Jeremiah 4:24
मैं ने पहाड़ों को देखा, वे हिल रहे थे, और सब पहाडिय़ों को कि वे डोल रही थीं।
Jeremiah 4:24 in Other Translations
King James Version (KJV)
I beheld the mountains, and, lo, they trembled, and all the hills moved lightly.
American Standard Version (ASV)
I beheld the mountains, and, lo, they trembled, and all the hills moved to and fro.
Bible in Basic English (BBE)
Looking at the mountains, I saw them shaking, and all the hills were moved about.
Darby English Bible (DBY)
I beheld the mountains, and lo, they trembled, and all the hills shook violently.
World English Bible (WEB)
I saw the mountains, and, behold, they trembled, and all the hills moved back and forth.
Young's Literal Translation (YLT)
I have looked `to' the mountains, And lo, they are trembling. And all the hills moved themselves lightly.
| I beheld | רָאִ֙יתִי֙ | rāʾîtiy | ra-EE-TEE |
| the mountains, | הֶֽהָרִ֔ים | hehārîm | heh-ha-REEM |
| and, lo, | וְהִנֵּ֖ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
| trembled, they | רֹעֲשִׁ֑ים | rōʿăšîm | roh-uh-SHEEM |
| and all | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
| the hills | הַגְּבָע֖וֹת | haggĕbāʿôt | ha-ɡeh-va-OTE |
| moved lightly. | הִתְקַלְקָֽלוּ׃ | hitqalqālû | heet-kahl-ka-LOO |
Cross Reference
यहेजकेल 38:20
और मेरे दर्शन से समुद्र की मछलियां और आकाश के पक्षी, मैदान के पशु और भूमि पर जितने जीव-जन्तु रेंगते हैं, और भूमि के ऊपर जितने मनुष्य रहते हैं, सब कांप उठेंगे; और पहाड़ गिराए जाएंगे; और चढ़ाइयां नाश होंगी, और सब भीतें गिर कर मिट्टी में मिल जाएंगी।
यशायाह 5:25
इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है, और उसने उनके विरुद्ध हाथ बढ़ा कर उन को मारा है, और पहाड़ कांप उठे; और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
यिर्मयाह 10:10
परन्तु यहोवा वास्तव में परमेश्वर है; जीवित परमेश्वर और सदा का राजा वही है। उसके प्रकोप से पृथ्वी कांपती है, और जाति जाति के लोग उसके क्रोध को सह नहीं सकते।
हबक्कूक 3:10
पहाड़ तुझे देख कर कांप उठे; आंधी और जलप्रलय निकल गए; गहिरा सागर बोल उठा और अपने हाथों अर्थात लहरों को ऊपर उठाया।
हबक्कूक 3:6
वह खड़ा हो कर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाडिय़ां झुक गईं उसकी गति अनन्त काल से एक सी है।
नहूम 1:5
उसके स्पर्श से पहाड़ कांप उठते हैं और पहाडिय़ां गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन सारा संसार अपने सब रहने वालों समेत थरथरा उठता है॥
मीका 1:4
और पहाड़ उसके नीचे गल जाएंगे, और तराई ऐसे फटेंगी, जैसे मोम आग की आंच से, और पानी जो घाट से नीचे बहता है।
यिर्मयाह 8:16
उनके घोड़ों का फुर्राना दान से सुन पड़ता है, और बलवन्त घोड़ों के हिनहिनाने के शब्द से सारा देश कांप उठा है। उन्होंने आकर हमारे देश को और जो कुछ उस में है, और हमारे नगर को निवासियों समेत नाश किया है।
भजन संहिता 114:4
पहाड़ मेढ़ों की नाईं उछलने लगे, और पहाड़ियां भेड़- बकरियों के बच्चों की नाईं उछलने लगीं॥
भजन संहिता 97:4
उसकी बिजलियों से जगत प्रकाशित हुआ, पृथ्वी देखकर थरथरा गई है!
भजन संहिता 77:18
बवणडर में तेरे गरजने का शब्द सुन पड़ा था; जगत बिजली से प्रकाशित हुआ; पृथ्वी कांपी और हिल गई।
भजन संहिता 18:7
तब पृथ्वी हिल गई, और कांप उठी और पहाड़ों की नेवे कंपित होकर हिल गई क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था।
1 राजा 19:11
उसने कहा, निकलकर यहोवा के सम्मुख पर्वत पर खड़ा हो। और यहोवा पास से हो कर चला, और यहोवा के साम्हने एक बड़ी प्रचण्ड आन्धी से पहाड़ फटने और चट्टानें टूटने लगीं, तौभी यहोवा उस आन्धी में न था; फिर आन्धी के बाद भूंईडोल हूआ, तौभी यहोवा उस भूंईडोल में न था।
न्यायियों 5:4
हे यहोवा, जब तू सेईर से निकल चला, जब तू ने एदोम के देश से प्रस्थान किया, तब पृथ्वी डोल उठी, और आकाश टूट पड़ा, बादल से भी जल बरसने लगा॥