Psalm 73:13
निश्चय, मैं ने अपने हृदय को व्यर्थ शुद्ध किया और अपने हाथों को निर्दोषता में धोया है;
Psalm 73:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
Verily I have cleansed my heart in vain, and washed my hands in innocency.
American Standard Version (ASV)
Surely in vain have I cleansed my heart, And washed my hands in innocency;
Bible in Basic English (BBE)
As for me, I have made my heart clean to no purpose, washing my hands in righteousness;
Darby English Bible (DBY)
Truly have I purified my heart in vain, and washed my hands in innocency:
Webster's Bible (WBT)
Verily I have cleansed my heart in vain, and washed my hands in innocence.
World English Bible (WEB)
Surely in vain I have cleansed my heart, And washed my hands in innocence,
Young's Literal Translation (YLT)
Only -- a vain thing! I have purified my heart, And I wash in innocency my hands,
| Verily | אַךְ | ʾak | ak |
| I have cleansed | רִ֭יק | rîq | reek |
| my heart | זִכִּ֣יתִי | zikkîtî | zee-KEE-tee |
| vain, in | לְבָבִ֑י | lĕbābî | leh-va-VEE |
| and washed | וָאֶרְחַ֖ץ | wāʾerḥaṣ | va-er-HAHTS |
| my hands | בְּנִקָּי֣וֹן | bĕniqqāyôn | beh-nee-ka-YONE |
| in innocency. | כַּפָּֽי׃ | kappāy | ka-PAI |
Cross Reference
भजन संहिता 26:6
मैं अपने हाथों को निर्दोषता के जल से धोऊंगा, तब हे यहोवा मैं तेरी वेदी की प्रदक्षिणा करूंगा,
अय्यूब 34:9
उसने तो कहा है, कि मनुष्य को इस से कुछ लाभ नहीं कि वह आनन्द से परमेश्वर की संगति रखे।
अय्यूब 21:15
सर्वशक्तिमान क्या है, कि हम उसकी सेवा करें? और जो हम उस से बिनती भी करें तो हमें क्या लाभ होगा?
अय्यूब 35:3
जो तू कहता है कि मुझे इस से क्या लाभ? और मुझे पापी होने में और न होने में कौन सा अधिक अन्तर है?
याकूब 4:8
परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा: हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्ते लोगों अपने हृदय को पवित्र करो।
इब्रानियों 10:19
सो हे भाइयो, जब कि हमें यीशु के लोहू के द्वारा उस नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश करने का हियाव हो गया है।
मलाकी 3:14
तुम ने कहा है कि परमेश्वर की सेवा करनी व्यर्थ है। हम ने जो उसके बताए हुए कामों को पूरा किया और सेनाओं के यहोवा के डर के मारे शोक का पहिरावा पहिने हुए चले हैं, इस से क्या लाभ हुआ?
भजन संहिता 51:10
हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर, और मेरे भीतर स्थिर आत्मा नये सिरे से उत्पन्न कर।
भजन संहिता 24:4
जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है।
अय्यूब 9:31
तौभी तू मुझे गड़हे में डाल ही देगा, और मेरे वस्त्र भी मुझ से घिनाएंगे।
अय्यूब 9:27
जो मैं कहूं, कि विलाप करना फूल जाऊंगा, और उदासी छोड़कर अपना मन प्रफुल्लित कर दूंगा,