Isaiah 29:21
और जो सभा में उलहना देते उनके लिये फंदा लगाते, और धर्म को व्यर्थ बात के द्वारा बिगाड़ देते हैं, वे सब मिट जाएंगे॥
Isaiah 29:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
That make a man an offender for a word, and lay a snare for him that reproveth in the gate, and turn aside the just for a thing of nought.
American Standard Version (ASV)
that make a man an offender in `his' cause, and lay a snare for him that reproveth in the gate, and turn aside the just with a thing of nought.
Bible in Basic English (BBE)
Who give help to a man in a wrong cause, and who put a net for the feet of him who gives decisions in the public place, taking away a man's right without cause.
Darby English Bible (DBY)
that make a man an offender for a word, and lay a snare for him that reproveth in the gate, and pervert [the judgment of] the righteous by futility.
World English Bible (WEB)
that make a man an offender in [his] cause, and lay a snare for him who reproves in the gate, and turn aside the just with a thing of nothing.
Young's Literal Translation (YLT)
Causing men to sin in word, And for a reprover in the gate lay a snare, And turn aside into emptiness the righteous.
| That make a man | מַחֲטִיאֵ֤י | maḥăṭîʾê | ma-huh-tee-A |
| an offender | אָדָם֙ | ʾādām | ah-DAHM |
| word, a for | בְּדָבָ֔ר | bĕdābār | beh-da-VAHR |
| and lay a snare | וְלַמּוֹכִ֥יחַ | wĕlammôkîaḥ | veh-la-moh-HEE-ak |
| reproveth that him for | בַּשַּׁ֖עַר | baššaʿar | ba-SHA-ar |
| in the gate, | יְקֹשׁ֑וּן | yĕqōšûn | yeh-koh-SHOON |
| aside turn and | וַיַּטּ֥וּ | wayyaṭṭû | va-YA-too |
| the just | בַתֹּ֖הוּ | battōhû | va-TOH-hoo |
| for a thing of nought. | צַדִּֽיק׃ | ṣaddîq | tsa-DEEK |
Cross Reference
आमोस 5:10
जो सभा में उलाहना देता है उस से वे बैर रखते हैं, और खरी बात बोलने वाले से घृणा करते हैं।
याकूब 5:6
तुम ने धर्मी को दोषी ठहरा कर मार डाला; वह तुम्हारा साम्हना नहीं करता॥
प्रेरितों के काम 3:14
तुम ने उस पवित्र और धर्मी का इन्कार किया, और बिनती की, कि एक हत्यारे को तुम्हारे लिये छोड़ दिया जाए।
लूका 11:53
जब वह वहां से निकला, तो शास्त्री और फरीसी बहुत पीछे पड़ गए और छेड़ने लगे, कि वह बहुत सी बातों की चर्चा करे।
मत्ती 26:15
यदि मैं उसे तुम्हारे हाथ पकड़वा दूं, तो मुझे क्या दोगे? उन्होंने उसे तीस चान्दी के सिक्के तौलकर दे दिए।
मत्ती 22:15
तब फरीसियों ने जाकर आपस में विचार किया, कि उस को किस प्रकार बातों में फंसाएं।
मलाकी 3:5
तब मैं न्याय करने को तुम्हारे निकट आऊंगा; और टोन्हों, और व्यभिचारियों, और झूठी किरिया खाने वालों के विरुद्ध, और जो मजदूर की मजदूरी को दबाते, और विधवा और अनाथों पर अन्धेर करते, और परदेशी का न्याय बिगाड़ते, और मेरा भय नहीं मानते, उन सभों के विरुद्ध मैं तुरन्त साक्षी दूंगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है॥
मीका 2:6
बकवासी कहा करते हैं, कि बकवास न करो। इन बातें के लिये न कहा करो; ऐसे लोगों में से अपमान न मिटेगा।
आमोस 7:10
तब बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास कहला भेजा, कि, आमोस ने इस्राएल के घराने के बीच में तुझ से राजद्रोह की गोष्ठी की है; उसके सारे वचनों को देश नहीं सह सकता।
यहेजकेल 13:19
तुम ने तो मुट्ठी मुट्ठी भर जव और रोटी के टुकड़ों के बदले मुझे मेरी प्रजा की दृष्टि में अपवित्र ठहरा कर, और अपनी उन झूठी बातों के द्वारा, जो मेरी प्रजा के लोग तुम से सुनते हैं, जो नाश के योग्य न थे, उन को मार डाला; और जो बचने के योग्य न थे उन प्राणों को बचा रखा है।
यिर्मयाह 26:2
यहोवा के भवन के आंगन में खड़ा हो कर, यहूदा के सब नगरों के लोगों के साम्हने जो यहोवा के भवन में दण्डवत करने को आएं, ये वचन जिनके विषय उन से कहने की आज्ञा मैं तुझे देता हूँ कह दे; उन में से कोई वचन मत रख छोड़।
यिर्मयाह 20:7
हे यहोवा, तू ने मुझे धोखा दिया, और मैं ने धोखा खाया; तू मुझ से बलवन्त है, इस कारण तू मुझ पर प्रबल हो गया। दिन भर मेरी हंसी होती है; सब कोई मुझ से ठट्ठा करते हैं।
यिर्मयाह 18:18
तब वे कहने लगे, चलो, यिर्मयाह के विरुद्ध युक्ति करें, क्योंकि न याजक से व्यवस्था, न ज्ञानी से सम्मति, न भविष्यद्वक्ता से वचन दूर होंगे। आओ, हम उसकी कोई बात पकड़ कर उसको नाश कराएं और फिर उसकी किसी बात पर ध्यान न दें।
यशायाह 32:7
छली की चालें बुरी होती हैं, वह दुष्ट युक्तियां निकालता है कि दरिद्र को भी झूठी बातों में लूटे जब कि वे ठीक और नम्रता से भी बोलते हों।
नीतिवचन 28:21
पक्षपात करना अच्छा नहीं; और यह भी अच्छा नहीं कि पुरूष एक टुकड़े रोटी के लिये अपराध करे।
न्यायियों 12:6
तो वह उस से कहते, अच्छा, शिब्बोलेत कह, और वह कहता सिब्बोलेत, क्योंकि उस से वह ठीक बोला नहीं जाता था; तब वे उसको पकड़ कर यरदन के घाट पर मार डालते थे। इस प्रकार उस समय बयालीस हजार एप्रैमी मारे गए॥