Amos 4:7
और जब कटनी के तीन महीने रह गए, तब मैं ने तुम्हारे लिये वर्षा न की; मैं ने एक नगर में जल बरसा कर दूसरे में न बरसाया; एक खेत में जल बरसा, और दूसरा खेत जिस में न बरसा; वह सूख गया।
Amos 4:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
And also I have withholden the rain from you, when there were yet three months to the harvest: and I caused it to rain upon one city, and caused it not to rain upon another city: one piece was rained upon, and the piece whereupon it rained not withered.
American Standard Version (ASV)
And I also have withholden the rain from you, when there were yet three months to the harvest; and I caused it to rain upon one city, and caused it not to rain upon another city: one piece was rained upon, and the piece whereupon it rained not withered.
Bible in Basic English (BBE)
And I have kept back the rain from you, when it was still three months before the grain-cutting: I sent rain on one town and kept it back from another: one part was rained on, and the part where there was no rain became a waste.
Darby English Bible (DBY)
And I also have withholden the rain from you, when there were yet three months to the harvest; and I caused it to rain upon one city, and caused it not to rain upon another city: one piece [of land] was rained upon, and the piece whereupon it rained not withered.
World English Bible (WEB)
"I also have withheld the rain from you, When there were yet three months to the harvest; And I caused it to rain on one city, And caused it not to rain on another city. One place was rained on, And the piece where it didn't rain withered.
Young's Literal Translation (YLT)
And I also -- I have withheld from you the rain. While yet three months to harvest, And I have sent rain on one city, And on another city I do not send rain, One portion is rained on, And the portion on which it raineth not withereth.
| And also | וְגַ֣ם | wĕgam | veh-ɡAHM |
| I | אָנֹכִי֩ | ʾānōkiy | ah-noh-HEE |
| have withholden | מָנַ֨עְתִּי | mānaʿtî | ma-NA-tee |
| מִכֶּ֜ם | mikkem | mee-KEM | |
| the rain | אֶת | ʾet | et |
| from | הַגֶּ֗שֶׁם | haggešem | ha-ɡEH-shem |
| yet were there when you, | בְּע֨וֹד | bĕʿôd | beh-ODE |
| three | שְׁלֹשָׁ֤ה | šĕlōšâ | sheh-loh-SHA |
| months | חֳדָשִׁים֙ | ḥŏdāšîm | hoh-da-SHEEM |
| harvest: the to | לַקָּצִ֔יר | laqqāṣîr | la-ka-TSEER |
| rain to it caused I and | וְהִמְטַרְתִּי֙ | wĕhimṭartiy | veh-heem-tahr-TEE |
| upon | עַל | ʿal | al |
| one | עִ֣יר | ʿîr | eer |
| city, | אֶחָ֔ת | ʾeḥāt | eh-HAHT |
| rain to not it caused and | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
| עִ֥יר | ʿîr | eer | |
| upon | אַחַ֖ת | ʾaḥat | ah-HAHT |
| another | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| city: | אַמְטִ֑יר | ʾamṭîr | am-TEER |
| one | חֶלְקָ֤ה | ḥelqâ | hel-KA |
| piece | אַחַת֙ | ʾaḥat | ah-HAHT |
| was rained upon, | תִּמָּטֵ֔ר | timmāṭēr | tee-ma-TARE |
| and the piece | וְחֶלְקָ֛ה | wĕḥelqâ | veh-hel-KA |
| whereupon | אֲשֶֽׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| לֹֽא | lōʾ | loh | |
| it rained | תַמְטִ֥יר | tamṭîr | tahm-TEER |
| not | עָלֶ֖יהָ | ʿālêhā | ah-LAY-ha |
| withered. | תִּיבָֽשׁ׃ | tîbāš | tee-VAHSH |
Cross Reference
यिर्मयाह 3:3
इसी कारण झडिय़ां और बरसात की पिछली वर्षा नहीं होती; तौभी तेरा माथा वेश्या का सा है, तू लज्जित होना ही नहीं जानती।
निर्गमन 9:26
केवल गोशेन देश में जहां इस्राएली बसते थे ओले नहीं गिरे।
यशायाह 5:6
मैं उसे उजाड़ दूंगा; वह न तो फिर छांटी और न खोदी जाएगी और उस में भांति भांति के कटीले पेड़ उगेंगे; मैं मेघों को भी आज्ञा दूंगा कि उस पर जल न बरसाएं॥
निर्गमन 10:23
तीन दिन तक न तो किसी ने किसी को देखा, और न कोई अपने स्थान से उठा; परन्तु सारे इस्राएलियों के घरों में उजियाला रहा।
निर्गमन 9:4
और यहोवा इस्राएलियों के पशुओं में और मिस्रियों के पशुओं में ऐसा अन्तर करेगा, कि जो इस्राएलियों के हैं उन में से कोई भी न मरेगा।
योएल 2:23
हे सिय्योनियों, तुम अपने परमेश्वर यहोवा के कारण मगन हो, और आनन्द करो; क्योंकि तुम्हारे लिये वह वर्षा, अर्थात बरसात की पहिली वर्षा बहुतायत से देगा; और पहिले के समान अगली और पिछली वर्षा को भी बरसाएगा॥
हाग्गै 1:10
इस कारण आकाश से ओस गिरना और पृथ्वी से अन्न उपजना दोनों बन्द हैं।
जकर्याह 14:17
और पृथ्वी के कुलों में से जो लोग यरूशलेम में राजा, अर्थात सेनाओं के यहोवा को दण्डवत करने के लिये न जाएंगे, उनके यहां वर्षा न होगी।
यूहन्ना 4:35
क्या तुम नहीं कहते, कि कटनी होने में अब भी चार महीने पड़े हैं? देखो, मैं तुम से कहता हूं, अपनी आंखे उठाकर खेतों पर दृष्टि डालो, कि वे कटनी के लिये पक चुके हैं।
याकूब 5:17
एलिय्याह भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा।
प्रकाशित वाक्य 11:6
इन्हें अधिकार है, कि आकाश को बन्द करें, कि उन की भविष्यद्ववाणी के दिनों में मेंह न बरसे, और उन्हें सब पानी पर अधिकार है, कि उसे लोहू बनाएं, और जब जब चाहें तब तब पृथ्वी पर हर प्रकार की विपत्ति लाएं।
योएल 1:10
खेती मारी गई, भूमि विलाप करती है; क्योंकि अन्न नाश हो गया, नया दाखमधु सूख गया, तेल भी सूख गया है॥
यिर्मयाह 14:22
क्या अन्यजातियों की मूरतों में से कोई वर्षा कर सकता है? क्या आकाश झडिय़ां लगा सकता है? हे हमारे परमेश्वर यहोवा, क्या तू ही इन सब बातों का करने वाला नहीं है? हम तेरा ही आसरा देखते रहेंगे, क्योंकि इन सारी वस्तुओं का सृजनहार तू ही है।
यिर्मयाह 14:4
देश में पानी न बरसने से भूमि में दरार पड़ गए हैं, इस कारण किसान लोग निराश हो कर सिर ढांप लेते हैं।
निर्गमन 8:22
उस दिन मैं गोशेन देश को जिस में मेरी प्रजा रहती है अलग करूंगा, और उस में डांसों के झुंड न होंगे; जिस से तू जान ले कि पृथ्वी के बीच मैं ही यहोवा हूं।
लैव्यवस्था 26:18
और यदि तुम इन बातों के उपरान्त भी मेरी न सुनो, तो मैं तुम्हारे पापों के कारण तुम्हें सातगुणी ताड़ना और दूंगा,
लैव्यवस्था 26:23
फिर यदि तुम इन बातों पर भी मेरी ताड़ना से न सुधरो, और मेरे विरुद्ध चलते ही रहो,
लैव्यवस्था 26:27
फिर यदि तुम इसके उपरान्त भी मेरी न सुनोगे, और मेरे विरुद्ध चलते ही रहोगे,
व्यवस्थाविवरण 11:17
और यहोवा का कोप तुम पर भड़के, और वह आकाश की वर्षा बन्द कर दे, और भूमि अपनी उपज न दे, और तुम उस उत्तम देश में से जो यहोवा तुम्हें देता है शीघ्र नष्ट हो जाओ।
व्यवस्थाविवरण 28:23
और तेरे सिर के ऊपर आकाश पीतल का, और तेरे पांव के तले भूमि लोहे की हो जाएगी।
न्यायियों 6:37
तो सुन, मैं एक भेड़ी की ऊन खलिहान में रखूंगा, और यदि ओस केवल उस ऊन पर पड़े, और उसे छोड़ सारी भूमि सूखी रह जाए, तो मैं जान लूंगा कि तू अपने वचन के अनुसार इस्राएल को मेरे द्वारा छुड़ाएगा।
1 राजा 8:35
जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें, और इस कारण आकाश बन्द हो जाए, कि वर्षा न होए, ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना करके तेरे नाम को मानें जब तू उन्हें दु:ख देता है, और अपने पाप से फिरें, तो तू स्वर्ग में से सुनकर क्षमा करना,
2 इतिहास 7:13
यदि मैं आकाश को ऐसा बन्द करूं, कि वर्षा न हो, वा टिडियों को देश उजाड़ने की आज्ञा दूं, वा अपनी प्रजा में मरी फैलाऊं,
यिर्मयाह 5:24
वे मन में इतना भी नहीं सोचते कि हमारा परमेश्वर यहोवा तो बरसात के आरम्भ और अन्त दोनों समयों का जल समय पर बरसाता है, और कटनी के नियत सप्ताहों को हमारे लिये रखता है, इसलिये हम उसका भय मानें।
1 कुरिन्थियों 4:7
क्योंकि तुझ में और दूसरे में कौन भेद करता है? और तेरे पास क्या है जो तू ने (दूसरे से) नहीं पाया: और जब कि तु ने (दूसरे से) पाया है, तो ऐसा घमण्ड क्यों करता है, कि मानों नही पाया?