Jeremiah 2:5
यहोवा यों कहता है, तुम्हारे पुरखाओं ने मुझ में कौन ऐसी कुटिलता पाई कि मुझ से दूर हट गए और निकम्मी वस्तुओं के पीछे हो कर स्वयं निकम्मे हो गए?
Jeremiah 2:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
Thus saith the LORD, What iniquity have your fathers found in me, that they are gone far from me, and have walked after vanity, and are become vain?
American Standard Version (ASV)
thus saith Jehovah, What unrighteousness have your fathers found in me, that they are gone far from me, and have walked after vanity, and are become vain?
Bible in Basic English (BBE)
These are the words of the Lord: What evil have your fathers seen in me that they have gone far from me, and, walking after what is false, have become false?
Darby English Bible (DBY)
Thus saith Jehovah: What injustice have your fathers found in me, that they are gone far from me, and have walked after vanity, and become vain?
World English Bible (WEB)
thus says Yahweh, What unrighteousness have your fathers found in me, that they have gone far from me, and have walked after vanity, and are become vain?
Young's Literal Translation (YLT)
Thus said Jehovah: What -- have your fathers found in Me perversity, That they have gone far off from Me, And go after the vanity, and become vain,
| Thus | כֹּ֣ה׀ | kō | koh |
| saith | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
| the Lord, | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| What | מַה | ma | ma |
| iniquity | מָּצְא֨וּ | moṣʾû | mohts-OO |
| fathers your have | אֲבוֹתֵיכֶ֥ם | ʾăbôtêkem | uh-voh-tay-HEM |
| found | בִּי֙ | biy | bee |
| in me, that | עָ֔וֶל | ʿāwel | AH-vel |
| far gone are they | כִּ֥י | kî | kee |
| from | רָחֲק֖וּ | rāḥăqû | ra-huh-KOO |
| walked have and me, | מֵעָלָ֑י | mēʿālāy | may-ah-LAI |
| after | וַיֵּֽלְכ֛וּ | wayyēlĕkû | va-yay-leh-HOO |
| vanity, | אַחֲרֵ֥י | ʾaḥărê | ah-huh-RAY |
| and are become vain? | הַהֶ֖בֶל | hahebel | ha-HEH-vel |
| וַיֶּהְבָּֽלוּ׃ | wayyehbālû | va-yeh-ba-LOO |
Cross Reference
2 राजा 17:15
और वे उसकी विधियों और अपने पुरखाओं के साथ उसकी वाचा, और जो चितौनियां उसने उन्हें दी थीं, उन को तुच्छ जान कर, निकम्मी बातों के पीछे हो लिए; जिस से वे आप निकम्मे हो गए, और अपने चारों ओर की उन जातियों के पीछे भी हो लिए जिनके विषय यहोवा ने उन्हें आज्ञा दी थी कि उनके से काम न करना।
रोमियो 1:21
इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहां तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया।
1 शमूएल 12:21
और मत मुड़ना; नहीं तो ऐसी व्यर्थ वस्तुओं के पीछे चलने लगोगे जिन से न कुछ लाभ पहुंचेगा, और न कुछ छुटकारा हो सकता है, क्योंकि वे सब व्यर्थ ही हैं।
भजन संहिता 115:8
जैसी वे हैं वैसे ही उनके बनाने वाले हैं; और उन पर भरोसा रखने वाले भी वैसे ही हो जाएंगे॥
यशायाह 5:3
अब हे यरूशलेम के निवासियों और हे यहूदा के मनुष्यों, मेरे और मेरी दाख की बारी के बीच न्याय करो।
यशायाह 44:9
जो मूरत खोदकर बनाते हैं, वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूंढते उन से कुछ लाभ न होगा; उसके साक्षी, न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं, इसलिये उन को लज्जित होना पड़ेगा।
यिर्मयाह 10:14
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित हैं; अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण सब सुनारों की आशा टूटती है; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें झूठी हैं, और उन में सांस ही नहीं है।
यिर्मयाह 51:17
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सोनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देने वाली हैं, और उनके कुछ भी सांस नहीं चलती।
योना 2:8
जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, वे अपने करूणानिधान को छोड़ देते हैं।
व्यवस्थाविवरण 32:21
उन्होंने ऐसी वस्तु मानकर जो ईश्वर नहीं हैं, मुझ में जलन उत्पन्न की; और अपनी व्यर्थ वस्तुओं के द्वारा मुझे रिस दिलाई। इसलिये मैं भी उनके द्वारा जो मेरी प्रजा नहीं हैं उनके मन में जलन उत्पन्न करूंगा; और एक मूढ़ जाति के द्वारा उन्हें रिस दिलाऊंगा॥
प्रेरितों के काम 14:15
हम भी तो तुम्हारे समान दु:ख-सुख भोगी मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं, कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं से अलग होकर जीवते परमेश्वर की ओर फिरो, जिस ने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उन में है बनाया।
यिर्मयाह 14:22
क्या अन्यजातियों की मूरतों में से कोई वर्षा कर सकता है? क्या आकाश झडिय़ां लगा सकता है? हे हमारे परमेश्वर यहोवा, क्या तू ही इन सब बातों का करने वाला नहीं है? हम तेरा ही आसरा देखते रहेंगे, क्योंकि इन सारी वस्तुओं का सृजनहार तू ही है।
यिर्मयाह 2:31
हे लोगो, यहोवा के वचन पर ध्यान दो! क्या मैं इस्राएल के लिये जंगल वा घोर अन्धकार का देश बना? तब मेरी प्रजा क्यों कहती है कि हम तो आजाद हो गए हैं सो तेरे पास फिर न आएंगे?
यशायाह 43:22
तौभी हे याकूब, तू ने मुझ से प्रार्थना नहीं की; वरन हे इस्राएल तू मुझ से उकता गया है!
यिर्मयाह 10:8
परन्तु वे पशु सरीखे निरे मूर्ख हैं; मूर्त्तियों से क्या शिक्षा? वे तो काठ ही हैं!
यिर्मयाह 12:2
तू उन को बोता और वे जड़ भी पकड़ते; वे बढ़ते और फलते भी हैं; तू उनके मुंह के निकट है परन्तु उन के मनों से दूर है।
यहेजकेल 11:15
हे मनुष्य के सन्तान, यरूशलेम के निवासियों ने तेरे निकट भाइयों से वरन इस्राएल के सारे घराने से भी कहा है कि तुम यहोवा के पास से दूर हो जाओ; यह देश हमारे ही अधिकार में दिया गया है।
मीका 6:2
हे पहाड़ों, और हे पृथ्वी की अटल नेव, यहोवा का वादविवाद सुनो, क्योंकि यहोवा का अपनी प्रजा के साथ मुकद्दमा है, और वह इस्राएल से वादविवाद करता है॥
मत्ती 15:8
कि ये लोग होठों से तो मेरा आदर करते हैं, पर उन का मन मुझ से दूर रहता है।
यशायाह 29:13
और प्रभु ने कहा, ये लोग जो मुंह से मेरा आदर करते हुए समीप आते परन्तु अपना मन मुझ से दूर रखते हैं, और जो केवल मनुष्यों की आज्ञा सुन सुनकर मेरा भय मानते हैं।