Acts 17:2
और पौलुस अपनी रीति के अनुसार उन के पास गया, और तीन सब्त के दिन पवित्र शास्त्रों से उन के साथ विवाद किया।
Acts 17:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
And Paul, as his manner was, went in unto them, and three sabbath days reasoned with them out of the scriptures,
American Standard Version (ASV)
and Paul, as his custom was, went in unto them, and for three sabbath days reasoned with them from the Scriptures,
Bible in Basic English (BBE)
And Paul, as he generally did, went in to them, and on three Sabbath days had discussions with them from the holy Writings,
Darby English Bible (DBY)
And according to Paul's custom he went in among them, and on three sabbaths reasoned with them from the scriptures,
World English Bible (WEB)
Paul, as was his custom, went in to them, and for three Sabbath days reasoned with them from the Scriptures,
Young's Literal Translation (YLT)
and according to the custom of Paul, he went in unto them, and for three sabbaths he was reasoning with them from the Writings,
| And | κατὰ | kata | ka-TA |
| δὲ | de | thay | |
| Paul, | τὸ | to | toh |
| as | εἰωθὸς | eiōthos | ee-oh-THOSE |
| τῷ | tō | toh | |
| was, manner his | Παύλῳ | paulō | PA-loh |
| went in | εἰσῆλθεν | eisēlthen | ees-ALE-thane |
| unto | πρὸς | pros | prose |
| them, | αὐτοὺς | autous | af-TOOS |
| and | καὶ | kai | kay |
| three | ἐπὶ | epi | ay-PEE |
| σάββατα | sabbata | SAHV-va-ta | |
| sabbath days | τρία | tria | TREE-ah |
| reasoned | διελέγετο | dielegeto | thee-ay-LAY-gay-toh |
| them with | αὐτοῖς | autois | af-TOOS |
| out of | ἀπὸ | apo | ah-POH |
| the | τῶν | tōn | tone |
| scriptures, | γραφῶν | graphōn | gra-FONE |
Cross Reference
प्रेरितों के काम 9:20
और वह तुरन्त आराधनालयों में यीशु का प्रचार करने लगा, कि वह परमेश्वर का पुत्र है।
प्रेरितों के काम 17:17
सो वह आराधनालय में यहूदियों और भक्तों से और चौक में जो लोग मिलते थे, उन से हर दिन वाद-विवाद किया करता था।
प्रेरितों के काम 17:10
भाइयों ने तुरन्त रात ही रात पौलुस और सीलास को बिरीया में भेज दिया: और वे वहां पहुंचकर यहूदियों के आराधनालय में गए।
प्रेरितों के काम 13:5
और सलमीस में पहुंचकर, परमेश्वर का वचन यहूदियों की अराधनालयों में सुनाया; और यूहन्ना उन का सेवक था।
प्रेरितों के काम 8:35
तब फिलेप्पुस ने अपना मुंह खोला, और इसी शास्त्र से आरम्भ करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
लूका 4:16
और वह नासरत में आया; जहां पाला पोसा गया था; और अपनी रीति के अनुसार सब्त के दिन आराधनालय में जा कर पढ़ने के लिये खड़ा हुआ।
प्रेरितों के काम 28:23
तब उन्होंने उसके लिये एक दिन ठहराया, और बहुत लोग उसके यहां इकट्ठे हुए, और वह परमेश्वर के राज्य की गवाही देता हुआ, और मूसा की व्यवस्था और भाविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों से यीशु के विषय में समझा समझाकर भोर से सांझ तक वर्णन करता रहा।
प्रेरितों के काम 24:25
और जब वह धर्म और संयम और आने वाले न्याय की चर्चा करता था, तो फेलिक्स ने भयमान होकर उत्तर दिया, कि अभी तो जा: अवसर पाकर मैं तुझे फिर बुलाऊंगा।
प्रेरितों के काम 19:8
और वह आराधनालय में जाकर तीन महीने तक निडर होकर बोलता रहा, और परमेश्वर के राज्य के विषय में विवाद करता और समझाता रहा।
प्रेरितों के काम 18:4
और वह हर एक सब्त के दिन आराधनालय में वाद-विवाद करके यहूदियों और यूनानियों को भी समझाता था॥
प्रेरितों के काम 14:1
इकुनियुम में ऐसा हुआ कि वे यहूदियों की आराधनालय में साथ साथ गए, और ऐसी बातें की, कि यहूदियों और यूनानियों दोनों में से बहुतों ने विश्वास किया।
प्रेरितों के काम 13:14
और पिरगा से आगे बढ़कर के पिसिदिया के अन्ताकिया में पहुंचे; और सब्त के दिन अराधनालय में जाकर बैठ गए।
यूहन्ना 18:20
यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि मैं ने जगत से खोलकर बातें की; मैं ने सभाओं और आराधनालय में जहां सब यहूदी इकट्ठे हुआ करते हैं सदा उपदेश किया और गुप्त में कुछ भी नहीं कहा।
यशायाह 1:18
यहोवा कहता है, आओ, हम आपस में वादविवाद करें: तुम्हारे पाप चाहे लाल रंग के हों, तौभी वे हिम की नाईं उजले हो जाएंगे; और चाहे अर्गवानी रंग के हों, तौभी वे ऊन के समान श्वेत हो जाएंगे।
1 शमूएल 12:7
इसलिये अब तुम खड़े रहो, और मैं यहोवा के साम्हने उसके सब धर्म के कामों के विषय में, जिन्हें उसने तुम्हारे साथ और तुम्हारे पूर्वजों के साथ किया है, तुम्हारे साथ विचार करूंगा।
इब्रानियों 7:1
यह मलिकिसिदक शालेम का राजा, और परमप्रधान परमेश्वर का याजक, सर्वदा याजक बना रहता है; जब इब्राहीम राजाओं को मार कर लौटा जाता था, तो इसी ने उस से भेंट करके उसे आशीष दी।