Genesis 17:8
और मैं तुझ को, और तेरे पश्चात तेरे वंश को भी, यह सारा कनान देश, जिस में तू परदेशी हो कर रहता है, इस रीति दूंगा कि वह युग युग उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूंगा।
Genesis 17:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
And I will give unto thee, and to thy seed after thee, the land wherein thou art a stranger, all the land of Canaan, for an everlasting possession; and I will be their God.
American Standard Version (ASV)
And I will give unto thee, and to thy seed after thee, the land of thy sojournings, all the land of Canaan, for an everlasting possession; and I will be their God.
Bible in Basic English (BBE)
And to you and to your seed after you, I will give the land in which you are living, all the land of Canaan for an eternal heritage; and I will be their God.
Darby English Bible (DBY)
And I give to thee, and to thy seed after thee, the land of thy sojourning, all the land of Canaan, for an everlasting possession; and I will be a God to them.
Webster's Bible (WBT)
And I will give to thee, and to thy seed after thee, the land in which thou art a stranger, all the land of Canaan, for an everlasting possession; and I will be their God.
World English Bible (WEB)
I will give to you, and to your seed after you, the land where you are traveling, all the land of Canaan, for an everlasting possession. I will be their God."
Young's Literal Translation (YLT)
and I have given to thee, and to thy seed after thee, the land of thy sojournings, the whole land of Canaan, for a possession age-during, and I have become their God.'
| And I will give | וְנָֽתַתִּ֣י | wĕnātattî | veh-na-ta-TEE |
| seed thy to and thee, unto | לְ֠ךָ | lĕkā | LEH-ha |
| after | וּלְזַרְעֲךָ֨ | ûlĕzarʿăkā | oo-leh-zahr-uh-HA |
thee, | אַֽחֲרֶ֜יךָ | ʾaḥărêkā | ah-huh-RAY-ha |
| the land | אֵ֣ת׀ | ʾēt | ate |
| stranger, a art thou wherein | אֶ֣רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
| מְגֻרֶ֗יךָ | mĕgurêkā | meh-ɡoo-RAY-ha | |
| all | אֵ֚ת | ʾēt | ate |
| the land | כָּל | kāl | kahl |
| of Canaan, | אֶ֣רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
| everlasting an for | כְּנַ֔עַן | kĕnaʿan | keh-NA-an |
| possession; | לַֽאֲחֻזַּ֖ת | laʾăḥuzzat | la-uh-hoo-ZAHT |
| and I will be | עוֹלָ֑ם | ʿôlām | oh-LAHM |
| their God. | וְהָיִ֥יתִי | wĕhāyîtî | veh-ha-YEE-tee |
| לָהֶ֖ם | lāhem | la-HEM | |
| לֵֽאלֹהִֽים׃ | lēʾlōhîm | LAY-loh-HEEM |
Cross Reference
उत्पत्ति 12:7
तब यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, यह देश मैं तेरे वंश को दूंगा: और उसने वहां यहोवा के लिये जिसने उसे दर्शन दिया था, एक वेदी बनाई।
भजन संहिता 105:11
कि मैं कनान देश को तुझी को दूंगा, वह बांट में तुम्हारा निज भाग होगा॥
लैव्यवस्था 26:12
और मैं तुम्हारे मध्य चला फिरा करूंगा, और तुम्हारा परमेश्वर बना रहूंगा, और तुम मेरी प्रजा बने रहोगे।
उत्पत्ति 13:15
क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को युग युग के लिये दूंगा।
उत्पत्ति 13:17
उठ, इस देश की लम्बाई और चौड़ाई में चल फिर; क्योंकि मैं उसे तुझी को दूंगा।
उत्पत्ति 28:4
और वह तुझे और तेरे वंश को भी इब्राहीम की सी आशीष दे, कि तू यह देश जिस में तू परदेशी हो कर रहता है, और जिसे परमेश्वर ने इब्राहीम को दिया था, उसका अधिकारी हो जाए।
निर्गमन 6:7
और मैं तुम को अपनी प्रजा बनाने के लिये अपना लूंगा, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूंगा; और तुम जान लोगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूं जो तुम्हें मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकाल ले आया।
व्यवस्थाविवरण 29:13
इसलिये कि उस वचन के अनुसार जो उसने तुझ को दिया, और उस शपथ के अनुसार जो उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब, तेरे पूर्वजों से खाई थी, वह आज तुझ को अपनी प्रजा ठहराए, और आप तेरा परमेश्वर ठहरे।
भजन संहिता 105:9
वही वाचा जो उसने इब्राहीम के साथ बान्धी, और उसके विषय में उसने इसहाक से शपथ खाई,
2 शमूएल 23:5
क्या मेरा घराना ईश्वर की दृष्टि में ऐसा नहीं है? उसने तो मेरे साथ सदा की एक ऐसी वाचा बान्धी है, जो सब बातों में ठीक की हुई और अटल भी है। क्योंकि चाहे वह उसको प्रगट न करे, तौभी मेरा पूर्ण उद्धार और पूर्ण अभिलाषा का विषय वही है।
व्यवस्थाविवरण 26:18
और यहोवा ने भी आज तुझ को अपने वचन के अनुसार अपना प्रजारूपी निज धन सम्पत्ति माना है, कि तू उसकी सब आज्ञाओं को माना करे,
व्यवस्थाविवरण 14:2
क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा के लिये एक पवित्र समाज है, और यहोवा ने तुझ को पृथ्वी भर के समस्त देशों के लोगों में से अपनी निज सम्पति होने के लिये चुन लिया है।
व्यवस्थाविवरण 4:37
और उसने जो तेरे पितरों से प्रेम रखा, इस कारण उनके पीछे उनके वंश को चुन लिया, और प्रत्यक्ष हो कर तुझे अपने बड़े सामर्थ्य के द्वारा मिस्र से इसलिये निकाल लाया,
गिनती 25:13
और वह उसके लिये, और उसके बाद उसके वंश के लिये, सदा के याजकपद की वाचा होगी, क्योंकि उसे अपने परमेश्वर के लिये जलन उठी, और उसने इस्त्राएलियों के लिये प्रायश्चित्त किया।
निर्गमन 40:15
और जैसे तू उनके पिता का अभिषेक करे वैसे ही उनका भी अभिषेक करना, कि वे मेरे लिये याजक का काम करें; और उनका अभिषेक उनकी पीढ़ी पीढ़ी के लिये उनके सदा के याजकपद का चिन्ह ठहरेगा।
उत्पत्ति 48:4
और कहा, सुन, मैं तुझे फुला-फलाकर बढ़ाऊंगा, और तुझे राज्य राज्य की मण्डली का मूल बनाऊंगा, और तेरे पश्चात तेरे वंश को यह देश दे दूंगा, जिस से कि वह सदा तक उनकी निज भूमि बनी रहे।
उत्पत्ति 23:4
मैं तुम्हारे बीच पाहुन और परदेशी हूं: मुझे अपने मध्य में कब्रिस्तान के लिये ऐसी भूमि दो जो मेरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मुर्दे को गाड़ के अपने आंख की ओट करूं।
उत्पत्ति 15:7
और उसने उससे कहा मैं वही यहोवा हूं जो तुझे कस्दियों के ऊर नगर से बाहर ले आया, कि तुझ को इस देश का अधिकार दूं।
निर्गमन 31:16
सो इस्त्राएली विश्रामदिन को माना करें, वरन पीढ़ी पीढ़ी में उसको सदा की वाचा का विषय जानकर माना करें।
लैव्यवस्था 16:34
और यह तुम्हारे लिये सदा की विधि होगी, कि इस्त्राएलियों के लिये प्रतिवर्ष एक बार तुम्हारे सारे पापों के लिये प्रायश्चित्त किया जाए। यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी थी हारून ने किया॥
व्यवस्थाविवरण 32:8
जब परमप्रधान ने एक एक जाति को निज निज भाग बांट दिया, और आदमियों को अलग अलग बसाया, तब उसने देश देश के लोगों के सिवाने इस्राएलियों की गिनती के अनुसार ठहराए॥
भजन संहिता 103:17
परन्तु यहोवा की करूणा उसके डरवैयों पर युग युग, और उसका धर्म उनके नाती- पोतों पर भी प्रगट होता रहता है,
इब्रानियों 9:15
और इसी कारण वह नई वाचा का मध्यस्थ है, ताकि उस मृत्यु के द्वारा जो पहिली वाचा के समय के अपराधों से छुटकारा पाने के लिये हुई है, बुलाए हुए लोग प्रतिज्ञा के अनुसार अनन्त मीरास को प्राप्त करें।
निर्गमन 21:6
तो उसका स्वामी उसको परमेश्वर के पास ले चले; फिर उसको द्वार के किवाड़ वा बाजू के पास ले जा कर उसके कान में सुतारी से छेद करें; तब वह सदा उसकी सेवा करता रहे॥