Isaiah 62:1
सिय्योन के निमित्त मैं चुप न रहूंगा, और यरूशलेम के निमित्त मैं चैन न लूंगा, जब तक कि उसकी धामिर्कता प्रकाश की नाईं और उसका उद्धार जलते हुए पलीते के समान दिखाई न दे।
Isaiah 62:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
For Zion's sake will I not hold my peace, and for Jerusalem's sake I will not rest, until the righteousness thereof go forth as brightness, and the salvation thereof as a lamp that burneth.
American Standard Version (ASV)
For Zion's sake will I not hold my peace, and for Jerusalem's sake I will not rest, until her righteousness go forth as brightness, and her salvation as a lamp that burneth.
Bible in Basic English (BBE)
Because of Zion I will not keep quiet, and because of Jerusalem I will take no rest, till her righteousness goes out like the shining of the sun, and her salvation like a burning light.
Darby English Bible (DBY)
For Zion's sake will I not hold my peace, and for Jerusalem's sake I will not be still, until her righteousness go forth as brightness, and her salvation as a torch that burneth.
World English Bible (WEB)
For Zion's sake will I not hold my peace, and for Jerusalem's sake I will not rest, until her righteousness go forth as brightness, and her salvation as a lamp that burns.
Young's Literal Translation (YLT)
For Zion's sake I am not silent, And for Jerusalem's sake I do not rest, Till her righteousness go out as brightness, And her salvation, as a torch that burneth.
| For Zion's | לְמַ֤עַן | lĕmaʿan | leh-MA-an |
| sake | צִיּוֹן֙ | ṣiyyôn | tsee-YONE |
| will I not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| peace, my hold | אֶחֱשֶׁ֔ה | ʾeḥĕše | eh-hay-SHEH |
| and for Jerusalem's | וּלְמַ֥עַן | ûlĕmaʿan | oo-leh-MA-an |
| sake | יְרוּשָׁלִַ֖ם | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
| I will not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| rest, | אֶשְׁק֑וֹט | ʾešqôṭ | esh-KOTE |
| until | עַד | ʿad | ad |
| the righteousness | יֵצֵ֤א | yēṣēʾ | yay-TSAY |
| thereof go forth | כַנֹּ֙גַהּ֙ | kannōgah | ha-NOH-ɡA |
| as brightness, | צִדְקָ֔הּ | ṣidqāh | tseed-KA |
| salvation the and | וִישׁוּעָתָ֖הּ | wîšûʿātāh | vee-shoo-ah-TA |
| thereof as a lamp | כְּלַפִּ֥יד | kĕlappîd | keh-la-PEED |
| that burneth. | יִבְעָֽר׃ | yibʿār | yeev-AR |
Cross Reference
यशायाह 62:6
हे यरूशलेम, मैं ने तेरी शहरपनाह पर पहरूए बैठाए हैं; वे दिन-रात कभी चुप न रहेंगे। हे यहोवा को स्मरण करने वालो, चुप न रहो,
नीतिवचन 4:18
परन्तु धर्मियों की चाल उस चमकती हुई ज्योति के समान है, जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है।
1 पतरस 2:9
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
भजन संहिता 102:13
तू उठकर सिय्योन पर दया करेगा; क्योंकि उस पर अनुग्रह करने का ठहराया हुआ समय आ पहुंचा है।
यशायाह 32:15
जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उण्डेला न जाए, और जंगल फलदायक बारी न बने, और फलदायक बारी फिर वन न गिनी जाए।
मत्ती 5:16
उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें॥
लूका 2:30
क्योंकि मेरी आंखो ने तेरे उद्धार को देख लिया है।
फिलिप्पियों 2:15
ताकि तुम निर्दोष और भोले होकर टेढ़े और हठीले लोगों के बीच परमेश्वर के निष्कलंक सन्तान बने रहो, (जिन के बीच में तुम जीवन का वचन लिए हुए जगत में जलते दीपकों की नाईं दिखाई देते हो)।
इब्रानियों 7:25
इसी लिये जो उसके द्वारा परमेश्वर के पास आते हैं, वह उन का पूरा पूरा उद्धार कर सकता है, क्योंकि वह उन के लिये बिनती करने को सर्वदा जीवित है॥
भजन संहिता 98:1
यहोवा के लिये एक नया गीत गाओ, क्योंकि उसने आश्चर्यकर्म किए है! उसके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने उसके लिये उद्धार किया है!
भजन संहिता 51:18
प्रसन्न होकर सिय्योन की भलाई कर, यरूशलेम की शहरपनाह को तू बना,
2 थिस्सलुनीकियों 3:1
निदान, हे भाइयो, हमारे लिये प्रार्थना किया करो, कि प्रभु का वचन ऐसा शीघ्र फैले, और महिमा पाए, जैसा तुम में हुआ।
भजन संहिता 122:6
यरूशलेम की शान्ति का वरदान मांगो, तेरे प्रेमी कुशल से रहें!
भजन संहिता 137:6
यदि मैं तुझे स्मरण न रखूं, यदि मैं यरूशलेम को अपने सब आनन्द से श्रेष्ठ न जानूं, तो मेरी जीभ तालू से चिपट जाए!
यशायाह 1:26
और मैं तुम में पहिले की नाईं न्यायी और आदि काल के समान मंत्री फिर नियुक्त करूंगा। उसके बाद तू धर्मपुरी और सती नगरी कहलाएगी॥
यशायाह 51:5
मेरा छुटकारा निकट है; मेरा उद्धार प्रगट हुआ है; मैं अपने भुजबल से देश देश के लोगों का न्याय करूंगा। द्वीप मेरी बाट जाहेंगे और मेरे भुजबल पर आशा रखेंगे।
यशायाह 61:10
मैं यहोवा के कारण अति आनन्दित होऊंगा, मेरा प्राण परमेश्वर के कारण मगन रहेगा; क्योंकि उसने मुझे उद्धार के वस्त्र पहिनाए, और धर्म की चद्दर ऐसे ओढ़ा दी है जैसे दूल्हा फूलों की माला से अपने आप को सजाता और दुल्हिन अपने गहनों से अपना सिंगार करती है।
मीका 4:2
और बहुत जातियों के लोग जाएंगे, और आपस में कहेंगे, आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
जकर्याह 2:12
और तू जानेगी कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे तेरे पास भेज दिया है। और यहोवा यहूदा को पवित्र देश में अपना भाग कर लेगा, और यरूशलेम को फिर अपना ठहराएगा॥
लूका 10:2
और उस ने उन से कहा; पके खेत बहुत हैं; परन्तु मजदूर थोड़े हैं: इसलिये खेत के स्वामी से बिनती करो, कि वह अपने खेत काटने को मजदूर भेज दे।
यशायाह 51:9
हे यहोवा की भुजा, जाग! जाग और बल धारण कर; जैसे प्राचीनकाल में और बीते हुए पीढिय़ों में, वैसे ही अब भी जाग। क्या तू वही नहीं है जिसने रहब को टुकड़े टुकड़े किया और मगरमच्छ को छेदा?