Jeremiah 24:2
एक टोकरे में तो पहिले से पके अच्छे अच्छे अंजीर थे, और दूसरे टोकरे में बहुत निकम्मे अंजीर थे, वरन वे ऐसे निकम्मे थे कि खाने के योग्य भी न थे।
Jeremiah 24:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
One basket had very good figs, even like the figs that are first ripe: and the other basket had very naughty figs, which could not be eaten, they were so bad.
American Standard Version (ASV)
One basket had very good figs, like the figs that are first-ripe; and the other basket had very bad figs, which could not be eaten, they were so bad.
Bible in Basic English (BBE)
One basket had very good figs, like the figs which first come to growth: and the other basket had very bad figs, so bad that they were of no use for food.
Darby English Bible (DBY)
One basket had very good figs, like the figs first ripe; and the other basket had very bad figs, which could not be eaten for badness.
World English Bible (WEB)
One basket had very good figs, like the figs that are first-ripe; and the other basket had very bad figs, which could not be eaten, they were so bad.
Young's Literal Translation (YLT)
In the one basket `are' figs very good, like the first-ripe figs, and in the other basket `are' figs very bad, that are not eaten for badness.
| One | הַדּ֣וּד | haddûd | HA-dood |
| basket | אֶחָ֗ד | ʾeḥād | eh-HAHD |
| had very | תְּאֵנִים֙ | tĕʾēnîm | teh-ay-NEEM |
| good | טֹב֣וֹת | ṭōbôt | toh-VOTE |
| figs, | מְאֹ֔ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| figs the like even | כִּתְאֵנֵ֖י | kitʾēnê | keet-ay-NAY |
| that are first ripe: | הַבַּכֻּר֑וֹת | habbakkurôt | ha-ba-koo-ROTE |
| other the and | וְהַדּ֣וּד | wĕhaddûd | veh-HA-dood |
| basket | אֶחָ֗ד | ʾeḥād | eh-HAHD |
| had very | תְּאֵנִים֙ | tĕʾēnîm | teh-ay-NEEM |
| naughty | רָע֣וֹת | rāʿôt | ra-OTE |
| figs, | מְאֹ֔ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| which | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
| not could | לֹא | lōʾ | loh |
| be eaten, | תֵֽאָכַ֖לְנָה | tēʾākalnâ | tay-ah-HAHL-na |
| they were so bad. | מֵרֹֽעַ׃ | mērōaʿ | may-ROH-ah |
Cross Reference
यशायाह 5:4
मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं?
यशायाह 5:7
क्योंकि सेनाओं के यहोवा की दाख की बारी इस्राएल का घराना, और उसका मनभाऊ पौधा यहूदा के लोग है; और उसने उन में न्याय की आशा की परन्तु अन्याय देख पड़ा; उसने धर्म की आशा की, परन्तु उसे चिल्लाहट ही सुन पड़ी!
मीका 7:1
हाय मुझ पर! क्योंकि मैं उस जन के समान हो गया हूं जो धूपकाल के फल तोड़ने पर, वा रही हुई दाख बीनने के समय के अन्त में आ जाए, मुझे तो पक्की अंजीरों की लालसा थी, परन्तु खाने के लिये कोई गुच्छा नहीं रहा।
यिर्मयाह 24:5
कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, जैसे अच्छे अंजीरों को, वैसे ही मैं यहूदी बंधुओं को जिन्हें मैं ने इस स्थान से कसदियों के देश में भेज दिया है, देख कर प्रसन्न हूंगा।
यिर्मयाह 29:17
सुनो, मैं उनके बीच तलवार चलाऊंगा और महंगी करूंगा, और मरी फैलाऊंगा; और उन्हें ऐसे घिनौने अंजीरों के समान करूंगा जो निकम्मे होने के कारण खाए नहीं जाते।
यहेजकेल 15:2
हे मनुष्य के सन्तान, सब वृक्षों में अंगूर की लता की क्या श्रेष्टता है? अंगूर की शाखा जो जंगल के पेड़ों के बीच उत्पन्न होती है, उस में क्या गुण है?
होशे 9:10
मैं ने इस्राएल को ऐसा पाया जैसे कोई जंगल में दाख पाए; और तुम्हारे पुरखाओं पर ऐसे दृष्टि की जैसे अंजीर के पहिले फलों पर दृष्टि की जाती है। परन्तु उन्होंने पोर के बाल के पास जा कर अपने तईं लज्जा का कारण होने के लिये अर्पण कर दिया, और जिस पर मोहित हो गए थे, वे उसी के समान घिनौने हो गए।
मलाकी 1:12
परन्तु तुम लोग उसको यह कह कर अपवित्र ठहराते हो कि यहोवा की मेज अशुद्ध है, और जो भोजनवस्तु उस पर से मिलती है वह भी तुच्छ है।
मत्ती 5:13
तुम पृथ्वी के नमक हो; परन्तु यदि नमक का स्वाद बिगड़ जाए, तो वह फिर किस वस्तु से नमकीन किया जाएगा? फिर वह किसी काम का नहीं, केवल इस के कि बाहर फेंका जाए और मनुष्यों के पैरों तले रौंदा जाए।