Ecclesiastes 7:29 in Hindi

Hindi Hindi Bible Ecclesiastes Ecclesiastes 7 Ecclesiastes 7:29

Ecclesiastes 7:29
देखो, मैं ने केवल यह बात पाई है, कि परमेश्वर ने मनुष्य को सीधा बनाया, परन्तु उन्होंने बहुत सी युक्तियां निकाली हैं॥

Ecclesiastes 7:28Ecclesiastes 7

Ecclesiastes 7:29 in Other Translations

King James Version (KJV)
Lo, this only have I found, that God hath made man upright; but they have sought out many inventions.

American Standard Version (ASV)
Behold, this only have I found: that God made man upright; but they have sought out many inventions.

Bible in Basic English (BBE)
This only have I seen, that God made men upright, but they have been searching out all sorts of inventions.

Darby English Bible (DBY)
Only see this which I have found: that God made man upright, but they have sought out many devices.

World English Bible (WEB)
Behold, this only have I found: that God made man upright; but they search for many schemes.

Young's Literal Translation (YLT)
See, this alone I have found, that God made man upright, and they -- they have sought out many devices.

Lo,
לְבַד֙lĕbadleh-VAHD
this
רְאֵהrĕʾēreh-A
only
זֶ֣הzezeh
found,
I
have
מָצָ֔אתִיmāṣāʾtîma-TSA-tee
that
אֲשֶׁ֨רʾăšeruh-SHER
God
עָשָׂ֧הʿāśâah-SA
hath
made
הָאֱלֹהִ֛יםhāʾĕlōhîmha-ay-loh-HEEM

אֶתʾetet
man
הָאָדָ֖םhāʾādāmha-ah-DAHM
upright;
יָשָׁ֑רyāšārya-SHAHR
but
they
וְהֵ֥מָּהwĕhēmmâveh-HAY-ma
have
sought
out
בִקְשׁ֖וּbiqšûveek-SHOO
many
חִשְּׁבֹנ֥וֹתḥiššĕbōnôthee-sheh-voh-NOTE
inventions.
רַבִּֽים׃rabbîmra-BEEM

Cross Reference

उत्पत्ति 3:6
सो जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा, और देखने में मनभाऊ, और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है, तब उसने उस में से तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।

उत्पत्ति 1:26
फिर परमेश्वर ने कहा, हम मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार अपनी समानता में बनाएं; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगने वाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।

यिर्मयाह 4:22
क्योंकि मेरी प्रजा मूढ़ है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख लड़के हैं जिन में कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।

तीतुस 3:3
क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।

इफिसियों 2:2
जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न मानने वालों में कार्य करता है।

रोमियो 3:9
तो फिर क्या हुआ? क्या हम उन से अच्छे हैं? कभी नहीं; क्योंकि हम यहूदियों और यूनानियों दोनों पर यह दोष लगा चुके हैं कि वे सब के सब पाप के वश में हैं।

रोमियो 1:21
इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहां तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया।

प्रेरितों के काम 7:40
और हारून से कहा; हमारे लिये ऐसा देवता बना, जो हमारे आगे आगे चलें; क्योंकि यह मूसा जा हमें मिसर देश से निकाल लाया, हम नहीं जानते उसे क्या हुआ?

मरकुस 7:8
क्योंकि तुम परमेश्वर की आज्ञा को टालकर मनुष्यों की रीतियों को मानते हो।

यहेजकेल 22:6
देख, इस्राएल के प्रधान लोग अपने अपने बल के अनुसार तुझ में हत्या करने वाले हुए हैं।

यिर्मयाह 2:12
हे आकाश, चकित हो, बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा, यहोवा की यह वाणी है।

भजन संहिता 106:39
और वे आप अपने कामों के द्वारा अशुद्ध हो गए, और अपने कार्यों के द्वारा व्यभिचारी भी बन गए॥

भजन संहिता 106:29
यों उन्होंने अपने कामों से उसको क्रोध दिलाया और मरी उन में फूट पड़ी।

भजन संहिता 99:8
हे हमारे परमेश्वर यहोवा तू उनकी सुन लेता था; तू उनके कामों का पलटा तो लेता था तौभी उनके लिये क्षमा करने वाला ईश्वर था।

उत्पत्ति 11:4
फिर उन्होंने कहा, आओ, हम एक नगर और एक गुम्मट बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें ऐसा न हो कि हम को सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े।

उत्पत्ति 6:11
उस समय पृथ्वी परमेश्वर की दृष्टि में बिगड़ गई थी, और उपद्रव से भर गई थी।

उत्पत्ति 6:5
और यहोवा ने देखा, कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है सो निरन्तर बुरा ही होता है।

उत्पत्ति 5:1
आदम की वंशावली यह है। जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया;