Isaiah 53:2
क्योंकि वह उसके साम्हने अंकुर की नाईं, और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले; उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते, और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते।
Isaiah 53:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
For he shall grow up before him as a tender plant, and as a root out of a dry ground: he hath no form nor comeliness; and when we shall see him, there is no beauty that we should desire him.
American Standard Version (ASV)
For he grew up before him as a tender plant, and as a root out of a dry ground: he hath no form nor comeliness; and when we see him, there is no beauty that we should desire him.
Bible in Basic English (BBE)
For his growth was like that of a delicate plant before him, and like a root out of a dry place: he had no grace of form, to give us pleasure;
Darby English Bible (DBY)
For he shall grow up before him as a tender sapling, and as a root out of dry ground: he hath no form nor lordliness, and when we see him, there is no beauty that we should desire him.
World English Bible (WEB)
For he grew up before him as a tender plant, and as a root out of a dry ground: he has no form nor comeliness; and when we see him, there is no beauty that we should desire him.
Young's Literal Translation (YLT)
Yea, he cometh up as a tender plant before Him, And as a root out of a dry land, He hath no form, nor honour, when we observe him, Nor appearance, when we desire him.
| For he shall grow up | וַיַּ֨עַל | wayyaʿal | va-YA-al |
| before | כַּיּוֹנֵ֜ק | kayyônēq | ka-yoh-NAKE |
| plant, tender a as him | לְפָנָ֗יו | lĕpānāyw | leh-fa-NAV |
| and as a root | וְכַשֹּׁ֙רֶשׁ֙ | wĕkaššōreš | veh-ha-SHOH-RESH |
| dry a of out | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
| ground: | צִיָּ֔ה | ṣiyyâ | tsee-YA |
| no hath he | לֹא | lōʾ | loh |
| form | תֹ֥אַר | tōʾar | TOH-ar |
| nor | ל֖וֹ | lô | loh |
| comeliness; | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| see shall we when and | הָדָ֑ר | hādār | ha-DAHR |
| no is there him, | וְנִרְאֵ֥הוּ | wĕnirʾēhû | veh-neer-A-hoo |
| beauty | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| that we should desire | מַרְאֶ֖ה | marʾe | mahr-EH |
| him. | וְנֶחְמְדֵֽהוּ׃ | wĕneḥmĕdēhû | veh-nek-meh-day-HOO |
Cross Reference
यशायाह 52:14
जैसे बहुत से लोग उसे देखकर चकित हुए (क्योंकि उसका रूप यहां तक बिगड़ा हुआ था कि मनुष्या का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी),
फिलिप्पियों 2:6
जिस ने परमेश्वर के स्वरूप में होकर भी परमेश्वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा।
यशायाह 11:1
तब यिशै के ठूंठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी।
मरकुस 6:3
क्या यह वही बढ़ई नहीं, जो मरियम का पुत्र, और याकूब और योसेस और यहूदा और शमौन का भाई है? और क्या उस की बहिनें यहां हमारे बीच में नहीं रहतीं? इसलिये उन्होंने उसके विषय में ठोकर खाई।
1 पतरस 2:14
और हाकिमों के, क्योंकि वे कुकिर्मयों को दण्ड देने और सुकिर्मयों की प्रशंसा के लिये उसके भेजे हुए हैं।
रोमियो 8:3
क्योंकि जो काम व्यवस्था शरीर के कारण दुर्बल होकर न कर सकी, उस को परमेश्वर ने किया, अर्थात अपने ही पुत्र को पापमय शरीर की समानता में, और पाप के बलिदान होने के लिये भेजकर, शरीर में पाप पर दण्ड की आज्ञा दी।
यूहन्ना 9:28
तब वे उसे बुरा-भला कहकर बोले, तू ही उसका चेला है; हम तो मूसा के चेले हैं।
यूहन्ना 19:14
यह फसह की तैयारी का दिन था और छठे घंटे के लगभग था: तब उस ने यहूदियों से कहा, देखो, यही है, तुम्हारा राजा!
यूहन्ना 19:5
तक यीशु कांटों का मुकुट और बैंजनी वस्त्र पहिने हुए बाहर निकला और पीलातुस ने उन से कहा, देखो, यह पुरूष।
यूहन्ना 18:40
तब उन्होंने फिर चिल्लाकर कहा, इसे नहीं परन्तु हमारे लिये बरअब्बा को छोड़ दे; और बरअब्बा डाकू था॥
यूहन्ना 1:10
वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्पन्न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहिचाना।
लूका 9:58
यीशु ने उस से कहा, लोमडिय़ों के भट और आकाश के पक्षियों के बसेरे होते हैं, पर मनुष्य के पुत्र को सिर धरने की भी जगह नहीं।
लूका 2:51
तब वह उन के साथ गया, और नासरत में आया, और उन के वश में रहा; और उस की माता ने ये सब बातें अपने मन में रखीं॥
लूका 2:39
और जब वे प्रभु की व्यवस्था के अनुसार सब कुछ निपटा चुके तो गलील में अपने नगर नासरत को फिर चले गए॥
लूका 2:7
और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी।
मरकुस 9:12
उस ने उन्हें उत्तर दिया कि एलिय्याह सचमुच पहिले आकर सब कुछ सुधारेगा, परन्तु मनुष्य के पुत्र के विषय में यह क्यों लिखा है, कि वह बहुत दुख उठाएगा, और तुच्छ गिना जाएगा?
जकर्याह 6:12
और उस से यह कह, सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस पुरूष को देख जिस का नाम शाख है, वह अपने ही स्थान से उगकर यहोवा के मन्दिर को बनाएगा।
यहेजकेल 17:22
फिर प्रभु यहोवा यों कहता है, मैं भी देवदार की ऊंची फुनगी में से कुछ ले कर लगाऊंगा, और उसकी सब से ऊपर वाली कनखाओं में से एक कोमल कनखा तोड़ कर एक अति ऊंचे पर्वत पर लगाऊंगा।
यिर्मयाह 23:5
यहोवा की यह भी वाणी है, देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धमीं अंकुर उगाऊंगा, और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से प्रभुता करेगा।