तब यीशु उन सब बातों को जो उस पर आनेवाली थीं, जानकर निकला, और उन से कहने लगा, किसे ढूंढ़ते हो?
यूहन्ना 6:25
और झील के पार उस से मिलकर कहा, हे रब्बी, तू यहां कब आया?
यूहन्ना 3:2
उस ने रात को यीशु के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, हम जानते हैं, कि तू परमेश्वर की आरे से गुरू हो कर आया है; क्योंकि कोई इन चिन्हों को जो तू दिखाता है, यदि परमेश्वर उसके साथ न हो, तो नहीं दिखा सकता।
भजन संहिता 27:4
एक वर मैं ने यहोवा से मांगा है, उसी के यत्न में लगा रहूंगा; कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊं, जिस से यहोवा की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूं, और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूं॥
मत्ती 23:7
और बाजारों में नमस्कार और मनुष्य में रब्बी कहलाना उन्हें भाता है।
लूका 10:39
और मरियम नाम उस की एक बहिन थी; वह प्रभु के पांवों के पास बैठकर उसका वचन सुनती थी।
लूका 19:5
जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।
यूहन्ना 3:26
और उन्होंने यूहन्ना के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, जो व्यक्ति यरदन के पार तेरे साथ था, और जिस की तू ने गवाही दी है देख, वह बपतिस्मा देता है, और सब उसके पास आते हैं।
यूहन्ना 12:21
उन्होंने गलील के बैतसैदा के रहने वाले फिलेप्पुस के पास आकर उस से बिनती की, कि श्रीमान् हम यीशु से भेंट करना चाहते हैं।
रूत 1:16
रूत बोली, तू मुझ से यह बिनती न कर, कि मुझे त्याग वा छोड़कर लौट जा; क्योंकि जिधर तू जाए उधर मैं भी जाऊंगी; जहां तू टिके वहां मैं भी टिकूंगी; तेरे लोग मेरे लोग होंगे, और तेरा परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा;
प्रेरितों के काम 10:29
इसी लिये मैं जब बुलाया गया; तो बिना कुछ कहे चला आया: अब मैं पूछता हूं कि मुझे किस काम के लिये बुलाया गया है
नीतिवचन 3:18
जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं, उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है; और जो उस को पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं॥
नीतिवचन 8:34
क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो मेरी सुनता, वरन मेरी डेवढ़ी पर प्रति दिन खड़ा रहता, और मेरे द्वारों के खंभों के पास दृष्टि लगाए रहता है।
नीतिवचन 13:20
बुद्धिमानों की संगति कर, तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा, परन्तु मूर्खों का साथी नाश हो जाएगा।
श्रेष्ठगीत 1:7
हे मेरे प्राणप्रिय मुझे बता, तू अपनी भेड़-बकरियां कहां चराता है, दोपहर को तू उन्हें कहां बैठाता है; मैं क्यों तेरे संगियों की भेड़-बकरियों के पास घूंघट काढ़े हुए भटकती फिरूं?
लूका 7:24
जब यूहन्ना के भेजे हुए लोग चल दिए, तो यीशु यूहन्ना के विषय में लोगों से कहने लगा, तुम जंगल में क्या देखने गए थे? क्या हवा से हिलते हुए सरकण्डे को?
लूका 8:38
जिस मनुष्य से दुष्टात्माऐं निकली थीं वह उस से बिनती करने लगा, कि मुझे अपने साथ रहने दे, परन्तु यीशु ने उसे विदा करके कहा।
लूका 14:25
और जब बड़ी भीड़ उसके साथ जा रही थी, तो उस ने पीछे फिरकर उन से कहा।
लूका 15:20
तब वह उठकर, अपने पिता के पास चला: वह अभी दूर ही था, कि उसके पिता ने उसे देखकर तरस खाया, और दौड़कर उसे गले लगाया, और बहुत चूमा।
लूका 18:40
तब यीशु ने खड़े होकर आज्ञा दी कि उसे मेरे पास लाओ, और जब वह निकट आया, तो उस ने उस से यह पूछा।
लूका 22:61
तब प्रभु ने घूमकर पतरस की ओर देखा, और पतरस को प्रभु की वह बात याद आई जो उस ने कही थी, कि आज मुर्ग के बांग देने से पहिले, तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा।
प्रेरितों के काम 10:21
तब पतरस ने उतरकर उन मनुष्यों से कहा; देखो, जिसकी खोज तुम कर रहे हो, वह मैं ही हूं; तुम्हारे आने का क्या कारण है
1 राजा 10:8
धन्य हैं तेरे जन! धन्य हैं तेरे ये सेवक! जो नित्य तेरे सम्मुख उपस्थित रहकर तेरी बुद्धि की बातें सुनते हैं।