Ecclesiastes 7:15
अपने व्यर्थ जीवन में मैं ने यह सब कुछ देखा है; कोई धर्मी अपने धर्म का काम करते हुए नाश हो जाता है, और दुष्ट बुराई करते हुए दीर्घायु होता है।
Ecclesiastes 7:15 in Other Translations
King James Version (KJV)
All things have I seen in the days of my vanity: there is a just man that perisheth in his righteousness, and there is a wicked man that prolongeth his life in his wickedness.
American Standard Version (ASV)
All this have I seen in my days of vanity: there is a righteous man that perisheth in his righteousness, and there is a wicked man that prolongeth `his life' in his evil-doing.
Bible in Basic English (BBE)
These two have I seen in my life which is to no purpose: a good man coming to his end in his righteousness, and an evil man whose days are long in his evil-doing.
Darby English Bible (DBY)
All [this] have I seen in the days of my vanity: there is a righteous [man] that perisheth by his righteousness, and there is a wicked [man] that prolongeth [his days] by his wickedness.
World English Bible (WEB)
All this have I seen in my days of vanity: there is a righteous man who perishes in his righteousness, and there is a wicked man who lives long in his evil-doing.
Young's Literal Translation (YLT)
The whole I have considered in the days of my vanity. There is a righteous one perishing in his righteousness, and there is a wrong-doer prolonging `himself' in his wrong.
| אֶת | ʾet | et | |
| All | הַכֹּ֥ל | hakkōl | ha-KOLE |
| things have I seen | רָאִ֖יתִי | rāʾîtî | ra-EE-tee |
| days the in | בִּימֵ֣י | bîmê | bee-MAY |
| of my vanity: | הֶבְלִ֑י | heblî | hev-LEE |
| there is | יֵ֤שׁ | yēš | yaysh |
| a just | צַדִּיק֙ | ṣaddîq | tsa-DEEK |
| perisheth that man | אֹבֵ֣ד | ʾōbēd | oh-VADE |
| in his righteousness, | בְּצִדְק֔וֹ | bĕṣidqô | beh-tseed-KOH |
| and there is | וְיֵ֣שׁ | wĕyēš | veh-YAYSH |
| wicked a | רָשָׁ֔ע | rāšāʿ | ra-SHA |
| man that prolongeth | מַאֲרִ֖יךְ | maʾărîk | ma-uh-REEK |
| his life in his wickedness. | בְּרָעָתֽוֹ׃ | bĕrāʿātô | beh-ra-ah-TOH |
Cross Reference
सभोपदेशक 8:12
चाहे पापी सौ बार पाप करे अपने दिन भी बढ़ाए, तौभी मुझे निश्चय है कि जो परमेश्वर से डरते हैं और अपने तईं उसको सम्मुख जानकर भय से चलते हैं, उनका भला ही होगा;
सभोपदेशक 6:12
क्योंकि मनुष्य के क्षणिक व्यर्थ जीवन में जो वह परछाईं की नाईं बिताता है कौन जानता है कि उसके लिये अच्छा क्या है? क्योंकि मनुष्य को कौन बता सकता है कि उसके बाद दुनिया में क्या होगा?
सभोपदेशक 9:1
यह सब कुछ मैं ने मन लगाकर विचारा कि इन सब बातों का भेद पाऊं, कि किस प्रकार धर्मी और बुद्धिमान लोग और उनके काम परमेश्वर के हाथ में हैं; मनुष्य के आगे सब प्रकार की बातें हैं परन्तु वह नहीं जानता कि वह प्रेम है व बैर।
सभोपदेशक 9:9
अपने व्यर्थ जीवन के सारे दिन जो उसने सूर्य के नीचे तेरे लिये ठहराए हैं अपनी प्यारी पत्नी के संग में बिताना, क्योंकि तेरे जीवन और तेरे परिश्रम में जो तू सूर्य के नीचे करता है तेरा यही भाग है।
यशायाह 65:20
उस में फिर न तो थोड़े दिन का बच्चा, और न ऐसा बूढ़ा जाता रहेगा जिसने अपनी आयु पूरी न की हो; क्योंकि जो लड़कपन में मरने वाला है वह सौ वर्ष का हो कर मरेगा, परन्तु पापी सौ वर्ष का हो कर श्रपित ठहरेगा।
यिर्मयाह 12:1
हे यहोवा, यदि मैं तुझ से मुक़द्दमा लड़ूं, तौभी तू धमीं है; मुझे अपने साथ इस विषय पर वादविवाद करने दे। दुष्टों की चाल क्यों सफल होती है? क्या कारण है कि विश्वासघाती बहुत सुख से रहते हैं?
मत्ती 23:34
इसलिये देखो, मैं तुम्हारे पास भविष्यद्वक्ताओं और बुद्धिमानों और शास्त्रियों को भेजता हूं; और तुम उन में से कितनों को मार डालोगे, और क्रूस पर चढ़ाओगे; और कितनों को अपनी सभाओं में कोड़े मारोगे, और एक नगर से दूसरे नगर में खदेड़ते फिरोगे।
यूहन्ना 16:2
वे तुम्हें आराधनालयों में से निकाल देंगे, वरन वह समय आता है, कि जो कोई तुम्हें मार डालेगा वह समझेगा कि मैं परमेश्वर की सेवा करता हूं।
प्रेरितों के काम 7:52
भविष्यद्वक्ताओं में से किस को तुम्हारे बाप दादों ने नहीं सताया, और उन्होंने उस धर्मी के आगमन का पूर्वकाल से सन्देश देने वालों को मार डाला, और अब तुम भी उसके पकड़वाने वाले और मार डालने वाले हुए।
सभोपदेशक 5:16
यह भी एक बड़ी बला है कि जैसा वह आया, ठीक वैसा ही वह जाएगा; उसे उस व्यर्थ परिश्रम से और क्या लाभ है?
सभोपदेशक 3:16
फिर मैं ने संसार में क्या देखा कि न्याय के स्थान में दुष्टता होती है, और धर्म के स्थान में भी दुष्टता होती है।
1 शमूएल 22:18
तब राजा ने दोएग से कहा, तू मुड़कर याजकों को मार डाल। तब एदोमी दोएग ने मुड़कर याजकों को मारा, और उस दिन सनीवाला एपोद पहिने हुए पचासी पुरूषों को घात किया।
1 राजा 21:13
तब दो नीच जन आकर उसके सम्मुख बैठ गए; और उन नीच जनों ने लोगों लोगों के साम्हने नाबोत के विरुद्ध यह साक्षी दी, कि नाबोत ने परमेश्वर और राजा दोनों की निन्दा की। इस पर उन्होंने उसे नगर से बाहर ले जा कर उसको पत्थरवाह किया, और वह मर गया।
2 इतिहास 24:21
तब लोगों ने उस से द्रोह की गोष्ठी कर के, राजा की आज्ञा से यहोवा के भवन के आंगन में उसको पत्थरवाह किया।
अय्यूब 9:22
बात तो एक ही है, इस से मैं यह कहता हूँ कि ईश्वर खरे और दुष्ट दोनों को नाश करता है।
अय्यूब 21:7
क्या कारण है कि दुष्ट लोग जीवित रहते हैं, वरन बूढ़े भी हो जाते, और उनका धन बढ़ता जाता है?
भजन संहिता 39:6
सचमुच मनुष्य छाया सा चलता फिरता है; सचमुच वे व्यर्थ घबराते हैं; वह धन का संचय तो करता है परन्तु नहीं जानता कि उसे कौन लेगा!
भजन संहिता 73:3
क्योंकि जब मैं दुष्टों का कुशल देखता था, तब उन घमण्डियों के विषय डाह करता था॥
सभोपदेशक 2:23
उसके सब दिन तो दु:खों से भरे रहते हैं, और उसका काम खेद के साथ होता है; रात को भी उसका मन चैन नहीं पाता। यह भी व्यर्थ ही है।
उत्पत्ति 47:9
याकूब ने फिरौन से कहा, मैं तो एक सौ तीस वर्ष परदेशी हो कर अपना जीवन बीता चुका हूं; मेरे जीवन के दिन थोड़े और दु:ख से भरे हुए भी थे, और मेरे बापदादे परदेशी हो कर जितने दिन तक जीवित रहे उतने दिन का मैं अभी नहीं हुआ।