James 4:3 in Hindi

Hindi Hindi Bible James James 4 James 4:3

James 4:3
तुम मांगते हो और पाते नहीं, इसलिये कि बुरी इच्छा से मांगते हो, ताकि अपने भोग विलास में उड़ा दो।

James 4:2James 4James 4:4

James 4:3 in Other Translations

King James Version (KJV)
Ye ask, and receive not, because ye ask amiss, that ye may consume it upon your lusts.

American Standard Version (ASV)
Ye ask, and receive not, because ye ask amiss, that ye may spend `it' in your pleasures.

Bible in Basic English (BBE)
You make your request but you do not get it, because your request has been wrongly made, desiring the thing only so that you may make use of it for your pleasure.

Darby English Bible (DBY)
Ye ask and receive not, because ye ask evilly, that ye may consume [it] in your pleasures.

World English Bible (WEB)
You ask, and don't receive, because you ask with wrong motives, so that you may spend it for your pleasures.

Young's Literal Translation (YLT)
ye ask, and ye receive not, because evilly ye ask, that in your pleasures ye may spend `it'.

Ye
ask,
αἰτεῖτεaiteiteay-TEE-tay
and
καὶkaikay
receive
οὐouoo
not,
λαμβάνετεlambanetelahm-VA-nay-tay
because
διότιdiotithee-OH-tee
ye
ask
κακῶςkakōska-KOSE
amiss,
αἰτεῖσθεaiteistheay-TEE-sthay
that
ἵναhinaEE-na
ye
may
consume
ἐνenane
it
upon
ταῖςtaistase
your
ἡδοναῖςhēdonaisay-thoh-NASE

ὑμῶνhymōnyoo-MONE
lusts.
δαπανήσητεdapanēsētetha-pa-NAY-say-tay

Cross Reference

1 यूहन्ना 5:14
और हमें उसके साम्हने जो हियाव होता है, वह यह है; कि यदि हम उस की इच्छा के अनुसार कुछ मांगते हैं, तो हमारी सुनता है।

1 यूहन्ना 3:22
और जो कुछ हम मांगते हैं, वह हमें उस से मिलता है; क्योंकि हम उस की आज्ञाओं को मानते हैं; और जो उसे भाता है वही करते हैं।

भजन संहिता 18:41
उन्होंने दोहाई तो दी परन्तु उन्हें कोई भी बचाने वाला न मिला, उन्होंने यहोवा की भी दोहाई दी, परन्तु उसने भी उन को उत्तर न दिया।

जकर्याह 7:13
और सेनाओं के यहोवा का यह वचन हुआ, कि जैसे मेरे पुकारने पर उन्होंने नहीं सुना, वैसे ही उसके पुकारने पर मैं भी न सुनूंगा;

मत्ती 20:22
यीशु ने उत्तर दिया, तुम नहीं जानते कि क्या मांगते हो? जो कटोरा मैं पीने पर हूं, क्या तुम पी सकते हो? उन्होंने उस से कहा, पी सकते हैं।

मरकुस 10:38
यीशु ने उन से कहा, तुम नहीं जानते, कि क्या मांगते हो? जो कटोरा मैं पीने पर हूं, क्या पी सकते हो? और जो बपतिस्मा मैं लेने पर हूं, क्या ले सकते हो?

लूका 15:13
और बहुत दिन न बीते थे कि छुटका पुत्र सब कुछ इकट्ठा करके एक दूर देश को चला गया और वहां कुकर्म में अपनी संपत्ति उड़ा दी।

लूका 16:1
फिर उस ने चेलों से भी कहा; किसी धनवान का एक भण्डारी था, और लोगों ने उसके साम्हने उस पर यह दोष लगाया कि यह तेरी सब संपत्ति उड़ाए देता है।

याकूब 1:6
पर विश्वास से मांगे, और कुछ सन्देह न करे; क्योंकि सन्देह करने वाला समुद्र की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है।

याकूब 4:1
तुम में लड़ाइयां और झगड़े कहां से आ गए? क्या उन सुख-विलासों से नहीं जो तुम्हारे अंगों में लड़ते-भिड़ते हैं?

मीका 3:4
वे उस समय यहोवा की दोहाई देंगे, परन्तु वह उनकी न सुनेगा, वरन उस समय वह उनके बुरे कामों के कारण उन से मुंह फेर लेगा॥

यिर्मयाह 14:12
चाहे वे उपवास भी करें, तौभी मैं इनकी दुहाई न सुनूंगा, और चाहे वे होमबलि और अन्नबलि चढ़ाएं, तौभी मैं उन से प्रसन्न न होऊंगा; मैं तलवार, महंगी और मरी के द्वारा इनका अन्त कर डालूंगा।

अय्यूब 27:8
जब ईश्वर भक्तिहीन मनुष्य का प्राण ले ले, तब यद्यपि उसने धन भी प्राप्त किया हो, तौभी उसकी क्या आशा रहेगी?

भजन संहिता 66:18
यदि मैं मन में अनर्थ बात सोचता तो प्रभु मेरी न सुनता।

नीतिवचन 1:28
उस समय वे मुझे पुकारेंगे, और मैं न सुनूंगी; वे मुझे यत्न से तो ढूंढ़ेंगे, परन्तु न पाएंगे।

नीतिवचन 15:8
दुष्ट लोगों के बलिदान से यहोवा धृणा करता है, परन्तु वह सीधे लोगों की प्रार्थना से प्रसन्न होता है।

नीतिवचन 21:13
जो कंगाल की दोहाई पर कान न दे, वह आप पुकारेगा और उसकी सुनी न जाएगी।

नीतिवचन 21:27
दुष्टों का बलिदान घृणित लगता है; विशेष कर के जब वह महापाप के निमित्त चढ़ाता है।

यशायाह 1:15
जब तुम मेरी ओर हाथ फैलाओ, तब मैं तुम से मुंह फेर लूंगा; तुम कितनी ही प्रार्थना क्यों न करो, तौभी मैं तुम्हारी न सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से भरे हैं।

यिर्मयाह 11:11
इसलिये यहोवा यों कहता है, देख, मैं इन पर ऐसी विपत्ति डालने पर हूँ जिस से ये बच न सकेंगे; और चाहे ये मेरी दोहाई दें तौभी मैं इनकी न सुनूंगा।

यिर्मयाह 11:14
इसलिये तू मेरी इस प्रजा के लिये प्रार्थना न करना, न कोई इन लोगों के लिये ऊंचे स्वर से बिनती करे, क्योंकि जिस समय ये अपनी विपत्ति के मारे मेरी दोहाई देंगे, तब मैं उनकी न सुनूंगा।

अय्यूब 35:12
वे दोहाई देते हैं परन्तु कोई उत्तर नहीं देता, यह बुरे लोगों के घमण्ड के कारण होता है।