Isaiah 59:13
हम ने यहोवा का अपराध किया है, हम उस से मुकर गए और अपने परमेश्वर के पीछे चलना छोड़ दिया, हम अन्धेर करने लगे और उलट फेर की बातें कहीं, हम ने झूठी बातें मन में गढ़ीं और कही भी हैं।
Isaiah 59:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
In transgressing and lying against the LORD, and departing away from our God, speaking oppression and revolt, conceiving and uttering from the heart words of falsehood.
American Standard Version (ASV)
transgressing and denying Jehovah, and turning away from following our God, speaking oppression and revolt, conceiving and uttering from the heart words of falsehood.
Bible in Basic English (BBE)
We have gone against the Lord, and been false to him, turning away from our God, our words have been uncontrolled, and in our hearts are thoughts of deceit.
Darby English Bible (DBY)
in transgressing and lying against Jehovah, and departing away from our God, speaking oppression and revolt, conceiving and uttering from the heart words of falsehood.
World English Bible (WEB)
transgressing and denying Yahweh, and turning away from following our God, speaking oppression and revolt, conceiving and uttering from the heart words of falsehood.
Young's Literal Translation (YLT)
Transgressing, and lying against Jehovah, And removing from after our God, Speaking oppression and apostacy, Conceiving and uttering from the heart Words of falsehood.
| In transgressing | פָּשֹׁ֤עַ | pāšōaʿ | pa-SHOH-ah |
| and lying | וְכַחֵשׁ֙ | wĕkaḥēš | veh-ha-HAYSH |
| Lord, the against | בַּֽיהוָ֔ה | bayhwâ | bai-VA |
| and departing away | וְנָס֖וֹג | wĕnāsôg | veh-na-SOɡE |
| from | מֵאַחַ֣ר | mēʾaḥar | may-ah-HAHR |
| our God, | אֱלֹהֵ֑ינוּ | ʾĕlōhênû | ay-loh-HAY-noo |
| speaking | דַּבֶּר | dabber | da-BER |
| oppression | עֹ֣שֶׁק | ʿōšeq | OH-shek |
| and revolt, | וְסָרָ֔ה | wĕsārâ | veh-sa-RA |
| conceiving | הֹר֧וֹ | hōrô | hoh-ROH |
| and uttering | וְהֹג֛וֹ | wĕhōgô | veh-hoh-ɡOH |
| heart the from | מִלֵּ֖ב | millēb | mee-LAVE |
| words | דִּבְרֵי | dibrê | deev-RAY |
| of falsehood. | שָֽׁקֶר׃ | šāqer | SHA-ker |
Cross Reference
मरकुस 7:21
क्योंकि भीतर से अर्थात मनुष्य के मन से, बुरी बुरी चिन्ता, व्यभिचार।
यहेजकेल 6:9
और वे बचे हुए लोग, उन जातियों के बीच, जिन में वे बंधुए हो कर जाएंगे, मुझे स्मरण करेंगे; और यह भी कि हमारा व्यभिचारी हृदय यहोवा से कैसे हट गया है और व्यभिचारिणी की सी हमारी आंखें मूरतों पर कैसी लगी हैं जिस से यहोवा का मन टूटा है। इस रीति से उन बुराइयों के कारण, जो उन्होंने अपने सारे घिनौने काम कर के की हैं, वे अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरेंगे।
यहेजकेल 18:25
तौभी तुम लोग कहते हो, कि प्रभु की गति एकसी नहीं। हे इस्राएल के घराने, देख, क्या मेरी गति एकसी नहीं? क्या तुम्हारी ही गति अनुचित नहीं है?
होशे 1:2
जब यहोवा ने होशे के द्वारा पहिले पहिल बातें कीं, तब उसने होशे से यह कहा, जा कर एक वेश्या को अपनी पत्नी बना ले, और उसके कुकर्म के लड़के-बालों को अपने लड़के-बाले कर ले, क्योंकि यह देश यहोवा के पीछे चलना छोड़ कर वेश्या का सा बहुत काम करता है।
होशे 6:7
परन्तु उन लोगों ने आदम की नाईं वाचा को तोड़ दिया; उन्होंने वहां मुझ से विश्वासघात किया है।
होशे 7:13
उन पर हाय, क्योंकि वे मेरे पास से भटक गए! उनका सत्यानाश होए, क्योंकि उन्होंने मुझ से बलवा किया है! मैं तो उन्हें छुड़ाता रहा, परन्तु वे मुझ से झूठ बोलते आए हैं॥
होशे 11:12
एप्रैम ने मिथ्या से, और इस्राएल के घराने ने छल से मुझे घेर रखा है; और यहूदा अब तक पवित्र और विश्वासयोग्य परमेश्वर की ओर चंचल बना रहता है॥
मत्ती 10:33
पर जो कोई मनुष्यों के साम्हने मेरा इन्कार करेगा उस से मैं भी अपने स्वर्गीय पिता के साम्हने इन्कार करूंगा।
मत्ती 12:34
हे सांप के बच्चों, तुम बुरे होकर क्योंकर अच्छी बातें कह सकते हो? क्योंकि जो मन में भरा है, वही मुंह पर आता है।
प्रेरितों के काम 5:3
परन्तु पतरस ने कहा; हे हनन्याह! शैतान ने तेरे मन में यह बात क्यों डाली है कि तू पवित्र आत्मा से झूठ बोले, और भूमि के दाम में से कुछ रख छोड़े?
रोमियो 3:10
जैसा लिखा है, कि कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं।
तीतुस 1:16
वे कहते हैं, कि हम परमेश्वर को जानते हैं: परअपने कामों से उसका इन्कार करते हैं, क्योंकि वे घृणित और आज्ञा न मानने वाले हैं: और किसी अच्छे काम के योग्य नहीं॥
इब्रानियों 3:12
हे भाइयो, चौकस रहो, कि तुम में ऐसा बुरा और अविश्वासी मन न हो, जो जीवते परमेश्वर से दूर हट जाए।
याकूब 1:15
फिर अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है और पाप जब बढ़ जाता है तो मृत्यु को उत्पन्न करता है।
याकूब 3:6
जीभ भी एक आग है: जीभ हमारे अंगों में अधर्म का एक लोक है और सारी देह पर कलंक लगाती है, और भवचक्र में आग लगा देती है और नरक कुण्ड की आग से जलती रहती है।
यिर्मयाह 42:20
क्योंकि जब तुम ने मुझ को यह कह कर अपने परमेश्वर यहोवा के पास भेज दिया कि हमारे निमित्त हमारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसी के अनुसार हम को बता और हम वैसा ही करेंगे, तब तुम जान बूझ के अपने ही को धोखा देते थे।
यिर्मयाह 32:40
मैं उन से यह वाचा बान्धूंगा, कि मैं कभी उनका संग छोड़ कर उनका भला करना न छोड़ूंगा; और अपना भय मैं उनके मन से ऐसा उपजाऊंगा कि वे कभी मुझ से अलग होना न चाहेंगे।
यिर्मयाह 17:13
हे यहोवा, हे इस्राएल के आधार, जितने तुझे छोड देते हैं वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से भटक जाते हैं उनके नाम भूमि ही पर लिखे जाएंगे, क्योंकि उन्होंने बहते जल के सोते यहोवा को त्याग दिया है।
भजन संहिता 78:36
तौभी उन्होंने उससे चापलूसी की; वे उससे झूठ बोले।
नीतिवचन 30:9
ऐसा न हो, कि जब मेरा पेट भर जाए, तब मैं इन्कार कर के कहूं कि यहोवा कौन है? वा अपना भाग खो कर चोरी करूं, और अपने परमेश्वर का नाम अनुचित रीति से लूं।
यशायाह 5:7
क्योंकि सेनाओं के यहोवा की दाख की बारी इस्राएल का घराना, और उसका मनभाऊ पौधा यहूदा के लोग है; और उसने उन में न्याय की आशा की परन्तु अन्याय देख पड़ा; उसने धर्म की आशा की, परन्तु उसे चिल्लाहट ही सुन पड़ी!
यशायाह 31:6
हे इस्राएलियों, जिसके विरुद्ध तुम ने भारी बलवा किया है, उसी की ओर फिरो।
यशायाह 32:6
क्योंकि मूढ़ तो मूढ़ता ही की बातें बोलता और मन में अनर्थ ही गढ़ता रहता है कि वह बिन भक्ति के काम करे और यहोवा के विरुद्ध झूठ कहे, भूखे को भूखा ही रहने दे और प्यासे का जल रोक रखे।
यशायाह 48:8
हां निश्चय तू ने उन्हें न तो सुना, न जाना, न इस से पहिले तेरे कान ही खुले थे। क्योंकि मैं जानता था कि तू निश्चय विश्वासघात करेगा, और गर्भ ही से तेरा नाम अपराधी पड़ा है॥
यशायाह 57:11
तू ने किस के डर से झूठ कहा, और किसका भय मानकर ऐसा किया कि मुझ को स्मरण नहीं रखा न मुझ पर ध्यान दिया? क्या मैं बहुत काल से चुप नहीं रहा? इस कारण तू मेरा भय नहीं मानती।
यशायाह 59:3
क्योंकि तुम्हारे हाथ हत्या से और तुम्हारी अंगुलियां अधर्म के कर्मों से अपवित्र हो गईं हैं; तुम्हारे मुंह से तो झूठ और तुम्हारी जीभ से कुटिल बातें निकलती हैं।
यिर्मयाह 2:13
क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयां की हैं: उन्होंने मुझ बहते जल के सोते को त्याग दिया है, और, उन्होंने हौद बना लिए, वरन ऐसे हौद जो टूट गए हैं, और जिन में जल नहीं रह सकता।
यिर्मयाह 2:19
तेरी बुराई ही तेरी ताड़ना करेगी, और तेरा भटक जाना तुझे उलाहना देगा। जान ले और देख कि अपने परमेश्वर यहोवा को त्यागना, यह बुरी और कड़वी बात है; तुझे मेरा भय ही नहीं रहा, प्रभु सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।
यिर्मयाह 3:10
इतने पर भी उसकी विश्वासघाती बहिन यहूदा पूर्ण मन से मेरी ओर नहीं फिरी, परन्तु कपट से, यहोवा की यही वाणी है।
यिर्मयाह 3:20
इस में तो सन्देह नहीं कि जैसे विश्वासघाती स्त्री अपने प्रिय से मन फेर लेती है, वैसे ही हे इस्राएल के घराने, तू मुझ से फिर गया है, यहोवा की यही वाणी है।
यिर्मयाह 5:23
पर इस प्रजा का हठीला और बलवा करने वाला मन है; इन्होंने बलवा किया और दूर हो गए हैं।
यिर्मयाह 9:2
भला होता कि मुझे जंगल में बटोहियों का कोई टिकाव मिलता कि मैं अपने लोगों को छोड़कर वहीं चला जाता! क्योंकि वे सब व्यभिचारी हैं, वे विश्वासघातियों का समाज हैं।
भजन संहिता 18:21
क्योंकि मैं यहोवा के मार्गों पर चलता रहा, और दुष्टता के कारण अपने परमेश्वर से दूर न हुआ।