Amos 8:8
क्या इस कारण भूमि न कांपेगी? और क्या उन पर के सब रहने वाले विलाप न करेंगे? यह देश सब का सब मिस्र की नील नदी के समान होगा, जो बढ़ती है, फिर लहरें मारती, और घट जाती है॥
Amos 8:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
Shall not the land tremble for this, and every one mourn that dwelleth therein? and it shall rise up wholly as a flood; and it shall be cast out and drowned, as by the flood of Egypt.
American Standard Version (ASV)
Shall not the land tremble for this, and every one mourn that dwelleth therein? yea, it shall rise up wholly like the River; and it shall be troubled and sink again, like the River of Egypt.
Bible in Basic English (BBE)
Will not the land be shaking with fear because of this, and everyone in it have sorrow? and all of it will be overflowing like the River; and it will be troubled and go down again like the River of Egypt.
Darby English Bible (DBY)
Shall not the land tremble for this, and every one mourn that dwelleth therein? And it shall wholly rise up like the Nile; and it shall surge and sink down, as the river of Egypt.
World English Bible (WEB)
Won't the land tremble for this, And everyone mourn who dwells in it? Yes, it will rise up wholly like the River; And it will be stirred up and sink again, like the River of Egypt.
Young's Literal Translation (YLT)
For this doth not the land tremble, And mourned hath every dweller in it? And come up as a flood hath all of it. And it hath been cast out, and hath sunk, Like the flood of Egypt.
| Shall not | הַ֤עַל | haʿal | HA-al |
| the land | זֹאת֙ | zōt | zote |
| tremble | לֹֽא | lōʾ | loh |
| for | תִרְגַּ֣ז | tirgaz | teer-ɡAHZ |
| this, | הָאָ֔רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
| one every and | וְאָבַ֖ל | wĕʾābal | veh-ah-VAHL |
| mourn | כָּל | kāl | kahl |
| that dwelleth | יוֹשֵׁ֣ב | yôšēb | yoh-SHAVE |
| up rise shall it and therein? | בָּ֑הּ | bāh | ba |
| wholly | וְעָלְתָ֤ה | wĕʿoltâ | veh-ole-TA |
| flood; a as | כָאֹר֙ | kāʾōr | ha-ORE |
| out cast be shall it and | כֻּלָּ֔הּ | kullāh | koo-LA |
| and drowned, | וְנִגְרְשָׁ֥ה | wĕnigrĕšâ | veh-neeɡ-reh-SHA |
| flood the by as | וְנִשְׁקְהָ֖ | wĕnišqĕhā | veh-neesh-keh-HA |
| of Egypt. | כִּיא֥וֹר | kîʾôr | kee-ORE |
| מִצְרָֽיִם׃ | miṣrāyim | meets-RA-yeem |
Cross Reference
आमोस 9:5
सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के स्पर्श करने से पृथ्वी पिघलती है, और उसके सारे रहने वाले विलाप करते हैं; और वह सब की सब मिस्र की नदी के समान जो जाती है, जो बढ़ती है फिर लहरें मारती, और घट जाती है।
होशे 4:3
इस कारण यह देश विलाप करेगा, और मैदान के जीव-जन्तुओं, और आकाश के पक्षियों समेत उसके सब निवासी कुम्हला जाएंगे; और समुद्र की मछलियां भी नाश हो जाएंगी॥
यिर्मयाह 46:8
मिस्र नील नदी की नाईं बढ़ता है, उसका जल महानदों का सा उछलता है। वह कहता है, मैं चढ़कर पृथ्वी को भर दूंगा, मैं नगरों को उनके निवासियों समेत नाश कर दूंगा।
भजन संहिता 18:7
तब पृथ्वी हिल गई, और कांप उठी और पहाड़ों की नेवे कंपित होकर हिल गई क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था।
यशायाह 5:25
इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है, और उसने उनके विरुद्ध हाथ बढ़ा कर उन को मारा है, और पहाड़ कांप उठे; और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
मत्ती 24:30
तब मनुष्य के पुत्र का चिन्ह आकाश में दिखाई देगा, और तब पृथ्वी के सब कुलों के लोग छाती पीटेंगे; और मनुष्य के पुत्र को बड़ी सामर्थ और ऐश्वर्य के साथ आकाश के बादलों पर आते देखेंगे।
हाग्गै 2:6
क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, अब थोड़ी ही देर बाकी है कि मैं आकाश और पृथ्वी और समुद्र और स्थल सब को कम्पित करूंगा।
हबक्कूक 3:5
उसके आगे आगे मरी फैलती गई, और उसके पांवों से महाज्वर निकलता गया।
नहूम 1:5
उसके स्पर्श से पहाड़ कांप उठते हैं और पहाडिय़ां गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन सारा संसार अपने सब रहने वालों समेत थरथरा उठता है॥
मीका 1:3
क्योंकि देख, यहोवा अपने पवित्र स्थान से बाहर निकल रहा है, और वह उतर कर पृथ्वी के ऊंचे स्थानों पर चलेगा।
आमोस 8:10
मैं तुम्हारे पर्वों के उत्सव दूर कर के विलाप कराऊंगा, और तुम्हारे सब गीतों को दूर कर के विलाप के गीत गवाऊंगा; मैं तुम सब की कटि में टाट बंधाऊंगा, और तुम सब के सिरों को मुंड़ाऊंगा; और ऐसा विलाप कराऊंगा जैसा एकलौते के लिये होता है, और उसका अन्त कठिन दु:ख के दिन का सा होगा॥
होशे 10:5
सामरिया के निवासी बेतावेन के बछड़े के लिये डरते रहेंगे, और उसके लोग उसके लिये विलाप करेंगे; और उसके पुजारी जो उसके कारण मगन होते थे उसके प्रताप के लिये इस कारण विलाप करेंगे क्योंकि वह उन में से उठ गया है।
दानिय्येल 9:26
और उन बासठ सप्ताहों के बीतने पर अभिषिक्त पुरूष काटा जाएगा: और उसके हाथ कुछ न लगेगा; और आने वाले प्रधान की प्रजा नगर और पवित्रस्थान को नाश तो करेगी। परन्तु उस प्रधान का अन्त ऐसा होगा जैसा बाढ़ से होता है; तौभी उसके अन्त तक लड़ाई होती रहेगी; क्योंकि उसका उजड़ जाना निश्चय ठाना गया है।
यिर्मयाह 12:4
कब तक देश विलाप करता रहेगा, और सारे मैदान की घास सूखी रहेगी? देश के निवासियों की बुराई के कारण पशु-पक्षी सब नाश हो गए हैं, क्योंकि उन लोगों ने कहा, वह हमारे अन्त को न देखेगा।
यिर्मयाह 4:24
मैं ने पहाड़ों को देखा, वे हिल रहे थे, और सब पहाडिय़ों को कि वे डोल रही थीं।
यशायाह 24:19
वह मतवाले की नाईं बहुत डगमगाएगी
यशायाह 8:7
इस कारण सुन, प्रभु उन पर उस प्रबल और गहिरे महानद को, अर्थात अश्शूर के राजा को उसके सारे प्रताप के साथ चढ़ा लाएगा; और वह उनके सब नालों को भर देगा और सारे कड़ाड़ों से छलक कर बहेगा;
भजन संहिता 114:3
समुद्र देखकर भागा, यर्दन नदी उलटी बही।
भजन संहिता 60:2
तू ने भूमि को कंपाया और फाड़ डाला है; उसकी दरारों को भर दे, क्योंकि वह डगमगा रही है।