Isaiah 57:17 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 57 Isaiah 57:17

Isaiah 57:17
उसके लोभ के पाप के कारण मैं ने क्रोधित हो कर उसको दु:ख दिया था, और क्रोध के मारे उस से मुंह छिपाया था; परन्तु वह अपने मनमाने मार्ग में दूर भटकता चला गया था।

Isaiah 57:16Isaiah 57Isaiah 57:18

Isaiah 57:17 in Other Translations

King James Version (KJV)
For the iniquity of his covetousness was I wroth, and smote him: I hid me, and was wroth, and he went on frowardly in the way of his heart.

American Standard Version (ASV)
For the iniquity of his covetousness was I wroth, and smote him; I hid `my face' and was wroth; and he went on backsliding in the way of his heart.

Bible in Basic English (BBE)
I was quickly angry with his evil ways, and sent punishment on him, veiling my face in wrath: and he went on, turning his heart from me.

Darby English Bible (DBY)
For the iniquity of his covetousness was I wroth, and smote him; I hid me, and was wroth, and he went on backslidingly in the way of his heart.

World English Bible (WEB)
For the iniquity of his covetousness was I angry, and struck him; I hid [my face] and was angry; and he went on backsliding in the way of his heart.

Young's Literal Translation (YLT)
For the iniquity of his dishonest gain, I have been wroth, and I smite him, Hiding -- and am wroth, And he goeth on turning back in the way of his heart.

For
the
iniquity
בַּעֲוֺ֥ןbaʿăwōnba-uh-VONE
of
his
covetousness
בִּצְע֛וֹbiṣʿôbeets-OH
wroth,
I
was
קָצַ֥פְתִּיqāṣaptîka-TSAHF-tee
and
smote
וְאַכֵּ֖הוּwĕʾakkēhûveh-ah-KAY-hoo
him:
I
hid
הַסְתֵּ֣רhastērhahs-TARE
wroth,
was
and
me,
וְאֶקְצֹ֑ףwĕʾeqṣōpveh-ek-TSOFE
and
he
went
on
וַיֵּ֥לֶךְwayyēlekva-YAY-lek
frowardly
שׁוֹבָ֖בšôbābshoh-VAHV
in
the
way
בְּדֶ֥רֶךְbĕderekbeh-DEH-rek
of
his
heart.
לִבּֽוֹ׃libbôlee-boh

Cross Reference

यशायाह 56:11
वे मरभूखे कुत्ते हैं जो कभी तृप्त नहीं होते। वे चरवाहे हें जिन में समझ ही नहीं; उन सभों ने अपने अपने लाभ के लिये अपना अपना मार्ग लिया है।

यिर्मयाह 6:13
क्योंकि उन में छोटे से ले कर बड़े तक सब के सब लालची हैं; और क्या भविष्यद्वक्ता क्या याजक सब के सब छल से काम करते हैं।

लूका 12:15
और उस ने उन से कहा, चौकस रहो, और हर प्रकार के लोभ से अपने आप को बचाए रखो: क्योंकि किसी का जीवन उस की संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता।

लूका 15:14
जब वह सब कुछ खर्च कर चुका, तो उस देश में बड़ा अकाल पड़ा, और वह कंगाल हो गया।

इफिसियों 5:3
और जैसा पवित्र लोगों के योग्य है, वैसा तुम में व्यभिचार, और किसी प्रकार अशुद्ध काम, या लोभ की चर्चा तक न हो।

कुलुस्सियों 3:5
इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है।

1 तीमुथियुस 6:9
पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं।

2 पतरस 2:3
और वे लोभ के लिये बातें गढ़ कर तुम्हें अपने लाभ का कारण बनाएंगे, और जो दण्ड की आज्ञा उन पर पहिले से हो चुकी है, उसके आने में कुछ भी देर नहीं, और उन का विनाश ऊंघता नहीं।

2 पतरस 2:14
उन ही आंखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रूक नहीं सकते: वे चंचल मन वालों को फुसला लेते हैं; उन के मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है, वे सन्ताप के सन्तान हैं।

मीका 2:2
वे खेतों का लालच कर के उन्हें छीन लेते हैं, और घरों का लालच कर के उन्हें भी ले लेते हैं; और उसके घराने समेत पुरूष पर, और उसके निज भाग समेत किसी पुरूष पर अन्धेर और अत्याचार कहते हैं।

यहेजकेल 33:31
वे प्रजा की नाईं तेरे पास आते और मेरी प्रजा बन कर तेरे साम्हने बैठ कर तेरे वचन सुनते हैं, परन्तु वे उन पर चलते नहीं; मुंह से तो वे बहुत प्रेम दिखाते हैं, परन्तु उनका मन लालच ही में लगा रहता है।

यिर्मयाह 22:17
परन्तु तू केवल अपना ही लाभ देखता है, और निर्दोषों की हत्या करने और अन्धेर और उपद्रव करने में अपना मन और दृष्टि लगाता है।

यशायाह 1:4
हाय, यह जाति पाप से कैसी भरी है! यह समाज अधर्म से कैसा लदा हुआ है! इस वंश के लोग कैसे कुकर्मी हैं, ये लड़के-बाले कैसे बिगड़े हुए हैं! उन्होंने यहोवा को छोड़ दिया, उन्होंने इस्राएल के पवित्र को तुच्छ जाना है! वे पराए बनकर दूर हो गए हैं॥

यशायाह 5:8
हाय उन पर जो घर से घर, और खेत से खेत यहां तक मिलाते जाते हैं कि कुछ स्थान नहीं बचता, कि तुम देश के बीच अकेले रह जाओ।

यशायाह 8:17
मैं उस यहोवा की बाट जोहता रहूंगा जो अपने मुंख को याकूब के घराने से छिपाये है, और मैं उसी पर आशा लगाए रहूंगा।

यशायाह 9:13
तौभी ये लोग अपने मारने वाले की ओर नहीं फिरे और न सेनाओं के यहोवा की खोज करते हैं।

यशायाह 45:15
हे इस्राएल के परमेश्वर, हे उद्धारकर्त्ता! निश्चय तू ऐसा ईश्वर है जो अपने को गुप्त रखता है।

यिर्मयाह 2:30
मैं ने व्यर्थ ही तुम्हारे बेटों की ताड़ना की, उन्होंने कुछ भी नहीं माना; तुम ने अपने भविष्यद्वक्ताओं को अपनी ही तलवार से ऐसा काट डाला है जैसा सिंह फाड़ता है।

यिर्मयाह 5:3
हे यहोवा, क्या तेरी दृष्टि सच्चाई पर नहीं है? तू ने उन को दु:ख दिया, परन्तु वे शोकित नहीं हुए; तू ने उन को नाश किया, परन्तु उन्होंने ताड़ना से भी नहीं माना। उन्होंने अपना मन चट्टान से भी अधिक कठोर किया है; उन्होंने पश्चात्ताप करने से इनकार किया है।

यिर्मयाह 8:10
इस कारण मैं उनकी स्त्रियों को दूसरे पुरुषों को और उनके खेत दूसरे अधिकारियों के वश में कर दूंगा, क्योंकि छोटे से ले कर बड़े तक वे सब के सब लालची हैं; क्या भविष्यद्वक्ता क्या याजक, वे सब के छल से काम करते हैं।

सभोपदेशक 6:9
आंखों से देख लेना मन की चंचलता से उत्तम है: यह भी व्यर्थ और मन का कुढना है।