Isaiah 35:7
मृगतृष्णा ताल बन जाएगी और सूखी भूमि में सोते फूटेंगे; और जिस स्थान में सियार बैठा करते हैं उस में घास और नरकट और सरकण्डे होंगे॥
Isaiah 35:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the parched ground shall become a pool, and the thirsty land springs of water: in the habitation of dragons, where each lay, shall be grass with reeds and rushes.
American Standard Version (ASV)
And the glowing sand shall become a pool, and the thirsty ground springs of water: in the habitation of jackals, where they lay, shall be grass with reeds and rushes.
Bible in Basic English (BBE)
And the burning sand will become a pool, and the dry earth springs of waters: the fields where the sheep take their food will become wet land, and water-plants will take the place of grass.
Darby English Bible (DBY)
And the mirage shall become a pool, and the thirsty land springs of water: in the habitation of wild dogs, where they lay down, shall be grass with reeds and rushes.
World English Bible (WEB)
The glowing sand shall become a pool, and the thirsty ground springs of water: in the habitation of jackals, where they lay, shall be grass with reeds and rushes.
Young's Literal Translation (YLT)
And the mirage hath become a pond, And the thirsty land fountains of waters, In the habitation of dragons, Its place of couching down, a court for reed and rush.
| And the parched ground | וְהָיָ֤ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
| become shall | הַשָּׁרָב֙ | haššārāb | ha-sha-RAHV |
| a pool, | לַאֲגַ֔ם | laʾăgam | la-uh-ɡAHM |
| land thirsty the and | וְצִמָּא֖וֹן | wĕṣimmāʾôn | veh-tsee-ma-ONE |
| springs | לְמַבּ֣וּעֵי | lĕmabbûʿê | leh-MA-boo-ay |
| of water: | מָ֑יִם | māyim | MA-yeem |
| habitation the in | בִּנְוֵ֤ה | binwē | been-VAY |
| of dragons, | תַנִּים֙ | tannîm | ta-NEEM |
| where each lay, | רִבְצָ֔הּ | ribṣāh | reev-TSA |
| grass be shall | חָצִ֖יר | ḥāṣîr | ha-TSEER |
| with reeds | לְקָנֶ֥ה | lĕqāne | leh-ka-NEH |
| and rushes. | וָגֹֽמֶא׃ | wāgōmeʾ | va-ɡOH-meh |
Cross Reference
यशायाह 49:10
वे भूखे और प्यासे होंगे, न लूह और न घाम उन्हें लगेगा, क्योंकि, वह जो उन पर दया करता है, वही उनका अगुवा होगा, और जल के सोतों के पास उन्हें ले चलेगा।
यशायाह 34:13
उसके महलों में कटीले पेड़, गढ़ों में बिच्छू पौधे और झाड़ उगेंगे। वह गीदड़ों का वासस्थान और शुतुर्मुगों का आंगन हो जाएगा।
यशायाह 13:22
और उसके सुख-विलास के मन्दिरों में गीदड़ बोला करेंगे; उसके नाश होने का समय निकट आ गया है, और उसके दिन अब बहुत नहीं रहे॥
प्रकाशित वाक्य 20:2
और उस ने उस अजगर, अर्थात पुराने सांप को, जो इब्लीस और शैतान है; पकड़ के हजार वर्ष के लिये बान्ध दिया।
प्रकाशित वाक्य 18:2
उस ने ऊंचे शबद से पुकार कर कहा, कि गिर गया बड़ा बाबुल गिर गया है: और दुष्टात्माओं का निवास, और हर एक अशुद्ध आत्मा का अड्डा, और एक अशुद्ध और घृणित पक्षी का अड्डा हो गया।
प्रकाशित वाक्य 12:9
और वह बड़ा अजगर अर्थात वही पुराना सांप, जो इब्लीस और शैतान कहलाता है, और सारे संसार का भरमाने वाला है, पृथ्वी पर गिरा दिया गया; और उसके दूत उसके साथ गिरा दिए गए।
1 यूहन्ना 5:19
हम जानते हैं, कि हम परमेश्वर से हैं, और सारा संसार उस दुष्ट के वश में पड़ा है।
1 कुरिन्थियों 6:9
क्या तुम नहीं जानते, कि अन्यायी लोग परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे? धोखा न खाओ, न वेश्यागामी, न मूर्तिपूजक, न परस्त्रीगामी, न लुच्चे, न पुरूषगामी।
प्रेरितों के काम 26:18
कि तू उन की आंखे खोले, कि वे अंधकार से ज्योति की ओर, और शैतान के अधिकार से परमेश्वर की ओर फिरें; कि पापों की क्षमा, और उन लोगों के साथ जो मुझ पर विश्वास करने से पवित्र किए गए हैं, मीरास पाएं।
यूहन्ना 7:38
जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्र शास्त्र में आया है उसके ह्रृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी।
यूहन्ना 4:14
परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूंगा, वह फिर अनन्तकाल तक प्यासा न होगा: वरन जो जल मैं उसे दूंगा, वह उस में एक सोता बन जाएगा जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।
लूका 13:29
और पूर्व और पच्छिम; उत्तर और दक्खिन से लोग आकर परमेश्वर के राज्य के भोज में भागी होंगे।
मत्ती 21:43
यह प्रभु की ओर से हुआ, और हमारे देखने में अद्भुत है, इसलिये मैं तुम से कहता हूं, कि परमेश्वर का राज्य तुम से ले लिया जाएगा; और ऐसी जाति को जो उसका फल लाए, दिया जाएगा।
होशे 1:10
तौभी इस्राएलियों की गिनती समुद्र की बालू की सी हो जाएगी, जिनका मापना-गिनना अनहोना है; और जिस स्थान में उन से यह कहा जाता था कि तुम मेरी प्रजा नहीं हो, उसी स्थान में वे जीवित परमेश्वर के पुत्र कहलाएंगे।
यशायाह 44:3
क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएं बहाऊंगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूंगा।
यशायाह 29:17
क्या अब थोड़े ही दिनों के बीतने पर लबानोन फिर फलदाई बारी न बन जाएगा, और फलदाई बारी जंगल न गिनी जाएगी?
यशायाह 19:6
और नाले बसाने लगेंगे, और मिस्र की नहरें भी सूख जाएंगी, और नरकट और हूगले कुम्हला जाएंगे।