Jeremiah 29:19 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 29 Jeremiah 29:19

Jeremiah 29:19
क्योंकि जो वचन मैं ने अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा उनके पास बड़ा यत्न कर के कहला भेजे हैं, उन को उन्होंने नहीं सुना, यहोवा की यही वाणी है।

Jeremiah 29:18Jeremiah 29Jeremiah 29:20

Jeremiah 29:19 in Other Translations

King James Version (KJV)
Because they have not hearkened to my words, saith the LORD, which I sent unto them by my servants the prophets, rising up early and sending them; but ye would not hear, saith the LORD.

American Standard Version (ASV)
because they have not hearkened to my words, saith Jehovah, wherewith I sent unto them my servants the prophets, rising up early and sending them; but ye would not hear, saith Jehovah.

Bible in Basic English (BBE)
Because they have not given ear to my words, says the Lord, when I sent to them my servants the prophets, getting up early and sending them; but you did not give ear, says the Lord.

Darby English Bible (DBY)
because they have not hearkened to my words, saith Jehovah, wherewith I sent unto them my servants the prophets, rising early and sending; but ye have not hearkened, saith Jehovah.

World English Bible (WEB)
because they have not listened to my words, says Yahweh, with which I sent to them my servants the prophets, rising up early and sending them; but you would not hear, says Yahweh.

Young's Literal Translation (YLT)
Because that they have not hearkened unto My words -- an affirmation of Jehovah -- that I sent unto them by My servants the prophets, rising early and sending, and ye hearkened not -- an affirmation of Jehovah.

Because
תַּ֛חַתtaḥatTA-haht

אֲשֶֽׁרʾăšeruh-SHER
they
have
not
לֹאlōʾloh
hearkened
שָׁמְע֥וּšomʿûshome-OO
to
אֶלʾelel
my
words,
דְּבָרַ֖יdĕbāraydeh-va-RAI
saith
נְאֻםnĕʾumneh-OOM
the
Lord,
יְהוָ֑הyĕhwâyeh-VA
which
אֲשֶׁר֩ʾăšeruh-SHER
I
sent
שָׁלַ֨חְתִּיšālaḥtîsha-LAHK-tee
unto
אֲלֵיהֶ֜םʾălêhemuh-lay-HEM
servants
my
by
them
אֶתʾetet
the
prophets,
עֲבָדַ֤יʿăbādayuh-va-DAI
early
up
rising
הַנְּבִאִים֙hannĕbiʾîmha-neh-vee-EEM
and
sending
הַשְׁכֵּ֣םhaškēmhahsh-KAME
not
would
ye
but
them;
וְשָׁלֹ֔חַwĕšālōaḥveh-sha-LOH-ak
hear,
וְלֹ֥אwĕlōʾveh-LOH
saith
שְׁמַעְתֶּ֖םšĕmaʿtemsheh-ma-TEM
the
Lord.
נְאֻםnĕʾumneh-OOM
יְהוָֽה׃yĕhwâyeh-VA

Cross Reference

यिर्मयाह 6:19
हे पृथ्वी, सुन; देख, कि मैं इस जाति पर वह विपत्ति ले आऊंगा जो उनकी कल्पनाओं का फल है, क्योंकि इन्होंने मेरे वचनों पर ध्यान नहीं लगाया, और मेरी शिक्षा को इन्होंने निकम्मी जाना है।

यिर्मयाह 26:5
और न मेरे दास भविष्यद्वक्ताओं के वचनों पर कान लगाओगे, (जिन्हें मैं तुम्हारे पास बड़ा यत्न कर के भेजता आया हूँ, परन्तु तुम ने उनकी नहीं सुनी),

इब्रानियों 12:25
सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे?

जकर्याह 7:11
परन्तु उन्होंने चित्त लगाना न चाहा, और हठ किया, और अपने कानों को मूंद लिया ताकि सुन न सकें।

जकर्याह 1:4
अपने पुरखाओं के समान न बनो, उन से तो अगले भविष्यद्वक्ता यह पुकार पुकारकर कहते थे कि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, अपने बुरे मार्गों से, और अपने बुरे कामों से फिरो; परन्तु उन्होंने न तो सुना, और न मेरी ओर ध्यान दिया, यहोवा की यही वाणी है।

यिर्मयाह 44:4
तौभी मैं अपने सब दास भविष्यद्वक्ताओं को बड़े यत्न से यह कहने के लिये तुम्हारे पास भेजता रहा कि यह घृणित काम मत करो, जिस से मैं घृणा रखता हूँ।

यिर्मयाह 35:14
देखो, रेकाब के पुत्र योनादाब ने जो आज्ञा अपने वंश को दी थी कि तुम दाखमधु न पीना सो तो मानी गई है यहां तक कि आज के दिन भी वे लोग कुछ नहीं पीते, वे अपने पुरखा की आज्ञा मानते हैं; पर यद्यपि मैं तुम से बड़े यत्न से कहता आया हूँ, तौभी तुम ने मेरी नहीं सुनी।

यिर्मयाह 34:17
इस कारण यहोवा यों कहता है कि तुम ने जो मेरी आज्ञा के अनुसार अपने अपने भाई के स्वतंत्र होने का प्रचार नहीं किया, सो यहोवा का यह वचन है, सुनो, मैं तुम्हारे इस प्रकार से स्वतंत्र होने का प्रचार करता हूँ कि तुम तलवार, मरी और महंगी में पड़ोगे; और मैं ऐसा करूंगा कि तुम पृथ्वी के राज्य राज्य में मारे मारे फिरोगे।

यिर्मयाह 32:33
उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं वरन पीठ ही फेर दी है; यद्यपि मैं उन्हें बड़े यत्न से सिखाता आया हूँ, तौभी उन्होंने मेरी शिक्षा को नहीं माना।

यिर्मयाह 25:3
आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के राज्य के तेरहवें वर्ष से ले कर आज के दिन तक अर्थात तेईस वर्ष से यहोवा का वचन मेरे पास पहुंचता आया है; और मैं उसे बड़े यत्न के साथ तुम से कहता आया हूँ; परन्तु तुम ने उसे नहीं सुना।

यिर्मयाह 7:24
पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया; वे अपनी ही युक्तियों और अपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे और पीछे हट गए पर आगे न बढ़े।

यिर्मयाह 7:13
अब यहोवा की यह वाणी है, कि तुम जो ये सब काम करते आए हो, और यद्यपि मैं तुम से बड़े यत्न से बातें करता रहा हूँ, तौभी तुम ने नहीं सुना, और तुम्हें बुलाता आया परन्तु तुम नहीं बोले,